आर्मी में ही बीता है ज्‍यातादर जीवन, जानें CDS बिपिन रावत के परिवार में और कौन-कौन हैं

भारत के पहले CDS बिपिन रावत की सेहत की सलामती के लिए लोग दुआ मांग रहे हैं, आइए जानते हैं उनके परिवार में कौन-कौन हैं ।

New Delhi, Dec 08: तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय सेना का एक हेलिकॉप्टर खराब मौसम के कारण क्रैश हो गया, दुर्भाग्‍य से इस हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधूलिका रावत समेत 14 लोग सवार थे । मिल रही जानकारी के मुताबिक, CDS बिपिन रावत अपनी पत्नी के साथ वेलिंगटन में एक कार्यक्रम में शामिल होने गए थे । उनकी स्थिति को लेकर अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आ पाई है । हालांकि मीडिया में खबर है कि उन्‍हें अस्‍पताल ले जाया गया है । देश में अभी रावत की सेहत को लेकर चिंता का माहौल है ।

देवभूमि से हैं CDS बिपिन रावत
सीडीएस बिपिन रावत देवभूमि उत्‍तराखंड से हैं, 31 दिसंबर 2019 को सीडीएस नियुक्त किए गए थे । लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह रावत के बेटे बिपिन रावत उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में जन्मे हैं, उनका परिवार कई पीढ़ियों से सेना को अपनी सेवाएं देता आ रहा है । बिपिन रावत, सेंट एडवर्ड स्कूल, शिमला, और राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खडकवासला के छात्र रहे हैं । रावत को दिसंबर 1978 में  भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून से 11वें गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में नियुक्त किया गया था, जहां उन्हें ‘स्वॉर्ड ऑफ़ ऑनर ‘से भी सम्मानित किया गया था ।

बिपिन रावत का परिवार
बिपिन रावत की पत्नी का नाम मधूलिका रावत है । वो आर्मी वुमेन वेलफेयर से जुड़ी हुईं हैं । मधूलिका आर्मी वुमन वेलफेयर एसोसिएशन जिसे शॉर्ट में आवा कहा जाता है उसकी अध्यक्ष हैं । बिपिन रावत की दो बेटियां भी हैं, दोनों ही पिता के बेहद करीब हैं । एक बेटी का नाम कृतिका रावत है, दूसरी के बारे में कोई जानकारी सर्वजनिक पटल पर मौजूद नहीं है ।

2016 में बने थे आर्मी चीफ
CDS  बनने से पहले बिपिन रावत 27वें थल सेनाध्यक्ष थे । आर्मी चीफ बनाए जाने से पहले उन्हें 1 सितंबर 2016 को भारतीय सेना का उप-सेना प्रमुख नियुक्त किया गया था । रावत को आतंकवाद रोधी अभियानों में काम करने का कई सालों का अनुभव है । उन्‍होंने ऊंचाई वाले युद्ध क्षेत्रों में कई सालों तक काम किया है । बिपिन रावत के उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें ‘परम विशिष्ठ सेवा मेडल’ से भी सम्मानित किया गया है । इसके साथ ही वे उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ठ सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल, विशिष्ठ सेवा मेडल आदि सम्मानों से नवाजा गया है ।