मोदी से आगे निकले सीएम योगी, तोड़ दिये सारे रिकॉर्ड्स

पहली बार बतौर सीएम योगी नोएडा आने के दो दिन बाद ही 25 दिसंबर 2017 को योगी फिर से यहां आये और पीएम मोदी के साथ मेट्रो उद्घाटन के कार्यक्रम में शामिल हुए।

New Delhi, Jul 10 : पिछले काफी समय से नोएडा के बारे में कहा जाता था कि जो भी सीएम यहां आता है, उनकी कुर्सी चली जाती है, यानी वो दुबारा मुख्यमंत्री नहीं बन पाते, लेकिन यूपी के मौजूदा मुख्यमंत्री ने सारे रिकॉर्ड्स तोड़ दिये हैं, करीब पिछले 6 महीने में 5 बार सीएम योगी आदित्यनाथ नोएडा आ चुके हैं। इतना ही नहीं देश ने प्रधानमंत्री ने भी चार साल में चार बार नोएडा आकर ऐसा काम किया है, जो प्रदेश की इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ।

सीएम के लिये नोएडा अशुभ
आपको बता दें कि बसपा और सपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ऐसी अफवाहें उड़ती रही है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री के लिये नोएडा आना अशुभ है। इसी वजह से कोई मुख्यमंत्री यहां आने की हिम्मत नहीं करता था। योगी आदित्यनाथ जब सीएम बने, तो उन्होने अफवाहों पर ध्यान नहीं दिया। सबसे पहले 23 दिसंबर 2017 को नोएडा पहुंचे और बॉटेनिकल गार्डन से कालका जी मजेंडा मेट्रो लाइन के उद्घाटन की तैयारी का जायजा लिया।

दो दिन बाद फिर नोएडा पहुंच गये
पहली बार बतौर सीएम नोएडा आने के दो दिन बाद ही 25 दिसंबर 2017 को योगी फिर से यहां आये और पीएम मोदी के साथ मेट्रो उद्घाटन के कार्यक्रम में शामिल हुए। यानी तीन दिनों के भीतर दो बार योगी आदित्यनाथ ने यहां आकर सभी बातों को पीछे छोड़ दिया। साथ ही उन्होने तब भी कहा था कि वो बार-बार नोएडा आएंगे।

बार-बार आ रहे हैं नोएडा
दिसंबर में दो बार नोएडा यात्रा करने के बाद पिछले सप्ताब सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक के लिये वो यहां आए, फिर 8 जुलाई को समीक्षा बैठक की, उसके बाद 9 जुलाई को पांचवीं बार सैमसंग कंपनी के उद्घाटन अवसर पर वो यहां पहुंचे। यानी पिछले 6 महीने में सीएम योगी ने 5 बार नोएडा का भ्रमण किया है।

इतनी बार कोई पीएम और सीएम नहीं पहुंचे नोएडा
ये भी कम दिलचस्प नहीं है कि केन्द्र और यूपी में बीजेपी सरकार बनने के बाद 4 बार प्रधानमंत्री मोदी और 5 बार सीएम योगी नोएडा आ चुके हैं, पीएम का नोएडा आगमन पिछले चार सालों में चार बार हो चुका है, सबसे पहले 31 दिसंबर 2015 को आये थे, फिर 5 अप्रैल 2016, 25 दिसंबर 2017 और 9 जुलाई 2018 को सैमसंग कंपनी का उद्घाटन करने पहुंचे। यूपी के इतिहास में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ, कि पीएम और सीएम का यहां इतना दौरा हुआ हो, पीएम ने स्टार्टअप योजना, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का उद्घाटन भी नोएडा से ही किया था।

दूसरे सीएम बचते रहे
आपको बता दें कि नोएडा के बारे में कहा जाता था कि जो भी सीएम यहां आता है, वो अगली बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाता, इसी अंधविश्वास की वजह से अखिलेश यादव पांच साल तक नोएडा नहीं आए, उनसे कई इंटरव्यू में ये सवाल पूछा गया, कि क्या वो अंधविश्वासी हैं, तो अखिलेश यादव ने कहा था अगर 2017 चुनाव वो जीतेंगे, तो नोएडा जरुर आएंगे। हालांकि पांच साल के कार्यकाल में एक बार भी नोएडा नहीं आने के बावजूद उनकी पार्टी चुनाव हार गयी।