15 साल की ये लड़की करती हैं वो काम, अच्छे-अच्छे शरमा जाएं, दंग कर देगा इनका जज्बा

15 वर्षीय लड़की जानवी सिंह ने बताया कि पहले उन्होने पैड बांटने के बारे में सोचा था, लेकिन उसकी कीमत अधिक थी, इसलिये उन्होने इसे खुद से तैयार कर बांटने पर विचार किया।

New Delhi, Jul 09 : उम्र सिर्फ 15 साल, लेकिन ये लड़की बिना किसी हिचकिचाहट के वो काम करती है, जिस पर बात करने में आज भी ग्रामीण इलाकों के लोग शरमाते हैं, अगर आप इस लड़की के काम के बारे में जानेंगे, तो आप इनके जज्बे को सलाम करेंगे। आपको बता दें कि चंडीगढ निवासी दो लड़कियां 15 साल की जानवी और 17 वर्षीय लावण्या एक सराहनीय कदम उठाकर दूसरों के लिये प्रेरणा बन गई है।

गरीब बच्चियों के लिये सेनेटरी पैड्स बनाती है
जानवी और लावण्या गरीब लड़कियों के लिये सेनेटरी पैड्स बनाती हैं, और उन्हें निशुल्क बांटती है। जानवी सिंह और लावण्या ने बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की फिल्म पैडमैन से प्रेरित होकर ये काम शुरु किया है, दरअसल हुआ कुछ यूं कि खिलाड़ी कुमार की फिल्म पैडमैन देखने के लिये जानवी और लावण्या एक साथ गई थी।

फिल्म की कहानी से प्रेरित हुई
दोनों को फिल्म की कहानी इतना प्रेरित कर गई, कि उन्होने घर जाकर ठान लिया कि वो भी कुछ ऐसा ही प्रयास करेंगी। दोनों ने अपनी मां से बात की और ये काम करने के लिये मंजूरी ले ली। पिता और परिवार के दूसरे सदस्यों ने भी उन्हें इस काम के लिये प्रोत्साहित किया। जिससे उनका भी हौसला बढा।

पैड्स की कीमत के बाद ये विचार आया
15 वर्षीय किशोरी जानवी सिंह ने बताया कि पहले उन्होने पैड बांटने के बारे में सोचा था, लेकिन उसकी कीमत अधिक थी, इसलिये उन्होने इसे खुद से तैयार कर बांटने पर विचार किया। जिसके बाद लावण्या की मां विधु जैन ने दोनों को डॉक्टर से पैड्स बनाना सीखने की सलाह दी। उन्होने डॉ. रितु नंदा से पैड्स बनाना सीखा, फिर इस पर काम करना शुरु किया।

लावण्या के भाई ने दिया साथ
लावण्या ने बताया कि उनके इस प्रयास में उनके भाइयों ने भी पूरा सहयोग किया। दोनों के भाई ने गर्मी की छुट्टियों में पैड्स बनाने में सहयोग किया, जानवी के भाई त्रिनभ जैन (14 साल), सुमेर वीर सिंह (9 साल) और रणवीर सिंह (9 साल) ने इस काम में उन्हें मदद करने की पेशकश की थी। सबने मिलकर दो हजार सेनेटरी पैड बनाने में सहयोग दिया।

बचपन की सहेलियां हैं दोनों
आपको बता दें कि जानवी फिलहाल देहरादून स्थित वेलहम गर्ल्स स्कूल में 10वीं की छात्रा है। तो लावण्या जालंधर के कान्वेंट स्कूल में 12वीं की पढाई कर रही हैं, दोनों गर्मी की छुट्टियों में एक साथ थी। दोनों बचपन की सहेलियां हैं और दोनों ने बचपन में एक साथ काफी समय बिताया है, हालांकि अब दोनों दो शहरों में रह रही हैं।

पॉकेट मनी से बनाती हैं सेनेटरी पैड्स
जानवी और लावण्या ने बताया कि जब उन्होने पैड बनाने के बारे में सोचा था, तो उनके पास पैसे नहीं थे, तो दोनों ने अपनी पॉकेट मनी से इसकी शुरुआत की । 500-rupeesशुरुआत में दोनों ने अपनी पॉकेट मनी को जोड़ा, तो करीब पांच हजार रुपये हुए, फिर जानवी के पिता करणवीर सिंह और लावण्या के पिता पुनीत जैन ने इन दोनों का साथ दिया, दोनों ने 10 हजार रुपये दिये, जिसके बाद दोनों लड़कियां देहरादून, जालंधर और चंडीगढ में गरीब लड़कियों और महिलाओं को फ्री में पैड्स बांटती हैं।