आईपीएल के दस सीजन में एक बार भी दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम टूर्नामेंट नहीं जीत सकी है, इस बार भी इस टीम का पेस अटैक दूसरी टीमों की अपेक्षा कमजोर दिख रही है।
New Delhi, Apr 09 : आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम पूरी दमखम के साथ तैयारी कर रही है, इस सीजन के लिये गौतम गंभीर को कप्तान नियुक्त किया गया है। इस फ्रेंचाइजी ने चोटिल तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा की जगब लियाम प्लेकेट को टीम में शामिल किया है, इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ने अब तक अपने देश के लिये 13 टेस्ट, 85 वनडे और 15 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। लेकिन आज हम प्लंकेट के प्रोफेशनल नहीं बल्कि पर्सनल लाइफ के बारे में बताते हैं।
क्रिकेट छोड़ने को तैयार
साल 2012 में इंग्लैंड के इस तेज गेंदबाज की जिंदगी में ऐसा भी दौर आया, जब उन्होने क्रिकेट छोड़ने का फैसला कर लिया था। दरअसल तेज गेंदबाज के पिता को किडनी की बीमारी थी, लेकिन उन्हें किडनी ट्रांस्प्लांट के लिये किडनी नहीं मिल रही है। जिसके बाद लियाम प्लंकेट ने क्रिकेट छोड़ने का फैसला लिया, ताकि वो अपनी किडनी पिता को दे सकें, वो किसी भी कीमत पर अपनी पिता की जान बचाना चाहते थे।
बच गया क्रिकेट करियर
लेकिन इस अंग्रेज गेंदबाज की खुशकिस्मती ही थी, कि उनके पिता को एक किडनी डोनर मिल गया, जिसकी वजह से उन्हें किडनी नहीं देना पड़ा, इसके साथ ही लियाम का क्रिकेट करियर भी समय से पहले ही खत्म होने से बच गया। परिवार वालों के अनुसार किडनी डोनर ने ना सिर्फ लियाम के पिता की जान बचाई, बल्कि उन्होने प्लंकेट का करियर भी बचाया, नहीं तो वो क्रिकेट छोड़ चुके होते।
रबाडा की जगह मौका
मालूम हो कि दक्षिण अफ्रीका के युवा तेज गेंदबाज कैगिसो रबाडा चोटिल होने की वजह से तीन महीने के लिये क्रिकेट के मैदान से बाहर हो गये हैं। इसी वजह से वो आईपीएल में भी हिस्सा नहीं ले सकेंगे। दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने उन्हें 4.2 करोड़ रुपये में खरीदा था, लेकिन उनके चोटिल हो जाने की वजह से अब उनकी जगह लिवाम प्लंकेट को टीम में शामिल किया गया है।
पहली बार खेलेंगे आईपीएल
आपको बता दें कि लियाम प्लंकेट पहली बार आईपीएल में खेलते नजर आएंगे, इससे पहले वो आईपीएल में किसी भी टीम से नहीं खेले हैं। इस तेज गेंदबाज ने साल 2005 में इंग्लैंड के लिये इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था। अगले साल 2006 में टी-20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया था। हालांकि उनका प्रदर्शन बहुत प्रभावशाली तो नहीं रहा है, लेकिन टी-20 के वो अच्छे गेंदबाज माने जाते हैं।
दिल्ली डेयरडेविल्स की पेस अटैक
आईपीएल के दस सीजन में एक बार भी दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम टूर्नामेंट नहीं जीत सकी है, इस बार भी इस टीम का पेस अटैक दूसरी टीमों की अपेक्षा कमजोर दिख रही है। मोहम्मद शमी, प्लंकेट और ट्रेंट बोल्ट इस टीम के लिये तेज गेंदबाजी का जिम्मा संभालेंगे, इसमें कोई दो राय नहीं कि ये तीनों गेंदबाज विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं, लेकिन टी-20 में इनका रिकॉर्ड बहुत ज्यादा अच्छा नहीं रहा है, ऐसे में गंभीर के लिये ये विभाग सिरदर्द साबित हो सकती है।
गौतम गंभीर कर रहे हैं अगुवाई
दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम में गौतम गंभीर की घर वापसी हुई है, इस फ्रेंचाइजी ने इस साल गंभीर 2.8 करोड़ में खरीदकर कप्तानी सौंप दी है। गंभीर की अगुवाई में युवा खिलाड़ी दमखम दिखाने के लिये तैयार दिख रहे हैं। आपको बता दें कि गंभीर ने अपने कप्तानी में दो बार केकेआर को चैंपियन बनाया, लेकिन इस साल कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम ने उन्हें रिलीज कर दिया।