आईपीएल में शानदार परफॉरमेंस का ईनाम उन्हें जल्द ही मिला, उन्होने जून 2008 में हांग-कांग के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया।
New Delhi, Jan 04 : कभी टीम इंडिया के भविष्य माने जाने वाले तेज गेंदबाज मनप्रीत गोनी आज 34वां जन्मदिन मना रहे हैं, धोनी के साथ खेल चुके गोनी में स्टार गेंदबाज नजर आता था, लेकिन वो ज्यादा लंबे समय तक अपनी जबरदस्त फॉर्म को बरकरार नहीं कर पाये, उनकी पारिवारिक कंट्रोवर्सी का असर उनके खेल पर पड़ा और उनका करियर खत्म हो गया। आपको बता दें कि साल 2008 में आईपीएल के पहले सीजन में गोनी धोनी की टीम चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा थे।
लाइफ में उतार-चढाव
साल 2013 वो साल था, जब मनप्रीत की पर्सनल लाइफ बिखर गई थी, मनप्रीत गोनी के मुताबिक 2013 के बाद उनकी लाइफ में काफी उतार-चढाव आये, जिसका सीधा असर मैदान पर उनके परफॉरमेंस पर पड़ा, आपको बता दें कि गोनी से साल 2005 में परिवार के खिलाफ जाकर लव मैरिज किया था, जिससे उनके परिवार में अनबन काफी बढ गई थी।
पत्नी और मां में तकरार
मनप्रीत गोनी की पत्नी और उनकी मां में नहीं पट रही थी, जिसके बाद गोनी को अपने परिवार से अलग होना पड़ा। साल 2013 में तो एक समय ऐसा भी आया, जब गोनी अपनी पत्नी और 4 साल के बेटे से भी अलग होने वाले थे, उन्होने डिवोर्स के लिये अर्जी तक दे दी थी, वो करीब 2 साल तक चंडीगढ के अपने घर को छोड़ मोहाली में रहे थे।
आर्थिक स्थिति कमजोर
भले मनप्रीत गोनी स्टार गेंदबाज रहे हो, लेकिन पारिवारिक विवाद के बाद उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थे, पैसे कमाने के लिये वो कुछ महीने अमेरिका में भी रहे, मनप्रीत के अनुसार ये उनकी जिंदगी का टेस्टिंग टाइम था, ना तो परिवार के लोग उनके साथ थे और ना ही वो क्रिकेट पर फोकस कर पा रहे थे।
पत्नी और बेटे के पास लौटे
आखिर सात महीने दूर रहने के बाद मनप्रीत गोनी अपनी पत्नी और बेटे के पास लौट आये, फिर धीरे-धीरे उनका क्रिकेट करियर भी ट्रैक पर लौटने लगे, नवंबर 2017 में वो एक बेटी के पिता भी बनें। आपको बता दें कि गोनी एक बेटे के पिता पहले से थे। अब उनके दो बच्चे हो गये हैं।
मां ने लगाया था गंभीर आरोप
मनप्रीत गोनी के परिवार में विवाद इतना बढ गया था कि उनकी मां ने उन पर गंभीर आरोप लगाये थे, मां मोहिंदर कौर ने कहा था कि उनका छोटा बेटा मनप्रीत उनके हिस्से की प्रॉपर्टी हड़पना चाहते हैं, उनसे उन्हें जान का खतरा है, यदि उन्हें कुछ होता है, तो फिर उसका जिम्मेदार उनके छोटे बेटे को माना जाए, इतना ही नहीं उन्होने ये भी कहा था कि इस काम में उनके पति और बड़ा बेटा भी मनप्रीत गोनी का साथ दे रहा है।
आईपीएल पहले सीजन के स्टार
आपको बता दें कि साल 2008 में आईपीएल शुरु हुआ था, गोनी ने धोनी की कप्तानी में खेलते हुए बेहतरीन प्रदर्शन किया था, इस सीजन में उन्होने अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाया था, टूर्नामेंट में मनप्रीत गोनी के नाम 16 मैचों में 17 विकेट दर्ज थे, जिसके बाद वो लाइमलाइट में आये थे।
टीम इंडिया में मौका
आईपीएल में शानदार परफॉरमेंस का ईनाम उन्हें जल्द ही मिला, उन्होने जून 2008 में हांग-कांग के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया, तब टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी थे, हालांकि उनका करियर ज्यादा लंबा नहीं खींच सका, वो सिर्फ 2 वनडे मैच ही खेल पाये, उन्होने दूसरा एकदिवसीय मुकाबला बांग्लादेश के खिलाफ खेला।
नहीं मिले ज्यादा मौके
मनप्रीत गोनी को स्टार गेंदबाज माना जाता था, उन्होने आईपीएल के पहले सीजन में शानदार परफॉरमेंस दिया था, बावजूद उन्हें जितने मौके मिलने चाहिये थे, उतने नहीं मिले, शायद इसी वजह से वो कुछ खास नहीं कर सके। हालांकि एक बार फिर से वो क्रिकेट में लौट चुके हैं, वो उम्मीद कर रहे हैं कि आईपीएल के जरिये वो एक बार फिर से टीम इंडिया का दरवाजा खटखटाएंगे।