मध्यप्रदेश में एक किशोर के सुसाइड का मामला उस समय चर्चा में आ गया जब उसके मोबाइल में उसका आखिरी मैसेज सामने आया । हैरान करने वाले इस वीडियो को देख माता-पिता के होश ही उड़ गए ।
New Delhi, Jul 21 : बेटे के सुसाइड के बाद परेशान मां-बाप ने ना पुलिस को खबर दी और ना ही कोई कार्रवई करने के बारे में ही सोचा । बेटे के शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया । लेकिन जब घर आकर बेटे का मोबाइल फोन देखा और उसमें मौजूद उसके आखिरी संदेश को देखा तो होश खो बैठे । किशोर ने खुदकुशी नहीं की थी बल्कि उसे जहर देकर मारा गया था ।
किशोर का आखिरी मैसेज
मैं राहुल डाबी हूं। यह मेरा नाम है। मेरे को जितेंद्र निनामा और उसके एक साथी ने जबरन जहर पिलाई है। वो अभी मेरे को फेंक कर चले गए। मैं अभी थोड़ा अच्छा हूं, यह मैसेज सबको बता देना, मैं बता रहा हूं…’। जी हां 15 सेकंड के वीडियो में राहुल ने ये कहते हुए होश खो दिया । घबराते हुए अटक-अटक कर बोलते हुए राहुल ने ये बातें अपने आखिरी वीडियो में बताई । यह वीडियो उसने अपने मोबाइल से मौत से पहले बनाया था, जो अब उसकी हत्या की गवाह बन गया है।
16 जुलाई का है मामला
16 जुलाई, सोमवार को राहुल बेहोश मिला था । डॉक्टर के मुताबिक उसने जहर खाया था । राहुल के पिता और उसके दोस्त उसे इंदोर लेकर जा रहे थे लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया । मां-बाप को लगा कि किसी परेशानी के चलते बेटे ने जहर खा लिया होगा । उन्हें क्या पता था कि उनके बेटे को किसी ने जहर देकर मारा है । ना राहुल का पोस्टमॉर्टम किया गया और ना ही कोई और कार्रवाई हुई । उसके शव को लाकर अंतिम संस्कार भी कर दिया गया ।
एक लड़की का आया था फोन
बताया जा रहा है सबसे पहले एक लड़की ने राहुल के दोस्तों को फोन कर बताया था कि वो कहां पर बेहोश पड़ा है और उसने कोई जहरीली दवा पी ली है । लड़की ने ये भी बता कि वो देवरूंडी (झाबुआ) के आसपास है। उसके दोस्तों को कहा कि ये बात उसके पापा को भी बता दे । इसके बाद राहुल के पिता और दोस्त बताई हुई जगह पहुंचे। जहां राहुल बेहोश मिला। राहुल को सारंगी अस्पताल ले जाया गया। जहां पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया ।
पुलिस को भी नहीं दी गई जानकारी
राहुल की हालत खराब होने के कारण उसने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया । अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया ।लेकिन हैरानी इस बात कि पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी गई । सुसाइड के ऐसे मामलों में जानकारी पुलिस को देनी जरूरी होती है । बहरहाल अस्पताल से राहुल को वापस गांव ले जाया गया और उसका अंतिम संसकार कर दिया गया । लेकिन जब परिजन घर पहुंचे तो उसे वीडियो को देखकर शॉक रह गए ।
पुलिस में मामला किया गया दर्ज
वीडियो को सबूत मानकर माता-पिता पुलिस में पहुंचे । हालांकि शव के अंतिम संसकार के बाद हत्या साबित करना पुलिस के लिए मुश्किल हो सकता है । पुलिस को ये भी पता लगाना होगा कि वह लड़की कौन थी, जिसने राहुल के दोस्तों को फोन कर बताया कि वह देवरूंडी के आसपास पड़ा है । इसके अलावा ये जितेंद्र निनामा कौन है व उसका साथी कौन है और उन्होंने क्यों राहुल को जहर दिया गया ।