मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन ऑलराउंडर हैं, वो तेज गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी करने में भी सक्षम हैं।
New Delhi, Jan 12 : क्रिकेट के मैदान पर सालों तक दबदबा बना कर रखने वाले सचिन तेंदुलकर अब रिटायर्ड हो चुके हैं, लेकिन फैंस अभी तक उनकी खुमारी से बाहर नहीं निकल पाये हैं, यही वजह है कि क्रिकेट से रिटायर होने के बाद भी सचिन का सितारा बुलंद हैं। अब सचिन की जगह उनके बेटे अर्जुन तेंदुलकर अपने प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचते हैं, हाल ही में कूच बिहार ट्रॉफी में जूनियर तेंदुलकर ने पांच विकेट हासिल कर सुर्खियां बटोरी थी, तो अब उन्होने ऑस्ट्रेलिया में अपना परचम लहराया है।
ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन
18 वर्षीय जूनियर तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया में स्प्रिट ऑफ ग्लोबल चैलेंज में हिस्सा लेते हुए सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन किया है, टी-20 फॉर्मेट में खेले गये इस मुकाबले में अर्जुन ने सिर्फ 27 गेंदों में 48 रनों की शानदार पारी खेल दी, फिर जब गेंदबाजी की बारी आई, तो उन्होने हांगकांग के खिलाफ चार विकेट झटक लिये।
रोल मॉडल
इस शानदार प्रदर्शन के बाद अर्जुन ने पहली बार अपने आदर्श खिलाड़ी के बारे में भी खुलकर बात की, एबीसी न्यूज से बात करते हुए जूनियर तेंदुलकर ने कहा कि उन्हें बचपन से ही तेज गेंदबाजी करना पसंद है, वो तेज गेंदबाज ही बनना चाहते थे। जब उनसे उनके रोल मॉडल के बारे में पूछा गया, तो उन्होने मिचेल स्टार्क और बेन स्टोक्स का नाम लिया।
तेज गेंदबाजी पसंद
आपको बता दें कि अर्जुन बायें हाथ से तेज गेंदबाजी करते हैं, उन्होने इस इंटरव्यू में कहा कि उन्हें बचपन से ही तेज गेंदबाजी करना पसंद है, भारत में ज्यादा तेज गेंदबाज नहीं है, बड़े होने के साथ-साथ मैं मजबूत भी हो रहा हूं, मैं टीम इंडिया के लिये खेलना चाहता हूं, उस टीम में तेज गेंदबाज के रुप में पहचान बनाना चाहता हूं।
नहीं लेता दबाव
जब जूनियर तेंदुलकर से पूछा गया कि क्या वो दबाव महसूस करते हैं, तो उन्होने कहा कि मैं किसी भी तरह का दबाव नहीं लेता, बात जब गेंदबाजी की होती है, तो मैं हर गेंद में अपना सब कुछ झोंक देता हूं, जब बल्लेबाजी करने जाता हूं, तो इस बात का ध्यान रखता हूं, कि किस गेंद पर संभल कर खेलना है, और किस पर हिट लगाना है।
ऑलराउंडर हैं अर्जुन
मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन ऑलराउंडर हैं, वो तेज गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी करने में भी सक्षम हैं, घरेलू क्रिकेट में कई बार उन्होने ऐसा कारनामा किया है। सचिन से कुछ साल पहले जब पूछा गया था कि वो अपने बेटे को बल्लेबाज बनाएंगे, तो तब मास्टर-ब्लास्टर ने कहा था कि मैं उन्हें कुछ नहीं बनाउंगा, वो जो करना चाहें, करें, लेकिन मेरी इच्छा है कि वो ऑलराउंडर बनें।
वसीम अकरम से ले चुके हैं टिप्स
अर्जुन पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम से भी टिप्स ले चुके हैं, स्विंग के सुल्तान ने उन्हें गेंदबाजी की बारीकियां सिखाई थी, इसलिये उम्मीद की जा रही थी कि जब उनसे उनके रोल मॉडल खिलाड़ियों के बारे में पूछा जाएगा, तो वो इस पाकिस्तानी दिग्गज गेंदबाज के नाम लेंगे, लेकिन उन्होने स्टार्क और स्टोक्स का नाम लेकर सबको हैरान कर दिया, हालांकि ये दोनों गेंदबाज आज के सितारे हैं।
तेंदुलकर देते हैं ये सलाह
जूनियर तेंदुलकर से ये सवाल किया गया कि पिता सचिन तेंदुलकर उन्हें क्या सलाह देते हैं, तो इस पर ऑलराउंडर ने कहा कि वो सिर्फ टीम के लिये बेधड़क खेलने और अपना शत-प्रतिशत देने की बात कहते हैं, वो कहते हैं, कि मैच में अपना शत-प्रतिशत दो, बाकी खेल को एन्जॉय करो।
सचिन तेंदुलकर
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के नाम बल्लेबाजी के ज्यादातर रिकॉर्ड्स दर्ज हैं, उन्होने 463 एकदिवसीय मैचों ममें 86.23 के स्ट्राइक रेट से 18,426 रन बनाये हैं, इस दौरान उन्होने 49 शतक और 96 अर्धशतक भी लगाये हैं, अगर टेस्ट क्रिकेट की बात की जाए, तो उन्होने 200 टेस्ट मैचों में 51 शतक के साथ 15,921 रन बनाये हैं, जो कि विश्व रिकॉर्ड है।