प्रेग्नेंसी में यूं तो महिला का हर तरह से ख्याल रखा जाता है, हर संभव सावधानी बरती जाती है लेकिन कई बार कुछ चीजों की अधिकता उन्हें नुकसान पहुंचा सकती है ।
New Delhi, Jul 20 : गर्भावस्था, एक मां और उसके बच्चे के लिए बेहद खास समय होता है । बच्चा सबसे ज्यादा अपनी मां से जुड़ा होता है क्योंकि वो उसकी कोख में 9 महीने रहता है । इस दौरान मां जो खाती है पीती है, सोचती है समझती है दुनिया की जिस भी चीज को महसूस करती है उसका असर बच्चे पर भी पड़ता है । ऐसे समय में मां का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है । खासतौर से मां का खानपान ऐसा होना चाहिए जो नपा तुला और गुणकारी हो ।
डायट का पड़ता है बड़ा असर
गर्भावस्था की डाइट बच्चे के भविष्य पर भी असर डालती है । कई ऐसी चीजें होती हैं जिसके बच्चे के दिमाग, दिल और शरीर के दूसरे हिस्सों पर असर होता है । ऐसे में जरा सा भी गलत खानपान बच्चे को बड़ा नुकसान पहुंचा सकता है । ऐसी ही एक चीज है मुलेठी । इसके बारे में हुई एक रिसर्च हैरान करती है । आमतौर पर इसका प्रयोग सर्दी खांसी में किया जाता है, लेकिन ये गर्भावस्था में बहुत नुकसान पहुंचा सकता है ।
लंदन में हुई रिसर्च
लंदन में हुई एक रिसर्च में मुलेठी के बारे में चौंकाने वाली बात सामने आई है । रिसर्च के मुताबिक प्रेगनेंसी के दौरान जो महिलाएं गर्भावस्था में जरूरत से ज्या मुलेठी लेती हैं उनके बच्चों पर इसका प्रतिकूल असर पड़ता है । ये उनके भविष्य के लिए नुकसानदेह साबित होती है । रिसर्च कहती है कि गर्भावस्था के दौरान मुलेठी ज्यादा खाने से बच्चे के दिमाग का विकास प्रभावित होता है ।
शोध के नतीजे हैरान करने वाले
इस रिसर्च में कुछ ऐसे बच्चों को शामिल किया गया था जिनकी मां ने गर्भावस्था के दौरान मुलेठी का सेवन ज्यादा मात्रा में किया गया था । इन बच्चों को उन बच्चों से आंका गया जिनकी मांओं ने मुलेठी नहीं खाई थी । दोनों ही समूहों के बीच एक खास प्रतियोगिता कराई गई । शोध के बाद जो नतीजे आए वो चौंकाने वाले थे । इस शोध में उन बच्चों का समूह पीछे रहा जिनकी मांओं ने मुलेठी का जरूरत से ज्यादा सेवन किया था ।
बच्चों के शारीरिक बदलाव में भी अंतर
मुलेठी ना खाने वाली महिलाओं के बच्चे प्रदर्शन में आगे रहे बल्कि उनका दिमागी विकास भी दूसरे सूमह के बच्चों के मुकाबले बेहतर रहा । स्टडी में ये भी सामने आया कि मुलेठी का सेवन करने वाली मांओं की गर्ल चाइल्ड भी समय से पहले यौवन अवस्था में पहुंच गईं । यानी उनमें शारीरिक बदलाव समय से पहले दर्ज किए जाने लगे ।
इन प्रॉब्लम्स में ना खाएं मुलेठी
क्योंकि मुलेठी गर्म तासीर की होती है इसलिए भी इसका सेवन गर्भावस्था में उचित नहीं माना गया है । हाई बीपी, किडनी प्रॉब्लम और लीवर से संबंधित परेशानी होने पर भी मुलेठी नहीं खानी चाहिए । मुलेठी चमत्कारी रूप से औषधीय तरीकों से इस्तेमाल में लाई जाती है । लेकिन गर्भावस्था में इसके सेवन पर आई ये रिपोर्ट चेतावनी भरी है । सलाह दी जाती है कि आप इसका सेवन कर भी रहीं हैं तो बेहद कम मात्रा में करें, या डॉक्टर से सलाह लेकर करें ।