‘विक्टोरिया’ और वाजपेयी की प्रेम कहानी, लेकिन इस वजह से नहीं की शादी

अटल जी ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज (अब नाम बदल चुका है) में पढते थे, इसी कॉलेज में राजकुमारी भी पढती थी, कहा जाता है कि अटल उन्हें बेहद पसंद करते थे।

New Delhi, Aug 21 : भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इस दुनिया से विदा हो गये। उन्होने 93 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। अटल जी अविवाहित थे, इस वजह से सार्वजनिक जीवन में बार-बार उनसे ये सवाल पूछा जाता था, कि आखिर उन्होने शादी क्यों नहीं की। लेकिन वाजपेयी जी इस सवाल पर झल्लाने के बजाय मुस्कुराते हुए जबाव देते थे, कि जिंदगी में उलझता चला गया और शादी का मूहूर्त नहीं निकला, इसी वजह से शादी नहीं हो पाई।

अविवाहित हूं, कुंवारा नहीं
अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के संसद में कहा था कि अविवाहित हूं, कुंवारा नहीं, इन चार शब्दों ने सब कुछ बयां कर दिया। यानी सब कुछ कह भी दिया और मर्यादा भी बनाये रखी। जी हां, अटल जी की प्रेम कहानी बेहद खूबसूरत प्रेम कहानी है। वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर के अनुसार सियासी हलकों में घटने वाली सबसे खूबसूरत लव स्टोरी अटल जी की थी, इसे जानने के लिये आपको कई सालों पीछे जाना पड़ेगा, जब अटल जी कॉलेज में पढते थे।

कॉलेज में लिखा था प्रेम पत्र
अटल जी ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेज (अब नाम बदल चुका है) में पढते थे, इसी कॉलेज में राजकुमारी भी पढती थी, कहा जाता है कि अटल उन्हें बेहद पसंद करते थे, उन्होने अपने दिल की बात एक प्रेम पत्र के जरिये उन्हें भेजा था, राजकुमारी ने उस प्रेम पत्र का जबाव भी दिया, लेकिन वो जबाव वाजपेयी जी के पास नहीं पहुंच पाया, जिस वजह से उस दौर में अटल जी की प्रेम कहानी अधूरी रह गई।

हो गई राजकुमारी की शादी
फिर अटल जी और राजकुमारी कॉलेज से निकले, तो वाजपेयी राजनीति में सक्रिय हो गये, जबकि राजकुमारी की शादी प्रोफेसर ब्रिज नारायण कौल से हुई, शादी के बाद राजकुमार कौल दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज कैम्पस में रहने लगी। कहा जाता है कि दिल्ली में रहते हुए अटल जी और राजकुमारी कौल की दोस्ती फिर से परवान चढी, एक इंटरव्यू में राजकुमारी कौल ने कहा था कि मैंने और अटल जी ने कभी ऐसा महसूस ही नहीं किया, कि हमें अपने रिश्ते पर कोई सफाई देनी चाहिये।

अटल जी से शादी करना चाहती थी
कहा जाता है कि राजकुमारी कौल अटल से अपने रिश्ते को नाम देना चाहती थी, वो उनसे शादी करना चाहती थी, लेकिन परिवार वालों के विरोध के बाद उन्होने ऐसा नहीं किया। अटल जी ने राजकुमारी की बेटी नमिता को दत्तक पुत्री का दर्जा दिया। अटल जी साल 1998 में जब पीएम बने थे, तो राजकुमारी बेटी नमिता और दामाद रंजन भट्टाचार्य अटल जी के साथ 7 रेसकोर्स में रहते थे, जब भी किसी का फोन आता था, तो राजकुमारी कौल फोन रिसीव करती थी और कहती थी, कि वो अटल जी की दोस्त बोल रही हैं। दोनों ने कभी भी अपने रिश्ते को नहीं छुपाया। साल 2014 में राजकुमारी कौल का निधन हो गया, आधिकारिक प्रेस रिलीज में उन्हें अटल जी के परिवार का सदस्य कहा गया था।