करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केन्द्र हैं बाबा अमरनाथ, इनकी विशेषता जान रह जाएंगे हैरान

ये पवित्र गुफा 46 किमी दूर है, श्री अमरनाथ गुफा श्रीनगर से करीब 142 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

New Delhi, Jun 29 : कश्मीर में मौसम विभाग के अनुमान के बाद बाबा अमरनाथ की यात्रा 48 घंटे के लिये रोक दी गई है, आपको बता दें कि बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा हिम आच्छादित पर्वतों के मध्य समुद्र तल से 12729 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। ये शिवलिंग अमावस्या से लेकर पूर्णिमा तक बढकर पूर्ण होता है, फिर धीरे-धीरे घटना प्रारंभ कर देता है। शिवलिंग अमावस्या को भी रहता है।

बाबा बर्फानी
पर्वतों के मध्य 60 फीट लंबी, 30 फीट चौड़ी और 15 फीट ऊंची प्रकृति निर्मित गुफा है, इसी गुफा में बर्फ द्वारा निर्मित प्राकृतिक पीठ पर हिम निर्मित शिवलिंग हैं। कश्मीर के पहलगाम से ज्यादातर तीर्थ यात्री प्राकृतिक नजारों की लुत्फ उठाते हुए इस पवित्र गुफा तक पहुंचते हैं। फिर बाबा बर्फानी का दर्शन करते हैं।

पैदल यात्रा
आपको बता दें कि ये पवित्र गुफा 46 किमी दूर है, श्री अमरनाथ गुफा श्रीनगर से करीब 142 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। श्रीनगर से पहलगाम का यात्रा मार्ग 96 किमी बस या फिर निजी वाहनों से तय किया जा सकता है। उसके बाद शेष 46 किमी का मार्ग घोड़ों या फिर पैदल तय किया जाता है।

पहलगाम सुंदरता के लिये प्रसिद्ध
अमरनाथ यात्रा मार्ग पर सबसे पहला आधार शिविर पहलगाम है, अठखेलियां करती लिद्दर नदी के किनारे बसा एक छोटा सा कस्बा है, आपको बता दें कि ये समुद्र तल से करीब 7200 फीट ऊंचाई पर बसा है। पहलगाम अपनी सुंदरता के लिये विश्व में प्रसिद्ध है, हालांकि इन दिनों आतंकवादी घटनाओं की वजह से पर्यटक यहां आने से परहेज करने लगे हैं।

यात्रा का प्रथण चरण
पहलगाम से लिद्दर नदी के किनारे चलते हुए चंदनबाड़ी पहुंचा जाता है, आपको बता दें कि ये समुद्र तल से करीब 8500 फीट की ऊंचाई पर है। ये पहाड़ी नदियों के संगम पर छोटी सी एक घाटी है, ये अमरनाथ यात्रा का पहला चरण है, पिस्सू घाटी तक कठिन चढाई का मार्ग आगे है, इसी तरह चंदनबाड़ी से आगे 13 किलोमीटर बाद अगला पड़ाव शेषनाग है, ये समुद्र तल से 11330 फीट की ऊंचाई पर है।

शेषनाग झील
शेषनाग झील के निर्मल पानी में स्नान कर रास्ते की सारी थकावट दूर हो जाती है, ऐसी मान्यता है कि इस झील में स्नान करने से गंगा स्नान के समान फल मिलता है, शेषनाग से 13 किमी आगे पंचतरणी पहुंचा जाता है, ये समुद्र तल से 12 हजार फीट की ऊंचाई पर है। शेषनाग से आगे हिमाच्छादित मार्ग है, पंचतरणी से अमरनाथ गुफा की दूरी केवल 6 किमी है।

दर्शन में पांच से 6 दिन का समय
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये श्रद्धालु पारंपरिक पहलगाम और बालटाल ट्रैक से आगे बढते हैं, पहलगाम ट्रैक से चंदनबाड़ी से लेकर पवित्र गुफा तक के पैदल रास्ते का सफर तीस किलोमीटर है। जिसे दो दिन और एक रात में पूरा किया जाता है। जबकि बालटाल ट्रैक से एक ही दिन में दर्शन करके वापस लौटा जा सकता है। इस रास्ते की लंबाई 14 किलोमीटर है। जम्मू से बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 5 से 6 दिन का समय लगता है। जबकि कई लोग तीन-चार दिन में भी दर्शन कर लौट जाते हैं।