डेढ करोड़ रुपये की वजह से प्रॉपर्टी डीलर को दिल्ली बुलाया गया था, फिर उनसे मारपीट करने के बाद दो गोलियां मारकर सूरजकुंड रोड किनारे फेंक दिया गया।
New Delhi, Dec 03 : हरियाणा के फरीदाबाद में बिहार के प्रॉपर्टी डीलर की गोली मार कर हत्या करने का मामला सामने आया है, घटना बीते शुक्रवार की है, दरअसल इस हत्या के पीछे पैसों का लेन-देन बताया जा रहा है, कहा जा रहा है कि डेढ करोड़ रुपये की वजह से प्रॉपर्टी डीलर को दिल्ली बुलाया गया था, फिर उनसे मारपीट करने के बाद दो गोलियां मारकर सूरजकुंड रोड किनारे फेंक दिया गया, जिसके बाद सड़क किनारे ही प्रॉपर्टी डीलर ने दम तोड़ दिया।
मरने से पहले घर वालों को दी सूचना
मृतक प्रॉपर्टी डीलर ने मरने से पहले खुद ही घर वालों को सूचना दे दी थी, जिसके बाद तुरंत उनके घर वालों ने फरीदाबाद के सूरजकुंड पुलिस थाने में फोन किया, फिर मौके पर पहुंची पुलिस को प्रॉपर्टी डीलर का शव मिला। फिलहाल हरियाणा पुलिस मामले की जांच में जुटी है, परिजनों का आरोप है कि आरोपियों ने उन्हें हवाई जहाज का टिकट देकर बुलाया था, ताकि उनकी हत्या कर सके।
जमीन की रजिस्ट्री के चक्कर में गई जान
बिहार की राजधानी पटना निवासी रंजीत सिंह ने पुलिस शिकायत में कहा है कि उनके जीजा प्रवीण (37 साल) प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करते थे, पटना निवासी वरुण सिंह से प्रवीण ने किसी को एक प्लॉट दिलाया था, इसके बदले में वरुण को डेढ करोड़ रुपये भुगतान कर दिये गये थे, लेकिन वरुण प्लॉट की रजिस्ट्री ही नहीं करा रहा था, शायद इसी वजह से उनके जीजा की जान चली गई।
वरुण ने करवाई हत्या
मृतक के परिजनों का आरोप है कि प्रवीण लगातार वरुण पर पैसे वापस करने या फिर रजिस्ट्री कराने के लिये दबाव बना रहे थे, 29 नवंबर की शाम को वरुण ने प्रवीण को पेमेंट लेने के बहाने दिल्ली बुलाया, एयरपोर्ट पर उसके चार-पांच लड़कों ने उन्हें बोलेरो में बिठा लिया और फरीदाबाद की ओर ले गये, पहले मारा-पीटा, फिर दो गोली मारकर सूरजकुंड रोड किनारे फेंक दिया।
अधमरी हालत में छोड़ भागे
वरुण द्वारा भेजे गये कथित गुंडों ने कार में ही प्रवीण के साथ मारपीट की, उनके पैर तोड़ दिया, फिर दो गोली भी मार दी, उसके बाद अधमरी हालत में ही सूरजकुंड-पाली रोड पर फेंक कर भाग गये, प्रवीण ने 30 नवंबर की सुबह पटना में अपनी पत्नी संगीता को फोन कर सारी घटना बता दी, जिसके बाद उनके परिजनों ने फरीदाबाद पुलिस से संपर्क किया, दोपहर 11 बजे के बाद प्रवीण ने फोन रिसीव करना बंद कर दिया, देर शाम पुलिस को उनका शव सूरजकुंड रोड किनारे मिला।
परिजन लगा रहे आरोप
मृतक प्रवीण के परिजनों का आरोप है कि अगर फरीदाबाद पुलिस मामले को गंभीरता से लेती, तो शायद प्रवीण की जान बच सकती थी, प्रवीण के साले रंजीत के अनुसार 30 नवंबर की सुबह प्रवीण को अधमरी हालत में सूरजकुंड-पाली रोड किनारे फेंका गया था, वो करीब पांच घंटे तक जिंदा रहे, लेकिन सही समय पर उनके पास कोई नहीं पहुंच पाया, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई।
पुलिस प्रवीण को नहीं तलाश सकी
परिजनों का कहना है कि प्रवीण को मोबाइल फोन ऑन था, इसके बावजूद हरियाणा पुलिस को उन्हें तलाशने में काफी समय लग गया, 30 नवंबर की सुबह 6 बजे प्रवीण ने खुद ही अपनी पत्नी को फोन कर बताया था कि 100 नंबर पर फोन कर उन्होने घटना की जानकारी दे दी है, लेकिन पुलिसकर्मी उनकी मदद करने के बजाय उनसे उनकी लोकेशन पूछते रहे, शायद प्रवीण को खुद भी मालूम नहीं था कि वो कहां हैं?
पुलिस वाले टरकाते रहे
रंजीत ने बताया कि बिहार के होने की वजह से उनके जीजा जी को लोकेशन नहीं पता था, 30 नवंबर की सुबह साढे 9 बजे उन्होने प्रवीण का लोकेशन निकाला, जो पाली रोड का था, जिसके बाद उन्होने तुरंत पाली चौकी से संपर्क किया और घटना के बारे में जानकारी दी, फिर वहां से उन्हें दूसरे पुलिसकर्मी का नंबर दे दिया गया। रंजीत के अनुसार उन्होने कई पुलिसकर्मियों को फोन कर सहायता मांगी, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। दोपहर बाद वो फरीदाबाद पहुंचे और अनखीर पुलिस चौकी में घटना की जानकारी दी, जिसके बाद उन्होने शव को पाली रोड से बरामद किया।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी ?
सूरजकुंड थाना प्रभारी पंकज सिंह ने कहा कि थाने के अलावा क्राइम ब्रांच की टीमें भी इस केस में आरोपियों की तलाश कर रही है, आरोपी के बारे में हमें कई अहम सुराग हाथ लगे हैं, जल्द ही आरोपी हमारे गिरफ्त में होंगे, उनसे पूछताछ करने के बाद ही हम मामले में कुछ टिप्पणी करने की स्थिति में होंगे। जल्द ही हम इस केस को सुलझा लेंगे।