आप तो पाकिस्तान के भी प्रधानमंत्री सकते हैं…जब वाजपेयी के मुरीद हो गए थे नवाज शरीफ

अटल बिहारी वाजपेयी जी की आज जन्‍म जयंती है । 25 दिसंबर को मध्‍यप्रदेश के ग्‍वालियर में जन्‍मे अटल सच्‍चे मायनों में राजनेता थे, जिनका मुरीद पड़ोसी मुल्‍क पाकिस्‍तान तक था ।

New Delhi, Dec 25: अटल बिहारी वाजपेयी की जन्‍म जयंती के मौके पर उनसे जुड़ी एक ऐसी बात जानिए जो कि आपको भी हैरान कर देगी । ये बात साल 1999 की है। उस दौरान लाहौर बस यात्रा के दौरान अपने एक भाषण में अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत-पाकिस्तान के बीच शांति की जोरदार अपील की थी। इस अपील का असर ये हुआ कि वहां मौजूद लोगों ने पूरी गर्मजोशी के साथ अटल बिहारी वाजपेयी का अभिनंदन किया। हैरानी उस बयान पर होगी आपको जो पाकिस्तान PM नवाज शरीफ ने इसके बाद दिया ।

वाजपेयी के मुरीद हो गए थे नवाज
अटल बिहारी वाजपेयी को मिल रहे स्‍वागत अभिनंदन से वहां मौजूद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने तब हंसते हुए कहा था, ‘वाजपेयी साहब, अब तो आप पाकिस्तान में भी चुनाव जीत सकते हैं।’ गौरतलब है कि उस समय लाहौर में गर्वनर हाउस में हुए स्‍वागत समारोह में अटल ने अपनी कविता ‘अब जंग नहीं होने देंगे हम’ पढ़ी थी। अटल की इस कविता और लाहौर फोर्ट पर दिए उनके ओजस्‍वी शानदार भाषण ने पाकिस्‍तान के लोगों का दिल जीत लिया। इसी बात पर नवाज शरीफ ने कहा, वाजपेयी साहब अब तो पाकिस्‍तान में भी चुनाव जीत सकते हैं।

पूरे देश में मनाया जा रहा सुशासन दिवस
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। 25 दिसंबर 1924 को जन्‍मे के  पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के मूल निवासी थे। उनके पिता ग्वालियर रियासत में एक शिक्षक थे। अपनी ओजस्‍वी शख्सियत से कई लोगों को अपना मुरीद बनाने वाले पूर्व पीएम जितने बेहतरीन वक्ता थे उनते ही बेहतरीन लेखक भी थे । उनकी लिखी कई रचनाएं मसलन- रग-रग हिंदू मेरा परिचय, मृत्यु या हत्या, अमर बलिदान, अमर आग है, लोगों के बीच काफी मशहूर हैं । ये आज भी पढ़ी जाती हैं और अनंत काल तक पढ़ी जाती रहेंगी ।

कब-कब बने प्रधानमंत्री?
अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार साल 1996 में देश के प्रधानमंत्री बने लेकिन मजबूत संख्या नहीं होने के कारण यह सरकार महज 13 दिन में 1996 को गिर गई। इसके बाद वह 1998 में दोबारा पीएम बने, लेकिन, 13 महीने बाद एक बार फिर 1999 की शुरुआत में उनके नेतृत्व वाली सरकार दोबारा गिर गई। हालांकि अटल जी और पार्टी ने हार नहीं मानी, इसके बाद 1999 में ही उनके नेतृत्व में 13 दलों की गठबंधन सरकार बनी, जिसने सफलतापूर्वक पांच साल का कार्यकाल पूरा किया।

शानदार व्‍यक्तित्‍व, गजब के फैसले
बतौर पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार ने 11 और 13 मई 1998 को पोखरण में पांच भूमिगत परमाणु परीक्षण कर भारत को परमाणु शक्ति संपन्न देश घोषित किया था । उनका ये निर्णय इतिहास में दर्ज है । वहीं अटल जी ने पाकिस्‍तान से संबंध सुधारने के मकसद से 19 फरवरी 1999 को सदा-ए-सरहद नाम से दिल्ली से लाहौर तक बस सेवा शुरू की थी। इसे साथ ही 1990 में अटल सरकार के कार्यकाल में ही करगिल युद्ध के दौरान पाक के छक्‍के छुड़ाए थे । इसके अलावा स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना भी उन्‍हीं के नाम है, जिसने भारत के चारों कोनों को सड़क मार्ग से जोड़ा ।  इस की शुरुआत वाजपेयी जी के कार्यकाल में हुई । इसके अंतर्गत दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई को राजमार्गों से जोड़ा गया।