अरबपति बिजनेसमैन का बेटा था ओसामा बिन लादेन, ऐसे बन गया दुनिया का मोस्ट वांटेड आतंकी

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ओसामा बिन लादेन के पूर्व क्लासमेट के अनुसार वो नाइटक्लब भी जाते थे और सऊदी के रईस दोस्तों के साथ बैठकर शराब भी पीते थे।

New Delhi, Mar 26 : दुनिया के मोस्ट वांटेड आतंकियों में शुमार ओसामा बिन लादेन एक बिजनेसमैन परिवार से ताल्लुक रखते थे। सऊदी अरब के रईस कंस्ट्रक्शन कारोबारी के घर पैदा हुए लादेन पढाई के दौरान ही धार्मिक कट्टरपंथियों के संपर्क में आ गये थे। यहीं से उनका झुकाव आतंकवाद की ओर होता चला गया, लादेन ने साल 1988 में अलकायदा की स्थापना की थी, कई छोटे बड़े हमलों के बाद उन्होने अमेरिका में 9/11हमले ने उन्हें दुनिया का सबसे बड़ा मोस्ट वांटेड आतंकी बना दिया।

कंस्ट्रक्शन कारोबारी के घर जन्म
आपको बता दें कि ओसामा बिन लादेन का जन्म 1957 में सऊदी अरब के जेद्दाह में यमनी कंस्ट्रक्शन के मालिक मोहम्मद बिन लादेन के घर हुआ था। osama5लादेन के पिता सऊदी के मौजूदा किंग फैजल के करीबी दोस्तों में गिने जाते थे, उनका बिन लादेन ग्रुप मक्का-मदीना की मस्जिदों के रेनोवेशन के कांट्रेक्ट लेता था।

पिता का निधन
साल 1968 में पिता मोहम्मद बिन लादेन का निधन हो गया, तब ओसामा की उम्र महज 13 साल थी, पिता के निधन के साथ ही ओसामा और उनके भाइयों को 300 मिलियन डॉलर (19 अरब रुपये) की संपत्ति विरासत में मिल गई थी। osama3शुरुआती पढाई के बाद जेद्दाह में ही उन्होने सिविल इंजिनियरिंग की पढाई के लिये किंग अब्दुल अजीज यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया।

कट्टपंथियों के विचारों से हुए प्रभावित
ओसामा बिन लादेन के पूर्व क्लासमेट के अनुसार वो नाइटक्लब भी जाते थे और सऊदी के रईस दोस्तों के साथ बैठकर शराब भी पीते थे। osama4वो इंजिनियरिंग की पढाई पूरी कर अपना फैमिली बिजनेस संभालने की तैयारी में थे, लेकिन वो ज्यादा दिनों तक अपनी पढाई जारी नहीं रख सके। उन्हीं दिनों वो रिलीजियस पॉलिटिक्स पढाने वाले मुस्लिम कट्टरपंथी शेख अब्दुल्लाह आजम के संपर्क में आये और उनके विचारों से प्रभावित हुए।

शेख अब्दुल्ला नये लड़कों को भड़काता था
शेख अब्दुल्ला आजम नये लड़कों को भड़काता था, वो अपनी स्पीच में इस्लामिक राष्ट्रों में विदेशी दखल से आजाद कराने की बात कहता था, osama2वो अपने छात्रों को धार्मिक कट्टरपंथ मानने पर जोर देता था। शेख अब्दुल्लाह का मानना था कि इस्लाम को अपनी जड़ों की तरफ लौटना चाहिये, इसे ना मानने वालों के खिलाफ जेहाद छेड़ा जाना चाहिये।

लादेन बना अफगान वॉर का हिस्सा
1980 के दशक में विद्रोही ग्रुप मुजाहिदीन ने सोवियत यूनियन और अफगान सेना के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया था, इससे पहले 1970 में ओसामा बिन लादेन कई कट्टरपंथी मुस्लिम गुटों से जुड़ चुका था। osama1लादेन इसी युद्ध में अफगान लड़ाकों के सहयोग से पाक के पेशावर पहुंच गये, यहां उन्हें सऊदी की तरफ से आर्थिक मदद भी मिलता था। यहां पर ओसामा ने अरब अफगानियों और उनके परिवार को मदद पहुंचाने के लिये द बेस नाम से एक गुट बनाया, जिसे बाद में अलकायदा के नाम से जाना गया।

लौट आया सऊदी
साल 1989 में अफगानिस्तान में सोवियत संघ के हटने के बाद ओसामा अपने परिवार की कंस्ट्रक्शन कंपनी के लिये काम करने के मकसद से सऊदी लौट आया। osamaवो यहीं से अपने संगठन को मजबूत करने के लिये फंड जुटाना शुरु कर दिया। अलकायदा धीरे-धीरे ग्लोबल ग्रुप बन गया, इस ग्रुप का हे़ड ऑफिस अफगानिस्तान में रहा, जबकि धीरे-धीरे इस ग्रुप के सदस्य 35 से 60 देशों में फैल गये। बिन लादेन ग्रुप के वर्कर डेनियल ओमान के अनुसार ओसामा अपनी भाइयों और सऊदी अरब किंगडम की ओर से बहिष्कृत कगिया जा चुका था।

ऐसे बना मोस्ट वांटेड आतंकी
सूडान में ओसामा ने अपने संगठन को मजबूत करने के लिये विदेशी फंड लेने शुरु किया, उन्होने आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप शुरु किये, World Trade Centerउनकी पहली प्राथमिकता थी मुस्लिम देशों से अमेरिकी को खदेड़ना। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 1992 से अलकायदा ने पहला हमला यमन के अदेन के एक होटल में किया था, जिसमें दो ऑस्ट्रेलियन टूरिस्ट मारे गये थे। साल 1999 में एफबीआई ने लादेन को दुनिया के टॉप टेन मोस्ट वांटेड आतंकियों की सूची में शामिल किया।

पाकिस्तान में मारा गया लादेन
साल 2001 में अलकायदा ने 11 सितंबर को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टॉवर्स और पेंटागन पर हमला किया, इस हमले में करीब तीन हजार लोग मारे गये। osama Pakइस हमले के बाद से ही अमेरिकी सरकार और वहां की एजेंसियां लादेन को ढूंढने लगी। उनकी तलाश में अफगानिस्तान में कई बड़े ऑपरेशन किये गये। आखिरकार साल 2011 में अमेरिका की कोवर्ट ऑपरेशन कामयाब रहा। पाक के एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन को अमेरिकी सेना ने मार गिराया।