इस मॉल में कपड़ों से लेकर टीवी तक, फ्री में मिलता है सब कुछ

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देश के अलग-अलग राज्यों में चल रहे रोटी बैंक के वॉलेंटियर जन बाजार के लिये अपने-अपने मोहल्ले से सामान इकट्ठा करते हैं।

New Delhi, May 28 : जब भी शॉपिंग मॉल का जिक्र होता है, तो हमारे मन में ये ख्याल आता है कि यहां तो सिर्फ पैसे वाले लोग ही जा सकते हैं, गरीबों और वंचितों के लिये शॉपिंग मॉल में जाना और अपना मनपसंद सामान खरीदना एक सपने जैसा होता है। लेकिन इस सपने का पूरा करने के लिये लखनऊ में एक दिन के लिये निशुल्क जन बाजार लगाया गया। चारबाग रेलवे स्टेशन के पास सड़क पर भीख मांगने वाले या फिर वंचित लोगों को कुछ ही घंटे के लिये सही लेकिन इस निशुल्क बाजार में उनका मनपसंद सामान दिया गया।

जन बाजार
हर दिन सड़क पर दूसरे के आगे हाथ फैलाने वाली रामकली को जब जन बाजार में पहली बार अपने मनपसंद साड़ी बिना पैसों के दी गई, Lkw5तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस बाजार में साड़ी से लेकर टीवी तक निशुल्क दिया गया। रामकली की तरह ही सैकड़ों बेघर और गरीब लोगों ने चारबाग में लगे इस जन बाजार में अपनी मर्जी का सामान लेने पहुंचे। ये उन लोगों के लिये किसी सपने से कम नहीं था।

मनपसंद चीज लेने की आजादी
55 वर्षीय रामकली ने खुश होते हुए कहा कि अभी तक जो लोग आते थे, वो अपनी पसंद से हमें सामान देकर जाते थे, लेकिन पहली बार हमने ऐसा बाजार देखा, Lkw4जहां हमें अपनी मर्जी से फ्री में सामान दिया जा रहा है। हम लोगों के लिये भी कभी कोई ऐसा बाजार लगा सकता है, ऐसा हमने कभी सोचा नहीं था। आपको बता दें कि जन बाजार में शॉपिंग मॉल की तरह की कई काउंटर बने हुए थे, जिसमें बच्चों की कॉपी, किताब, खिलौने, कपड़े से लेकर खाने-पीने का सामान, टीवी , राशन सब उपलब्ध था।

रोटी बैंक की मुहिम
आपको बता दें कि ये जन बाजार इंडियन रोटी बैंक की मुहिम है। एक गैर सरकारी संगठन इसे संचालित कर रही है। rotiयूपी के 17 जिले और देश के सात राज्यों की 33 जिलों में 39 यूनिट इसके लिये काम कर रही है। इंडियन रोटी बैंक का मुख्य उद्देश्य है कि देश का कोई भी जरुरतमंद व्यक्ति रोटी की वजह से भूखा ना सोए, इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिये देश के अलग-अलग राज्यों में सैकड़ों लोग इस मुहिम से जुड़े हुए हैं।

अब जन बाजार का आयोजन
इस संस्था का दूसरा उद्देश्य है कि अभाव की वजह से गरीब और जरुरतमंदों को समाज से अलग महसूस ना होने दिया जाए, Lkw3इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिये संस्था यूपी के अलग-अलग जिलों में जन बाजार का आयोजन कर रही है, ताकि गरीब लोग इस जन बाजार से अपने जरुरत और मनपसंद की चीज अपने घर लेकर जा सकें।

बिग बाजार की तरह बनाने की कोशिश
इस जन बाजार के आयोजक ने कहा कि हर भूखे को रोटी मिले, ये मेरी पहली प्राथमिकता है, दूसरी कोशिश है, कि लोगों को गैर-बराबरी को कम किया जा सके। Lkw2इस जन बाजार को जन सहयोग से बिग बाजार की तरह बनाने की कोशिश की गई। ताकि गरीब व्यक्ति भी निशुल्क जन बाजार की चकाचौंध से परिचित हो सके। एक ही छत के नीचे जरुरत का सारा सामान उपलब्ध कराकर वंचितों को बिना पैसों के अपने पसंद का सामान चुनने का मौका दिया जाता है।

जनसहयोग से होता है सामान जमा
आपको बता दें कि देश के अलग-अलग राज्यों में चल रहे रोटी बैंक के वॉलेंटियर जन बाजार के लिये अपने-अपने मोहल्ले से सामान इकट्ठा करते हैं,Lkw1 ये लोगों से इस तरह के जन बाजार लगाने के लिये मदद की भी अपील की जाती है। ताकि जो लोग कुछ सामान देना चाहें, वो इसमें दे सकें। खास बात ये है कि इस टीम के लोग पैसे नहीं लेते, जिन लोगों को जो भी नया-पुराना सामान देना होता है, वो दे सकते हैं।