मीडिया

‘पत्रकारों के बीच बढ़ती कटुता से इंडस्ट्री को और नुकसान पहुंचेगा’

चाहे वामपंथी पत्रकार हों या दक्षिणपंथी पत्रकार, कांग्रेसी पत्रकार हों या गैर-कांग्रेसी पत्रकार- ज़्यादातर वे समझौते करते हैं इस पेशे…

6 years ago

नाबालिग मीडिया – देश की कीमत पर आजादी किसी को भी नहीं होनी चाहिए

एक बात याद रखिये बीबीसी तक देश की कीमत पर पत्रकारिता नही करती है ,आप तो अभी भी नाबालिग मीडिया…

6 years ago

मीडिया समझे, कि मोदीजी एक दिन रिटायर हो जाएंगे लेकिन यह देश कभी रिटायर नहीं होगा

मैं हमेशा से मानता आया हूं कि मीडिया के मौजूदा स्वरूप के लिए सिर्फ पत्रकारों को दोष देना ठीक नहीं…

6 years ago

आप किस पार्टी के पत्रकार हैं जी? इस सवाल ने आज देश के पूरे मीडिया को जकड़ रखा है

भारतीय पत्रकारिता हर दौर में सियासत का एक हिस्सा रही है। इसलिए पुरानी पीढ़ी के लोग नई पीढ़ी को कोसने…

6 years ago

2014 के जनादेश ने कैसे बदल दिया मीडिया को- पुण्य प्रसून्न बाजपेयी

खुद प्रधानमंत्री मोदी के चार बरस में कभी प्रेस कान्फ्रेंस नहीं की । पर जो आठ इंटरव्यू दिये, वो उन्हीं…

6 years ago

आज प्रभाष जी होते तो सरकार और विपक्ष दोनों को मालूम पड़ जाता कि पत्रकारिता क्या होती है !

आज अगर प्रभाष जी होते तो सरकार और विपक्ष दोनों के झूठ की ईंट से ईंट बजा देते। उनका अपना…

6 years ago

अब मीडिया सरकार के कामकाज पर नजर नहीं रखता बल्कि सरकार मीडिया पर नजर रखती है- P P Bajpai

मॉनिटरिंग करने वालों को साफ़ निर्देश है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को कौन सा न्यूज़…

6 years ago

‘एंकरनिया चरित्तर दिखा रही है, एक गाड़ी में तोड़फोड़ की तो आतंकी हो गए?’

इन एंकरनियो की औकात तो राजनैतिक दलों के प्रवक्ता रोज बताते रहते हैं । जब इनकी एक नही सुनकर अपनी…

6 years ago

सच के शोरूम के “सबसे महंगे आइटम” पीपी वाजपेयी जी खामोश क्यों हैं?

वैसे तो रोज़ चिल्लाते थे। उठिए! बोलिये! सच सामने लाइये! चुप रहना अन्याय है! अपनी आवाज़ उठाइये! क्रांति कीजिए! क्रांतिकारी…

6 years ago

‘हाथ रगड़ने से आपके हाथ की गंदगी साफ नही होगी’

' आज तक ' ने मेहरबानी की थी कि दुबारा आपको नौकरी पर रख लिया था लेकिन ' आज तक…

6 years ago