4000 करोड़ रुपये के फेमा उल्लंघन मामले में NDTV को नोटिस, लगे हाथ अंबानी भी खेल गए ये बड़ा दांव

anil ndtv 1

NDTV की मुश्किलें बढ़ गई हैं । एक तरफ विदेशी विनिमय कानून के उल्‍लंघन के आरोप में ईडी ने नोटिस थमाया है तो वहीं एक शो के कारण अनिल अंबानी ने मानहानि का मुकदमा ठोंका है ।

New Delhi, Oct 19 : प्रवर्तन निदेशालय ने निजी न्यूज चैनल NDTV को कथित रूप से विदेशी विनिमय कानून (FEMA) के उल्लंघन के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। मामला करीब 4 हजार करोड़ रुपये का बताया जा रहा है । गुरुवार को ईडी की ओर से जानकारी दी गई कि  ‘जांच में एनडीटीवी की ओर से 1,637 करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में फेमा के उल्लंघन की पुष्टि हुई है । इसके अलावा एक अन्य मामला 2,732 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश का भी है।

नियमों का बड़ा उल्‍लंघन
मामले में फेमा उल्‍ल्‍ंघन के तहत एनडीटीवी के फाउंडर और को-चेयरपर्सन प्रणय रॉय और राधिका रॉय समेत जर्नलिस्‍ट विक्रम चंद्रा और कुछ अन्य को भी नोटिस जारी किया गया है । जिन कंपनियों को फेमा उल्लंघन का आरोप के तहत लाया गया है उनमें एनडीटीवी लाइफस्टाइल होल्डिंग्स, साऊथ एशिया क्रिएटिव एसेट्स लिमिटेड, , एनडीटीवी इमेजिन लिमिटेड, एस्ट्रो ओवरसीज लिमिटेड शामिल हैं।प्रवर्तन निदेशालय ने कहा
इसमें नियम काननू का उल्लंघन करते हुए एफडीआई हासिल करने के पहले कथित मामले में एनडीटीवी की ओर से 2005 के प्रेस नोट-1 के प्रावधानों का 319 करोड़ रुपये का बड़ा उल्लंघन किया गया । इसके अलावा बिना विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड यानी एफआईपीबी की मंजूरी को हासिल किए 138 करोड़ रुपये के डाउनस्ट्रीम निवेश का उल्लंघन किया गया। ईडी का दूसरा नोटिस एनडीटीवी द्वारा विदेशों में किए गए 582 करोड़ रुपये के निवेश से संबंधित है। इनमें फेमा के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है हुआ।

आरबीआई को सूचना देने में देरी
ईडी के मुताबिक बाकी 2,414 करोड़ रुपये का उल्लंघन आरबीआई को आवश्यक जानकारियां देने में देरी से जुड़ा हैं। कंपनी के ऊपर कुल 4,369 करोड़ रुपये का फेमा उल्लंघन का केस है। एजेंसी की ओर से कहा गया है कि वह एक अन्य मामले की भी जांच कर रहा है, जिसमें इस मीडिया समूह को 725 करोड़ रुपये का एक विदेशी निवेश मिला है । उस काल में 600 करोड़ रुपये से ज्‍यादा के एफडीआई प्रपोजल्‍स की मंजूरी सिर्फ कैबिनेट की आर्थिक मामलों की समिति ही दे सकती थी।

नहीं ली गई मंजूरी
मामले में ईडी ने आराप लगाया है कि NDTV की ओर से इसके लिए सीसीईए की मंजूरी नहीं ली थी । ईडी के मुताबिक इस मामले में एक बड़ी साजिश को अंजाम दिया गया और गड़बड़ी कर एफडीआई की राशि को 600 करोड़ रुपये से भी कम दिखाया गया था । मामले में जांच अभी जारी है । इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय 13,78,68,77,738 रुपये के उल्लंघन के कुछ अन्य मामलों की जांच भी कर रहा है।

अंबानी ने भी ठोका मानहानि का मुकदमा
वहीं NDTV पर एक गाज अनिल अंबानी की कंपनी की ओर से भी गिरी है । अंबानी के रिलायंस ग्रुप ने एनडीटीवी पर कुल 10 हजार करोड़ रुपये का केस ठोका है । राफेल को लेकर एनडीटीवी की रिपोर्टिंग पर सवाल उठाते हुए ये केस अहमदाबाद की एक कोर्ट में किया गया है । मामले में सुनवाई 26 अक्टूबर को होनी है । यह केस एनडीटीवी के वीकली शो ट्रुथ वर्सेज हाइप के खिलाफ दायर किया गया है । 29 सितंबर को ये कार्यक्रम दिखाया गया था । एनडीटीवी ने कहा है कि अंबानी की कंपनी दबाव बनाकर मीडिया को उसका काम नहीं करने दे रही है । मामले में रिलायंस कंपनी के अधिकारियों से अपना पक्ष रखने के कहा गया लेकिन बार-बार दरवास्‍त के बाद भी वो शो में शामिल नहीं हुए ।