हैरान हो गए ना आप ये हेडर पढ़कर, लेकिन ये खबर सिर्फ कागजी नहीं है, जिस महिला का जिक्र हो रहा है वो खुद इस मामले में जवाब नहीं दे पा रही हैं ।
New Delhi, Aug 28: बिहार से एक और मामला ऐसा आया है जिसने सरकारी तंत्र के गलत इस्तेमाल की कलई खोलकर रख दी है । सरकार की ओर से मिलने वाले अनुदान का इस तरह से खिलवाड़ किया गया है कि अब मामले में लंबी जांच की जरूरत है । दरअसल बिहार के मुजफ्फरपुर में सरकारी रिकॉर्ड में एक महिला 14 महीने में 8 बार मां बनी है । महिला को 8 बेटियां ही हुई हैं ।हैरानगी इस बात पर होगी कि ये महिला 65 साल की है । वहीं एक और औरत भी हैं जो 9 महीने में 5 बार बेटियों की मां बन चुकी हैं । हर बार बेटी पैदा होने पर प्रोत्साहन राशि भी सौंपी गई है ।
प्रोत्साहन राशि के लिए धांधली
दरअसल ये सारी धांधली प्रोत्साहन राशि के लिए ही हुई है । दरअसल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के प्रावधान के मुताबिक़, बेटी के जन्म लेने पर राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जच्चा को 1400 रुपये बतौर प्रोत्साहन राशि मिलती है । ऐसे में मुजफ्फरपुर के मुशहरी ब्लॉक की 65 साल की लीला देवी 14 महीने में सभी 8 बेटियों के लिए प्रोत्साहन राशि ली है। वहीं अन्य महिला जिनका नाम सोनिया देवी हैं, उन्होंने भी 9 महीने में 5 बच्चियों के लिए प्रोत्साहन राशि ली है ।
कागज पर बनीं मां
जब मामले की जांच हुई तो पता चला कि ये महिलाएं सिर्फ कागज पर ही मां बनी हैं । असल में इनमें से एक भी बेटी इनके यहां नहीं जन्मी है । ऐसे में बड़ा सवाल यही है कि आखिर अधिकारियों की ओर से ऐसी लापरवाही क्यों की गई, या फिर ये विभाग की मिलीभगत का नतीजा है । मामले में अब तह तक जांच हो रही है । ऐसी संभावना है कि इन महिलाओं के अलावा भी और लोग सामने आए जो इस तरह से प्रोत्साहन राशि के लिए धांधली में शामिल हों ।
हाई लेवल जांच कमेटी का गठन
पूरा मामला सामने आने के बाद, मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने इस की जांच के आदेश दे दिए हैं । जांच के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है । अधिकारियों के मुताबिक प्रथम दृष्टया ये एक बड़े स्कैम की तरह लग रहा है, आने वाले दिनों में कई बड़े नाम इसमें सामने आ सकते हैं ।