हीरो-हीरोइंस को मिलने वाली फीस पर एक्ट्रेस ने उठाये सवाल, पूछा इतना अंतर क्यों ?

Rakulpreet

इस एक्ट्रेस को शिकायत इस बात से है कि एक ही फिल्म में एक्टर को बहुत ज्यादा पैसे दिये जाते हैं, जबकि एक्ट्रेस को कम से कम में काम चलाना पड़ता है।

New Delhi, Nov 27 : साउथ फिल्म इंडस्ट्री की एक्ट्रेस रकुलप्रीत सिंह ने फिल्मों में मिलने वाली फीस को लेकर सवाल उठाये हैं, दरअसल इस एक्ट्रेस को शिकायत इस बात से है कि एक ही फिल्म में एक्टर को बहुत ज्यादा पैसे दिये जाते हैं, जबकि एक्ट्रेस को कम से कम में काम चलाना पड़ता है। रकुलप्रीत ने नयनतारा का उदाहरण देते हुए कहा कि वो कॉलीवुड ( तमिल फिल्म इंडस्ट्री) की सबसे महंगी एक्ट्रेस हैं, उन्हें बतौर फीस 3 करोड़ रुपये दिये जाते हैं, जबकि इसी इंडस्ट्री के लीड एक्टर को एक फिल्म के लिये कम से कम 15 करोड़ रुपये मिलते हैं, आखिर दोनों के फीस में इतनी भेदभाव क्यों ?

मेल डॉमिनेंट हैं इंडस्ट्री
रकुलप्रीत ने अपनी बात पूरी करते हुए कहा कि नयनतारा साउथ फिल्मों की सुपरस्टार एक्ट्रेस हैं, वो ज्यादातर फिल्मों में लीड रोल में नजर आती हैं, nayantaraभले हम एक्टर और एक्ट्रेसेज को बराबरी का दर्जा देने की बात कहते हों, लेकिन जब फीस देने की बात आती है, तो दोनों में जमीन- आसमान का फर्क होता है, आप खुद महसूस करेंगे, कि कॉलीवुड मेल डॉमिनेंट इंडस्ट्री है।

फीमेल प्रोड्यूसर-डायरेक्टर्स की कमी
आपको बता दें कि साउथ फिल्म इंडस्ट्री में फीमेल फिल्ममेकर्स, प्रोड्यूसर्स, स्क्रिप्ट राइटर्स, डायरेक्टर्स और टेक्निशियंस की बेहद कमी है, Nayantara1ऐसे में साउथ में ऐसी फिल्में कम ही बनती है, जो वुमेन सेंट्रिक हो, या जिसमें हीरोइन को हीरो से ज्यादा महत्व दिया जा रहा हो। शायद इसी वजह से इस इंडस्ट्री में हीरोइन या उनके काम को कम आंका जाता है, इसी वजह से उन्हें फीस भी कम ही दी जाती है।

प्रभास लेते हैं बीस से तीस करोड़
साउथ फिल्मों की टॉप एक्ट्रेस नयनतारा और अनुष्का शेट्टी को एक फिल्म के लिये बतौर मेहनाताना 3 करोड़ रुपये दिये जाते हैं, prabhas-and-anushkaसमांथा रुथ, रकुलप्रीत और काजल अग्रवाल को तो फीस के रुप में सिर्फ 1 करोड़ रुपये ही मिलते हैं, जबकि प्रभास, विजय और अजीत कुमार जैसे कॉलीवुड स्टार को एक फिल्म के लिये बीस से तीस करोड़ रुपये तक मिलते हैं, इसी अंतर को लेकर रकुलप्रीत ने बहस छेड़ दी है।

कैसे डिसाइड होती है एक्टर-एक्ट्रेसेज की सैलरी
फिल्म इंडस्ट्री में कुछ एक्टरों की फीस जेंडर के अलावा उनकी पॉपुलैरिटी पर भी निर्भर करता है, इनके अलावा प्रोड्यूसर के साथ उनके संबंध कैसे हैं, prabhas anushkaया फिर उनकी हालिया रिलीज फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कैसा प्रदर्शन किया, इन बातों का भी ध्यान रखा जाता है। कुछ स्टार्स का कहना है कि अगर उनकी लास्ट रिलीज फिल्म कुछ खास नहीं करती, तो फिर उनकी फीस भी फ्लक्चुएट हो जाती है।

इंडस्ट्री भी रखती है मायने
एक्टर और एक्ट्रेसेज की फीस इस बात पर भी डिपेंड करती है कि वो किस इंडस्ट्री में काम करते हैं, मलयालम फिल्मों के हाइएस्ट पेड एक्टर मोहन लाल इस इंडस्ट्री के हाइएस्ट पेड एक्टर हैं,Film उन्हें बतौर फीस एक फिल्म के 2 करोड़ रुपये मिलते हैं। वहीं उनसे कम अनुभव वाले तेलुगु एक्टर राणा दग्गुबती को एक फिल्म के लिये 5 करोड़ मिलते हैं, जबकि राणा तेलुगु फिल्मों के टॉप एक्टर्स की लिस्ट में शामिल भी नहीं हैं।

तेलुगु-तमिल फिल्मों की डिमांड ज्यादा
साउथ में तेलुगु और तमिल फिल्म इंडस्ट्री की बात करें, तो ये दोनों मलयालम और कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री से काफी बड़ी है, film-flagshipइसी वजह से तेलुगु और तमिल फिल्मों के स्टार्स को मलयालम और कन्नड़ एक्टर्स से मुकाबले ज्यादा पैसे दिये जाते हैं, इसके साथ ही तेलुगु और तमिल फिल्मों के एक्टर्स की डिमांड भी ज्यादा रहती है। उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर कलेक्शन भी अच्छा करती है।

फिल्मों में एक्ट्रेस सिर्फ एक्साइनमेंट के लिये
मेनस्ट्रीम फिल्में हीरो सेंट्रिक होती है, जो कि सिर्फ मेल एक्टर की वजह से ही कारोबार करती है, थेरी में एक्टर विजय थे, Can-I-Work-in-the-Film-Industryफिल्म में समांथा के होने के बावजूद उन्हें कोई खास क्रेडिट नहीं दिया गया। इसी तरह मलयालम मूवी पुलिमुरुगन पूरी तरह से एक्टर मोहनलाल पर बेस्ट फिल्म है, इस फिल्म में एक्ट्रेस कमलिनी मुखर्जी के किरदार को कोई खास महत्व नहीं दिया गया।

इंडस्ट्री ही तय करता है फीस में अंतर
जब फिल्ममेकर, प्रोड्यूसर और डायरेक्टर्स को मालूम होता है कि ये फिल्म मेल सेंट्रिक हैं, तो फिर उसमें मेल एक्टर को ही पैसे के साथ-साथ रोल में भी महत्व दिया जाता है, film2एक्ट्रेस को फिल्म में सिर्फ और सिर्फ एक्साइटमेंट के लिये रखा जाता है, इसके बदले में उन्हें भी अच्छी-खासी रकम दी जाती है, हालांकि मेल एक्टर के मुकाबले उन्हें मिलने वाली फीस काफी कम होती है।