इतिहास रच रही हैं हिंदुस्तान की 6 बेटियां, चिली से भेजा पीएम मोदी को शुभ संदेश

हिंदुस्तान की 6 बेटियां एक साहसिक काम कर रही हैं। वो एक नौका के जरिए समंदर की लहरों को चीरकर दुनिया की परिक्रमा कर रही हैं। पीएम मोदी ने शाबाशी दी है।

New Delhi, Jan 19: कुछ वक्त पहले पूरी दुनिया का चक्कर लगाने के लिए हिंदुस्तान की 6 बेटियों ने अपना सफर शुरू किया था। ये सफर समंदर की लहरों को चीरते हुए चिली के केपहॉर्न तक पहुच गया है। INVS तारिणी के जरिए भारतीय नौसेना की 6 बेटियों के ये सफर शुरू किया था। जब ये समुद्री बेड़ा चिली पहुंचा तो देश के पीएम मोदी ने इन 6 बेटियों को  शुभकामनाएं दी हैं।

ये है हमारी जांबाज बेटियां
नेवी ऑफिसर्स के इस दल की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी संभाल रही हैं। इस समुद्री बेड़े को 10 सितंबर 2017 में रवाना किया गया था। आपको याद होगा कि बीते साल अगस्त में भी देश के प्रधानमंत्री ने इस दल की तारीफ की थी। उस दौरान मोदी ने कहा था कि ये बेटियां, एक छोटी-सी नाव लेकर समुद्र पार करने के लिए निकल रही हैं।

दुनिया में ऐसा पहली बार हुआ
दुनिया में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब 6 महिला नौसेना अधिकारी समंदर के रास्ते दुनिया का चक्कर लगा रही हैं। आप आपको बताते हैं कि आखिर आईएनएस तारिणी की खासियत क्या है। INVS ‘तारिणी’ नौसेना का महादेई के बाद दूसरा नौकायन पोत है। इसमें कुल मिलाकर 6 पाल लगाए गए हैं। ये पाल मुश्किल हालातों में भी समंदर में सफर करने की ताकत देते हैं।

सितंबर 2017 में शुरू किया अभियान
इसे प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। सितंबर 2017 में महिला क्रू की सदस्यों ने लेफ्टिनेंट कमांडर वर्तिका जोशी के नेतृत्व में गोवा से अपनी पहली समुद्री यात्रा शुरू की थी। तारिणी में वर्तिका जोशी के अलावा लेफ्टिनेंट कमांडर प्रतिभा जामवाल, पी. स्वाति और लेफ्टिनेंट एस. विजया देवी, बी.ऐश्वर्या और पायल गुप्ता शामिल हैं।

क्यों खास है तारिणी ?
INVS तारिणी को गोवा के एक्वेरियस शिपयार्ड लिमिटेड में तैयार किया गया है। इसे हॉलैंड के टोन्गा 56 नाम के डिजाइन पर तैयार किया गया है। खास बात ये है कि इसे बनाने में फाइबर ग्लास, एल्युमिनियम और स्टील का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही तारिणी में एक लेटेस्‍ट सेटेलाइट सिस्टम लगा है। इस सैटेलाइट सिस्टम की मदद से कहीं भी संपर्क किया जा सकता है।

ऐसे पड़ा था नाम
तारिणी का नाम ओडिशा के मशहूर तारा-तारिणी मंदिर के नाम पर रखा गया है। INVS तारिणी का वजट 23 टन है। इसके अलावा ये 56 फुट लंबा जहाज है। इसका निर्माण गोवा में किया गया था। इस साल की शुरुआत में ही इस पोत को भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल किया गया था। महिला सशक्‍तिकरण की दिशा में भारतीय नैसेना की इन जाबांज ऑफिसर्स का अभियान महत्वपूर्ण है।

पीएम ने दी बधाई
महिला क्रू सदस्‍यों के साथ इंडियन नेवल सेलिंग वेसल यानी आईएनएसवी तारिणी शुक्रवार सुबह ड्रेक पैसेज को पार कर केप हार्न पहुंच गई। यहां पहुंचने के बाद आइएनएसवी की महिला क्रू सदस्‍यों ने भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहराया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तारिणी की इस नई उपलब्‍धि पर भारतीय नौसेना की 6 महिला सदस्यों को ट्वीट कर बधाई दी है।