बहन के लिए भूखा रहा ये भाई, फिर दिया ऐसा गिफ्ट कि खुश हुए पीएम मोदी

एक बहन के लिए भाई ने भूखे रहकर और दिन रात एक कर ऐसा तोहफा दिया कि जाहिर है कि पीएम मोदी भी इस काम से बेहद खुश होंगे। पढ़िए ये दिलचस्प खबर

New Delhi, Dec 05: ये कहानी पीएम मोदी के ही संसदीय क्षेत्र वाराणसी की है। यहां एक भाई ने अपनी बहन को ऐसा गिफ्ट दिया है कि वो मिसाल बन गया। वो दिन रात काम करता रहा, खून पसीना एक करता रहा और आखिर में इतने पैसे जमा कर दिए कि अपनी बहन को एक इज्जत घर यानी टॉयलेट दे सके। आखिरकार भाई ने बहन को रक्षबंधन पर इज्जत घर दे दिया।

मुन्ना बना भाई नंबर-1
जब प्रशासन को इस बात का पता चला, तो मुन्ना को सम्मानित किया गया। प्रशासन की ओर से उसे टैबलेट और सर्टि‍फि‍केट दिया गया है। खास बात ये भी है कि मुन्ना को भाई नंबर-1 का खिताब भी दिया गया है। दरअसल प्रशासन की तरफ से ”8 ब्लाकों में कैम्पेनिंग के तहत ‘भाई नंबर -1’ स्कीम चलाई गई थी।  इसके लिए 140 लोगों का एप्लीकेशन ब्लॉक की ओर से आया था।

बहन के लिए किया यादगार काम
इस लॉटरी में मुन्ना का नाम सबसे पहले निकला, जिसे टैबलेट गिफ्ट दिया गया है। अब जरा आपको मुन्ना की कहानी भी बता देते हैं। मुन्ना वाराणसी के बड़ागांव के रहने वाले हैं। वो पेशे से मजदूर हैं। उनका कहना है कि उनकी बहन नागीना बड़ी हो गई थी। वो इस बात से परेशान रहते थे कि बहन को शौच के लिए बाहर जाना पड़ता है। मुन्ना को ये डर हमेशा सताता रहता था।

बहन के लिए डर लगता था
मुन्ना ने बताया कि उसे डर लगता था कि बहन के साथ कोई हादसा ना हो जाए। मुन्ना को फिक्र रहती थी कि कहीं उसकी बहन के साथ कुछ गलत काम ना हो जाए। इसलिए उसने कुछ वक्त घर में बैठकर सहीढंग से इस पर विचार विमर्श किया। मुन्ना ने कसम खाई कि वो अब ओवर टाइम करेगा और अपनी बहन के लिए घर में ही एक शौचालय तैयार करवाएगा।

बहन को टॉयलेट गिफ्ट किया
कहते हैं कि अगर आपने एक बार अपने मन में कुछ करने की ठान ली, तो कायनात भी उस काम को पूरा करने में आपके साथ जुट जाती है। मुन्ना के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। यकीन मानिए मुन्ना ने 6 से 7 महीने तक ओवरटाइम किया। वो लगातार काम करता रहा और उसने अपनी रातों की नींद भी हाराम कर दी। मेहनत लगातार रंग ला रही थी।

5-6 महीने किया ओवरटाइम
मुन्ना के पास धीरे धीरे रुपये जमा होने शुरू हो गए। उसने 5- 6 महीने जो ओवरटाइम किया, वो भूखे रहकर किया। इसके बाद वक्त रक्षाबंधन की छुट्टियों का था। उसने गांव आकर मिस्त्री के साथ खुद मजदूर बनकर टॉयलेट बनवाया। इसी दौरान मुन्ना को गांव के प्रधान ने बताया कि उसका नाम जिला पंचायत की ओर से भाई नंबर-1 कॉन्टेस्ट के लिए भेजा जा रहा है।

बहन के लिए बनाया इज्जत घर
आखिरकार बहन के लिए मुन्ना ने टॉयलेट बनवा दिया। मुन्ना की बहन कहती हैं कि वो आंखों से देख नहीं सकती हैं, जब टॉयलेट के लिए बाहर जाती थी तो डर लगता था। उन्होंने कहा कि उनके भाई ने 4 महीने पहले वादा किया था कि रक्षाबंधन पर कुछ खास गिफ्ट देंगे। नागीना ने बताया कि भाई राखी से कुछ दिन पहले सूरत से वापस आए और खुद अपनी बहन के लिए टॉयलेट बनाया।

दिव्यांग है मु्न्ना की बहन
मुन्ना की मां हीरावती बताती हैं कि नगीना जब 4 साल की थी तो उसकी आंख में इंफेक्शन हुआ था। हॉस्पिटल से ड्रॉप लाकर डाल दी थी। धीरे-धीरे आंखों की रोशनी जाने लगी। अब उसकी आंखों का खर्चा 4 लाख रुपये बताया जा रहा है। अब मुन्ना का अगला लक्ष्य अपनी बहन की आंखों का ऑपरेशन करवाना है। जाहिर है कि पीएम मोदी तक ये खबर पहुंचेगी तो वो बेहद खुश होंगे और मुन्ना की मदद करेंगे।