सेमीफाइनल में ईशान पोरेल ने घातक गेंदबाजी की, हालांकि उन्हें टीम इंडिया के दूसरे गेंदबाजों का भी भरपूर साथ मिला।
New Delhi, Feb 01 : अंडर-19 वर्ल्डकप के सेमीफाइनल में पाक को 203 रनों से हराकर टीम इंडिया ने फाइनल में जगह पक्की कर ली है। भारत की ओर से बल्लेबाजी में शुबमन गिल ने नाबाद शतक जड़कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने का काम किया, तो गेंदबाजी में ईशान पोरेल ने अपने शुरु के 3 ओवरों में ही 4 पाकिस्तानी बल्लेबाजों को आउट कर टीम इंडिया की पकड़ मजबूत कर दी। आपको बता दें कि टीम इंडिया के 272 रनों के जबाव में पाक टीम सिर्फ 69 रनों पर ऑलआउट हो गई।
पाक के खिलाफ घातक गेंदबाजी
सेमीफाइनल में ईशान पोरेल ने घातक गेंदबाजी की, हालांकि उन्हें टीम इंडिया के दूसरे गेंदबाजों का भी भरपूर साथ मिला, लेकिन शुरुआत उन्होने ही की थी। उन्होने शुरुआती 3 ओवरों में ही पाक को 4 झटके दे दिये, जिससे पाक की टीम उबर नहीं सकी, और 203 रनों से मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई।
बंगाल से खेलते हैं ईशान
सेमीफाइनल को दो हीरो रहे, बल्लेबाजी में शुबमन गिल जिन्होने शानदार शतक जड़ा, तो गेंदबाजी में ईशांत पोरेल, आपको बता दें कि युवा तेज गेंदबाज ईशान विजय हजारे ट्रॉफी में भी बंगाल की तरफ से खेल चुके हैं, वो पश्चिम बंगाल के ही हुगली के रहने वाले हैं, उनके खून में ही खेल बसता है।
खून में खेल
ईशान पोरेल के खून में खेल बसता है, दरअसल उनके परिवार में कई बड़े खिलाड़ी है, हालांकि वो क्रिकेट नहीं बल्कि दूसरे खेलों के हीरो रहे हैं, इस तेज गेंदबाज के दादा, पिता और चाचा सभी कबड्डी के खिलाड़ी रहे हैं, उनके पिता चंद्रनाथ पोरेल वर्तमान में ईस्टर्न रेलवे में नौकरी करते हैं, उन्हें ये नौकरी भी स्पोर्ट्स कोटे के तहत ही मिली थी।
परिवार में अकेले क्रिकेटर
भले ईशान के परिवार में कई खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन वो अपने परिवार के पहले क्रिकेटर हैं, क्योंकि उनसे पहले किसी ने इस खेल में रुचि नहीं दिखाई, जब वो सिर्फ 10 साल के थे, तब से ही क्रिकेट खेल रहे हैं, बचपन से ही ईशान पोरेल को उनके घर वालों ने क्रिकेट खेलने में पूरा सपोर्ट किया, ताकि वो आगे बढ सके।
बल्लेबाज बनना चाहते थे
10 साल की उम्र में ही स्विमिंग करने वाले ईशान पोरेल बल्लेबाज बनना चाहते थे, लेकिन जब वो कोलकाता के क्रिकेट एके़डमी में ट्रेनिंग के लिये पहुंचे, तो उनके कोच ने उनकी हाइट देख तेज गेंदबाजी करने की सलाह दी, जिसके बाद वो बल्लेबाजी से ज्यादा अपनी गेंदबाजी पर फोकस करने लगे।
रोजाना 40 किमी का सफर
छोटी उम्र में ही ईशान रोजाना लोकल ट्रेन से 40 किमी का सफर करते थे, उनके घर से क्रिकेट एकेडमी की दूरी करीब 40 किमी थी, तो लोकल ट्रेन से ही वो आया-जाया करते थे। सिर्फ 15 साल की उम्र में ईशान का चयन अंडर-19 बंगाल टीम में हो गया था, उन्होने अपनी गेंदबाजी से कई दिग्गजों को प्रभावित किया है।
शमी और ब्रेट ली से प्रभावित
ईशान पोरेल भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और पूर्व कंगारु गेंदबाज ब्रेट ली से खासा प्रभावित हैं, वो उनसे प्रेरणा लेते हैं, और उन्हें फॉलो करते हैं। आईपीएल नीलामी में इस साल कुछ अंडर-19 खिलाड़ियों को भी मोटी रकम पर खरीदा गया, लेकिन ईशान को किसी भी टीम ने खरीदने में दिलचस्पी नहीं दिखाई।
शनिवार को फाइनल
आपको बता दें कि अंडर-19 विश्वकप का फाइनल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 3 फरवरी को खेला जाएगा, टीम इंडिया अब तक तीन बार ये विश्वकप अपने नाम कर चुकी है, चौथी बार ऐसा करने से महज एक कदम दूर है। पृथ्वी शॉ के नेतृत्व में टीम बेहतरीन खेल दिखा रही है, भारतीय फैंस उम्मीद कर रहे हैं, कि एक बार फिर से टीम विजेता बने।