हर साल अपना देश बदलता है ये अनोखा आईलैंड, इस बार फ्रांस से स्पेन पहुंचा

एक अनोखा आईलैंड ऐसा भी है कि, जिसे सीमाओं की कोई फिक्र नहीं है, वो हर साल अपना देश बदलता रहता है। जानिए इसके बारे में खास बात

New Delhi, Feb 03: दुनिया में एक अनोखा आईलैंड ऐसा भी है, जो साल अपना मुल्क बदलता है। जी हैं इस बार फ्रांस ने इसे स्पेन को सौंप दिया है। आने वाले वक्त में स्पेन इसे प्रांस को सौंपेगा। ये चलता रहता है, कभी रुकता नहीं है। जरा सोचिए ये कैसा आईलैंड होगा। ये 3000 वर्ग मीटर की ऐसी जमीन है, जो सदियों से इस क्रम में चली जा रही है। आइए इस बारे में जानते हैं.

फैंसेस आईलैंड के बारे में जानिए
इस आईलैंड का नाम है फैंसेंस आइलैंड। बीते 350 सालों से फ्रांस और स्पेन के बीच ये परंपरा चली आ रही है। ये आइलैंड फ्रांस और स्पेन की सीमा को अलग करने वाली बिदासोआ नदी पर है। फ्रांस का स्पेन की सीमा पर मौजूद आखिरी शहर हेंडेई है। मैप पर नजर डालेंगे तो ये शहर फ्रांसीसी बास्त बीच रिडॉर्ट पर मौजूद है। यहां सैकड़ों सीलों का जमावड़ा लगा रहता है।

दो देशों के बीच में मौजूद
खास बात ये है कि इसके दूसरे हिस्से पर एक बड़े से बांध के बाद स्पेन का इरुन शहर मौजूद हैं। इरून शहर फ्रांस से लगती सीमा पर है। इन दोनों शहरों के बीच बिदासोआ नदी है, जो इन्हें अलग करती है। खास बात ये है कि फैंसेंस आइलैंड इसी नदी के बीचोबीच स्थित है। ये एक मैनमेड आइलैंड है और यहां इंसान नहीं रहते हैं। इस बारे में भी जानिए।

हर 6 महीने में देश बदलता है
दो देशों की सीमा के बीच में होने की वजह से इस आईलैंड को न्यूट्रल टेरिटरी कहा जाता है।इस आइलैंड का अपने आप में ऐतिहासिक महत्व है। 1659 में जब फ्रांस और स्पेन के बीच जंग खत्म हुई थी तो इसे लेकर बातचीत इसी आइलैंड पर हुई थी। इस बातचीत के दौरान एक पीस ट्रीटी भी हुई। जिसे पाइनीस की संधि कहा जाता है।

ये है खास बात
एक और खास बात ये है कि ये संधि शाही शादी के साथ ही पूरी हुई थी। जिसमें फ्रांस के किंग लुईस XIV ने स्पेन के किंग फिलिप IV की बेटी से शादी की थी। इस दौरान बातचीत में ये भी कहा गया था कि इस आईलैंड को दोनों ही मुल्क शेयर करेंगे। 1 फरवरी से 31 जुलाई तक ये आईलैंड स्पेन के पास रहता है। बाकी के 6 महीने ये आईलैंड फ्रांस के पास रहता है।

खतरे में है ये आईलैंड
ये आईलैंड 200 मीटर लंबा और 40 मीटर चौड़ा है। इसे लोगों के लिए कुछ खास ही मौकों पर खोला जाता है। हालांकि ये आईलैंड अब धीरे धीरे अपना अस्तित्व भी खोता जा रहा है। इसे सुरक्षित रखने में लापरवाही की जा रही है। पिछली कई सदियों में ये आईलैंड अपना करीब आधा हिस्सा खो चुका है। पानी के बहाव की वजह से ये आकार में घटता जा रहा है।

ऐसे हो रहा है बदलाव
खास बात ये भी है कि यहां पानी का स्तर घटता और बढ़ता रहता है। इस वजह से कई बार ऐसी स्थिति पनप जाती है कि स्पेन से फ्रांस पैदल ही लोग जा सकते हैं। हर 6 महीने में अपना देश बदलने वाला ये अनोखा आईलैंड अब अपना अस्तित्व खोने की कगार पर खड़ा है। पानी के बहाव के वजह से इसकी जमीन पानी में समाती जा रही है। देखना है कि आगे क्या होता है।