डॉक्टर से आईपीएस बन कर डाले 60 एनकाउंटर, बहादुरी के लिये सीएम योगी कर चुके हैं सम्मानित

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2011 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ. अजयपाल पिछले 6 साल के करियर में 60 से ज्यादा एनकाउंटर में शामिल हो चुके हैं।

New Delhi, Mar 22 : एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से चर्चित नोएडा के नवनियुक्त एसएसपी डॉ. अजयपाल ने पहली ही क्राइम मीटिंग में अपने इरादे स्पष्ट कर दिया है। उन्होने नोएडा के थानेदारों से साथ पहली बैठक की, उसमें उन्होने कहा कि पुलिस को इस तरह एक्टिव रहना है, कि बदमाश अगर नोएडा की सीमा में घुसें, तो उन्हें इस बात का अहसास हो जाना चाहिये, कि हम गलत जगह क्राइम करने जा रहे हैं।

क्राइम कंट्रोल करने वाला थानेदार बचा रहेगा
नोएडा के नवनियुक्त एसएसपी ने कहा कि क्राइम कंट्रोल करने में इंट्रेस्ट लेने वाला ही थानेदार बचा रहेगा, अगर अपराध को कंट्रोल करने में थानेदार दिलचस्पी नहीं दिखाएंगे, Ajaypalतो उन्हें हटाने में देर भी नहीं लगेगी। इसलिये कोई भी थानेदार क्राइम को हल्के में ना लें और अपराधियों से सख्ती बरतें।

चार्ज लेते ही मीटिंग
आपको बता दें कि बीते सोमवार को एसएसपी अजयपाल ने पदभार ग्रहण किया। चार्ज लेते ही उन्होने सभी थानेदारों को मीटिंग के लिये बुलाया, Ajaypal1उन्होने कहा कि अगर अपराधी किसी भी थाना क्षेत्र में अपराध करता है, तो उस पर वर्कआउट थानेदार की प्राथमिकता होगी, अगर वही बदमाश उसी इलाके में फिर से अपराध करेगा, तो उसे थानेदार की लापरवाही मानी जाएगी।

एनकाउंटर से कम होगा नोएडा में अपराध
2011 बैच के आईपीएस अधिकारी डॉ. अजयपाल पिछले 6 साल के करियर में 60 से ज्यादा एनकाउंटर में शामिल हो चुके हैं। Ajaypal2उन्होने नोएडा का चार्ज संभालने के बाद कहा कि एनकाउंटर से ही नोएडा में भी क्राइम कम होगा। अगर शहर में अपराध करते पकड़े जाने के दौरान कोई बदमाश अगर फायरिंग करता है, तो पुलिस भी उनका जबाव देने में पीछे नहीं हटेगी।

डॉक्टरी छोड़ बनें आईपीएस
आपको बता दें कि डॉ. अजयपाल 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, वो मूल रुप से पंजाब के लुधियाना के रहने वाले हैं। Ajaypal31उन्होने मैट्रिक एग्जाम में 100 फीसदी मार्क्स स्कोर किया था, इसके बाद उन्होने इंटरमीडिएट के बाद बीडीएस किया। डिग्री हासिल करने के बाद उन्होने पंजाब सरकार के डेंट्सप्लाई प्रोजेक्ट में इंटर्नशिप भी की। इसी दौरान उनके मन में सिविल सर्विसेज में हाथ आजमाने की सोची ।

दूसरे अटैम्प्ट में हुआ चयन
दो साल की मेहनत के बाद ही उनका चयन आईपीएस के लिये हुआ। जब उन्होने यूपीएससी के लिये परीक्षा दिया था, तब वो एलआईसी में नौकरी कर रहे थे। Ajaypal3साल 2010 में यूपीएससी एग्जाम में डॉ. अजयपाल को 160वीं रैंक मिली थी। जिसके बाद उनका चयन आईपीएस के लिये हुआ।

सीएम कर चुके हैं सम्मानित
आपको बता दें कि डॉ. अजयपाल इससे पहले हाथरस, शामली समेतक कई जिलों में एसपी के तौर पर काम कर चुके हैं। Ajaypal6शामली में अपराध पर लगाम लगाने के लिये प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ उन्हें शौर्य पुरस्कार से सम्मानित भी कर चुके हैं, अब नोएडा में विधिवत तैनाती के बाद अपराध पर लगाम लगाना उनका मुख्य उदेश्य होगा।

बड़े ऑपरेशन में रहे शामिल
यूपी में सत्ता परिवर्तन होने के बाद जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपराध पर लगाम लगाने और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के लिये व्यापक अभियान चलाने का निर्देश दिया, तो शामली में एसपी अजयपाल ने सबसे पहले दो बदमाशों को एनकाउंटर किया था। Ajaypal5इसके साथ ही पंजाब नाभा जेल ब्रेक के मास्टरमाइंड परमिंदर उर्फ पिंदा की कैराना में गिरफ्तारी, अजयपाल कई बड़े ऑपरेशन में शामिल रहे हैं।