हार्दिक पटेल को मिली ममता दीदी की राखी, जानिए इस राखी के मायने, सियासी हलको में सुगबुगाहट है

राखी के मौके पर जहां देश भर में बहनों ने अपने भाईयों के हाथों पर प्रेम का बंधन बांधा तो वहीं कुछ राखियां सियासी हलकों में चर्चा का कारण बनीं । ऐसी ही एक राखी ममता बनर्जी की भी रही जो उन्‍होने हार्दिक पटेल को भेजी ।

New Delhi, Aug 27 : पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को राखी भेजकर एक नए संबंध का आगाज किया । सियासी हलकों में इस राखी के कई मायने निकाले जा रहे हें । ममत बनर्जी की ओर से टीएमसी के सांसद दिनेश त्रिवेदी ने हार्दिक पटेल से मुलाकात की । हार्दिक पाटीदारों के बड़े नेता माने जाते हैं और इन दिनों वो पाटीदार आंदोलन की तीसरी वर्षगांठ पर पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग और किसानों की ऋण माफी मांग को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं ।

टीएमसी ने किया समर्थन
टीएमसी सांसद दिनेश त्रिवेदी ने मुलाकात के दौरान हार्दिक के उपवास को लेकर पार्टी का समर्थन भी जताया । हार्दिक पटेल एक बड़े समुदाय के नेता हैं, तीन वर्ष पहले उनके आंदोलन ने पूरे गुजरात में एक नइ र्लहर का आगाज किया था । दिल्‍ली में हुए अन्‍ना आंदोलन से जोड़कर उन्‍हें देखा जा रहा था । हार्दिक को गुजरात के केजरीवाल नाम से भी पुकारा जा रहा था ।

ममता की राखी पर जताई खुशी
टीएमसी की ओर से राखी के रूप में समर्थन प्राप्‍त हार्दिक बेहद खुश हुए । उन्‍होने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि “ममता दीदी के राखी भेजने से मैं खुश हूं.” पटेल ने कहा – “दिनेशजी यहां आए, तो गुजरात पुलिस की भूमिका को देख कर सन्न रह गए.” दरअसल हार्दिक ने ऐसा इसलिए कहा क्‍योंकि उनके आवास पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है । इतना ही नहीं हार्दिक से मिलने आने वालों की सघन तलाशी भी ली जा रही हे ।

इलाहाबाद में करना चाहते थे अनशन
हार्दिक पटेल इस बार उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में अपनी भूख हड़ताल करना चाहते थे ।  लेकिन उत्‍तर प्रदेश पुलिस ने उन्‍हें इसकी इजाजत नहीं दी । पटेल ने इसके बाद अपने आवास पर ही अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी । इस भूख हड़ताल के मद्देनजर पटेल के निवास स्‍थान और उसके आस-पास बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है ।

टीएमसी नेता का बयान
इस मुलाकात के बाद मीडिया से हुई बातचीत में त्रिवेदी ने कहा – “हार्दिक को लोगों का साथ मिल रहा है, पूरा देश उनके साथ है और हमारी पार्टी भी उनको समर्थन करती है. पुलिस की इतनी बड़ी संख्या में तैनाती देख कर ऐसा महसूस हो रहा है कि पूरे अहमदाबाद में ब्रिटिश शासन लागू है.” आपको बता दें ममता बनर्जी और हार्दिक पटेल के बीच आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कोलकाता में भी एक मुलाकात हो चुकी है । हार्दिक ममता से काफी प्रभावित हैं । हार्दिक अपने एक बयान में कह चुके हैं कि इंदिरा गांधी के बाद ममता बनर्जी ही हैं जो देश का नेतृत्‍व कर सकती हैं ।

मोदी विरोधियों से ममता की नजदीकिया
राजनीतिक पंडितों के अनुसार ममता आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हैं । एक-एक कर वो पीएम मोदी विरोधी कैंप से नजदीकियां बढ़ा रही हें । कुछ समय पहले ही ममता बनर्जी ने नोटबंदी जैसे मुद्दे पर पनी राय प्रकट की है जबकि अब तो वो इस पर कुछ नहीं बोली थीं । 2019 लोकसभा चुनाव से पहले उनकी ओर से किए जा रहे ये प्रयास राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बने हुए हैं ।