बीसीसीआई से झटका खाएंगे महेन्द्र सिंह धोनी, बोर्ड ने कर ली है तैयारी

Dhoni

सीओए ने खिलाड़ियों का पैसा बढाने के मामले पर अप्रूवल दे दिया था, लेकिन अब जो फैसला लिया गया है, उससे धोनी के लिये मुश्किल खड़ी हो सकती है।

New Delhi, Jan 05 : टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज धोनी को बीसीसीआई से झटका मिल सकता है, दरअसल बीते 30 नवंबर को दिल्ली में कप्तान विराट कोहली, पूर्व कप्तान धोनी और मुख्य कोच रवि शास्त्री के साथ के बीसीसीआई अधिकारियों की एक मीटिंग हुई थी, जिसमें सीओए ने खिलाड़ियों का पैसा बढाने के मामले पर अप्रूवल दे दिया था, लेकिन अब जो फैसला लिया गया है, उससे धोनी के लिये मुश्किल खड़ी हो सकती है।

तीन की जगह चार ग्रेड तैयार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीओए ने तीन जनवरी को हुई मीटिंग में ये फैसला लिया है कि अब तीन ग्रेड के जगह टीम के खिलाड़ियों को चार ग्रेड में बांटा जाएगा, BCCIजिसमें ए प्लस, ए, बी और सी ग्रेड होंगे। इसी के अनुसार खिलाड़ियों का पैसा तय किया जाएगा, आपको बता दें कि पहले बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को तीन ग्रेड में बांट रखा था।

तीनों फॉर्मेट खेलने वाले को प्रमुखता
नये नियम के अनुसार जो खिलाड़ी क्रिकेट के तीनों प्रारुप (टेस्ट, वनडे और टी-20) में खेल रहे हैं, उन्हें ए प्लस कैटेगरी में रखा जाएगा, dhoni-chahalअगर कोई खिलाड़ी क्रिकेट के किसी फॉर्मेट में नहीं खेल रहा है, तो फिर उन्हें निचले ग्रुप्स में रखा जा सकता है, आपको बता दें कि धोनी टेस्ट क्रिकेट से सन्यास ले चुके हैं, वो सिर्फ सीमित ओवरों के क्रिकेट में ही खेलते हैं, ऐसे में संभव है कि उन्हें ए प्लस ग्रेड में जगह ना मिले।

रैंकिग पर भी दिया जाएगा ध्यान
फिलहाल टीम इंडिया में तीन या चार खिलाड़ी हैं, जो तीन प्रारुप खेलते हैं, जिसमें कप्तान विराट कोहली और शिखर धवन के साथ भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी हैं, Team India Testअश्विन और जडेजा जैसे खिलाड़ी भी सीमित ओवर में नहीं खेल रहे हैं, दरअसल कप्तान कोहली रोटेशन पॉलिसी के तहत सीमित ओवरों में कुलदीप यादव, चहल और अक्षर पटेल को आजमा रहे हैं, इसी वजह से जडेजा और अश्विन को मौका नहीं मिल रहा ।

हर फॉर्मेट के लिये अलग टीम
टीम इंडिया फिलहाल काफी मजबूत नजर आती है, सीमित ओवरों के लिये अलग टीम, तो टेस्ट मैचों के लिये अलग टीम, बल्लेबाजी की बात करें, Team India viratतो शिखर और कोहली को छोड़ टेस्ट टीम वनडे में रिपीट नहीं होती। मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा और रहाणे टेस्ट टीम में दिखते हैं, लेकिन इन्हें वनडे में मौका नहीं दिया जाता, जबकि रोहित शर्मा, मनीष पांडे, केदार जाधव जैसे बल्लेबाज टेस्ट में नहीं दिखते हैं, हालांकि रोहित शर्मा श्रीलंका के खिलाफ खेले थे, उम्मीद की जा रही है कि दक्षिण अफ्रीका में भी उन्हें मौका दिया जाएगा।

चयनकर्ता तय करेंगे ग्रेड
किस खिलाड़ी को कौन सा ग्रेड मिलेगा, ये भी अब चयनकर्ता ही तय करेंगे, अब सिर्फ नियमों पर ही नहीं चला जाएगा, BCCI Logoबल्कि खिलाड़ी को ग्रेड देने से पहले उनकी दूसरी चीजों पर भी ध्यान दिया जाएगा, सीओए जल्द ही ग्रेड देने को लेकर अपने नियम बीसीसीआई की फाइनेंस कमेटी को सौपेंगा, जिसके बाद इस पर काम शुरु हो जाएगा।

सेंट्रल कांट्रेक्ट को किया गया था दुगुना
पिछले साल ही भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के सेंट्रल कांट्रेक्ट को दोगुना किया गया था, ग्रुप ए के जिन खिलाड़ियों को पिछले साल तक 1 करोड़ रुपये मिलते थे, kumble mishraउन्हें अब 2 करोड़ रुपये मिलने लगे थे, हालांकि कांट्रेक्ट दोगुना होने के बाद भी खिलाड़ी खुश नहीं थे, तत्कालीन कोच अनिल कुंबले ने सीओए के सामने एक प्रजेंटेशन दिया था, जिसमें उन्होने एक ग्रेड खिलाड़ियों को पांच करोड़ रुपये हर साल देने की वकालत की थी।

टीम इंडिया में पुजारा जैसे खिलाड़ी
भारतीय खिलाड़ियों का मानना है कि उनके पास चेतेश्वर पुजारा जैसे बल्लेबाज हैं, जिनके पास आईपीएल में लुभावने कांट्रेक्ट नहीं है, Pujaraलेकिन वो टेस्ट क्रिकेट के बेहतरीन बल्लेबाज हैं, उनकी स्किल्स को और मजबूत करने के लिये उन्हें कम्पनशेट किये जाने की जरुरत है, अभी भारतीय खिलाड़ियों को बीसीसीआई के कुल रेवन्यू का सिर्फ 7.8 फीसदी दिया जाता है।

ग्रेड सिस्टम
आपको बता दें कि ग्रेड सिस्टम बीसीसीआई ने अपने खिलाड़ियों के लिये बनाया है, जिसके तहत हर ग्रेड के लिये एक रकम फिक्स की जाती है, BCCI1जो भी खिलाड़ी उस ग्रेड में होता है, उसे हर साल उतना पैसा एक बार दिया जाता है, इसके अलावा मैच फीस अलग से मिलता है।