पूर्व सीएम की बायोग्राफी के अनुसार साल 1965 की भारत-पाक युद्ध के दौरान जयललिता ने अपनी गोल्ड ज्वेलरी तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को दान में दे दिया था।
New Delhi, Jan 18 : तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता की मौत 5 नहीं बल्कि 4 दिसंबर 2016 को हुई थी, अम्मा के नाम से अपने समर्थकों में मशहूर जयललिता साउथ इंडियन फिल्मों की एक्ट्रेस थी, अब उनके निधन के बाद उनकी करीबी रही शशिकला के भाई दिवाकरण दावा कर रहे हैं कि उनकी मौत 5 दिसंबर नहीं बल्कि 4 दिसंबर को हुआ था, लेकिन एकाएक लोगों को इसकी जानकारी नहीं देना चाहते थे, इसी वजह से उनकी मौत के 24 घंटे बाद लोगों को बताया गया कि वो अब इस दुनिया में नहीं हैं। आइये उनकी लाइफ से जुड़े कुछ फैक्ट्स आपको बताते हैं।
आलीशान बंगले में रहती थी जयललिता
राजनीति में आने से पहले जे जयललिता साउथ इंडियन फिल्मों की एक्ट्रेस थीं, साल 1966 में लगातार उन्होने 11 हिट तमिल फिल्में करने के बाद चेन्नई के पॉश इलाके में आलीशान बंगला खरीदा था, इस बंगले का नाम वेद निलायम रखा। जयललिता ने अपने बंगले पर करीब 77 लाख रुपये रेनोवेशन पर खर्च कर दिया था, वो शुरुआत से ही रॉयल अंदाज में रहने की शौकीन थी।
44 करोड़ का बंगला
कहा जाता है कि जयललिता ने 1966 में ये बंगला करीब 1.32 करोड़ रुपये में खरीदा था और उस पर 77 लाख रुपये खर्च कर दिये थे, वो शुरुआत से ही आलीशान बंगले में रहना चाहती थी, इसी वजह से उन्होने ये बंगला खरीदा था। वर्तमान में इस बंगले की कीमत करीब 44 करोड़ रुपये हैं।
वॉर में दे दिये थे गहने
पूर्व मुख्यमंत्री की बायोग्राफी के अनुसार साल 1965 की भारत-पाक युद्ध के दौरान जयललिता ने अपनी गोल्ड ज्वेलरी तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को दान में दे दिया था। ताकि सीमा पर पाक के खिलाफ लड़ रहे फौजियों की हिम्मत ना टूटे, उनकी जरुरत पूरी होती रहे, ताकि वो लड़ते रहे।
6 करोड़ का सोना
जयललिता आलीशान घर ही नहीं बल्कि ज्वेलरी की भी बहुत शौकीन थी, साल 2016 में जब उन्होने सीएम का पदभार संभाला था, तब उनके पास करीब तीन करोड़ रुपये की चांदी थी, इसके साथ ही उनके पास करीब 21 किलो गोल्ड ज्वेलरी और आइटम्स भी था, जो कर्नाटक ट्रेजरी में जमा है, इतने गोल्ड की प्रेजेंट में कीमत करीब 6.6 करोड़ रुपये है।
शशिकला के बेटे को लिया गोद
जयललिता ने साल 1995 में अपनी करीबी नेता शशिकला के बेटे को वारिस के तौर पर गोद लिया था, लेकिन महज एक साल के बाद ही उन्होने उसे बेदखल कर दिया, तब उनके करीबी सूत्रों का कहना था कि शशिकला से संबंध खराब होने की वजह से अम्मा ने ऐसा किया था। जयललिता ने तब शशिकला पर जान से मारने की साजिश करने का भी आरोप लगाया था, हालांकि बाद में दोनों के संबंध फिर अच्छे हो गये।
कौन है शशिकला ?
वी के शशिकला जयललिता की सबसे करीबी नेता मानी जाती थी, तमिलनाडु के लोग उन्हें चिनम्मा के नाम से बुलाते हैं, जब जयललिता राजनीति में सक्रिय थी, तो शशिकला राज्यसभा सांसद हुआ करती थी, चिनम्मा ने जयललिता की वजह से पार्टी पर अच्छी पकड़ बना ली थी, इसी वजह से उनके निधन के बाद वो खुद मुख्यमंत्री बन गई, हालांकि कोर्ट ने उन्हें आय से अधिक संपत्ति के मामले में 4 साल की सजा सुना दी। जिसके बाद उन्हें पद से इस्तीफा देना पड़ा।
दिवाकरण बहन को बेगुनाह साबित करने में लगे
दिवाकरण शशिकला के भाई हैं, उनका कहना है कि जे जयललिता की मौत का ऑफिशियल अनाउंसमेंट एक दिन बाद किया गया, दरअसल इस बात का खुलासा अब करने के पीछे उनका मकसद सिर्फ और सिर्फ अपनी बहन को बेगुनाह साबित करना है। आपको बता दें कि शशिकला 66 करोड़ के बेनामी संपत्ति के मामले में जेल में बंद है।
जयललिता के भतीजे-भतीजी लगा रहे आरोप
पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के भाई के बच्चे शशिकला पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, उनका कहना है कि जयललिता उन लोगों से मिलना चाहती थी, बात करना चाहती थी, लेकिन शशिकला ने उन्हें ऐसा करने नहीं दिया। इतना ही नहीं उनके परिवार के लोगों को जयललिता की मौत साजिश लगती हैं, वो उन पर साजिश रचने का भी आरोप लगा रहे हैं और सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।