11वीं पास ये शख्स नाले के गैस से जलाते हैं चूल्हा, पीएम की तारीफ के बाद राहुल ने कसा था तंज

श्याम राव शिर्के ने बताया कि कंटेनर में इकट्ठा होने वाली गैस की मात्रा नाले की लंबाई, चौड़ाई और गहराई पर निर्भर करती है।

New Delhi, Aug 14 : हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी बायोफ्यूल टेक्नोलॉजी से जुड़े एक प्रोग्राम में पहुंचे थे, जहां उन्होने बायोगैस के इस्तेमाल के बारे में बताते हुए नाले से निकलने वाली गैस से चाय बनाने वाले एक शख्स का जिक्र किया, हालांकि जब पीएम ने उस शख्स का जिक्र किया, तो सोशल मीडिया पर कुछ लोग उनके बयान पर मजाक उड़ाने लगे, अब वो शख्स सामने आये हैं, रायपुर के रहने वाले इस शख्स का नाम है श्याम राव शिर्के, इन्होने एक ऐसा यंत्र तैयार किया है, जो नालों से निकलने वाले मिथेन गैस को रसोई गैस की तर्ज कर इस्तेमाल करता है।

कैसे काम करती है मशीन ?
60 वर्षीय श्याम राव शिर्के रायपुर के चंगोराभाठा इलाके में रहते हैं, उनके द्वारा बनाई गई मशीन के लिये उन्होने प्लास्टिक के तीन ड्रम का इस्तेमाल किया है, जिन्हें आपस में जोड़कर एक वॉल्व लगाया गया है। इन तीनों ड्रमों को नाले के उस जगह पर रखा जाता है, जहां से होकर बदबूदार पानी गुजरता है, कंटेनर में गंदगी जमा ना हो जाए, इसलिये उसके निचले हिस्से में जाली लगाई गई है।

प्रोजेक्ट को पूरा करने की तैयारी
अब नाले से निकलने वाले मिथेन गैस धीरे-धीरे कंटेनर में इक्ट्ठा होने लगती है, कंटेनर को ऐसे फिट किया गया है, कि गैस का दबाव ज्यादा बनता है, तो पाइप से होते हुए चूल्हे तक पहुंचती है, आप इससे चाय के साथ-साथ खाना भी बना सकते हैं। छत्तीसगढ काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिये अपनी तैयारी शुरु कर दी है।

एक परिवार का बनता है खाना
श्याम राव शिर्के ने बताया कि कंटेनर में इकट्ठा होने वाली गैस की मात्रा नाले की लंबाई, चौड़ाई और गहराई पर निर्भर करती है, उनके अनुसार रायपुर में उन्होने जिस नाले पर इस यंत्र को लगाया था, वहां से उनके घर में लगातार तीन-चार महीने तक 12 लोगों को सुबह, दोपहर और शाम का भोजन बन जाया करता था। जितना ज्यादा बदबूदार पानी वहां से गुजरेगा, उतनी ही गैस इसमें जमा होगी।

11वीं पास हैं श्याम राव
आपको बता दें कि श्याम राव कोई पेशे से इंजीनियर नहीं हैं, और ना ही उनके पास ऐसी कोई डिग्री है, 11 वीं पास श्याम राव मेकेनिकल ठेकेदार हैं, उन्होने चार साल पहले इस प्रोजेक्ट को तैयार किया था, फिर इसे पेटेंट करने की कोशिश की थी, जिसके बाद पीएम ने सार्वजनिक मंच से उनकी तारीफ की थी, श्याम राव ने कहा कि मुझे खुशी है, कि मेरा बनाया मॉडल पेटेंट हो चुका है, ये प्रोजेक्ट ना सिर्फ वातावरण को बदबूदार होने से रोकेगा, बल्कि कीट-पतंगों को भी बढने से रोकेगा।

राहुल गांधी ने उड़ाया था मजाक
पीएम द्वारा नाले के गैस से चाय बनाने की बात कहने के बाद कांग्रेस अध्य़क्ष राहुल गांधी ने एक रैली के दौरान उनका मजाक बनाते हुए तंज कसा था, उन्होने कहा था कि नाले में पाइप लगाओ और ढाबे पर पकौड़े बनाओ, ये मोदी जी की युवाओं को रोजगार देने की रणनीति है। राहुल गांधी के इस बयान के बाद श्याम राव शिर्के ने कहा कि मैं कांग्रेस अध्यक्ष की बातों से बहुत आहत हूं, उन्होने अपने भाषण में जो कुछ भी कहा, मुझे अच्छा नहीं लगा, मैंने सोचा नहीं था, कि वो अपरिपक्व हैं।