बिहार : आरपीएफ सहायक कमांडेंट सुरेन्द्र शर्मा के अनुसार उनकी बेटी को गूगल के अलावा अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट और मर्सिडीज जैसी बड़ी कंपनियों से भी नौकरी का ऑफर था।
New Delhi, May 10 : बिहार की मधुमिता शर्मा का चयन गूगल में हुआ है, टेक जाएंट गूगल ने उन्हें 1 करोड़ रुपये सलाना के पैकेज पर नौकरी दी है। आपको बता दें कि मधुमिता शर्मा पटना से लगे छोटे से कस्बे की रहने वाली है। उन्होने सोमवार को स्विटजरलैंड स्थित ऑफिस में बतौर टेक्निकल सॉल्यूशन इंजीनियर ज्वाइन भी कर लिया। उनके पिता सुरेंद्र शर्मा आरपीएफ में सहायक कमांडेंट हैं, वो अभी सोनपुर में पदस्थ हैं।
पिता ने किया था मना
एक रिपोर्ट के अनुसार मधुमिता के पिता सुरेन्द्र शर्मा ने शुरुआत में अपनी बेटी से कहा था, कि इंजिनियरिंग फील्ड लड़कियों के लिये नहीं है, हालांकि कुछ महीने बाद उन्हें अपनी गलती का अहसास तब हुआ, जब उन्होने देखा, कि इस सेक्टर में भी भारी संख्या में लड़कियां आ रही है और नाम कर रही है, उसके बाद उन्होने अपनी बेटी से भी कहा कि ठीक है एडमिशन ले लो।
कई बड़ी कंपनियों से ऑफर
आरपीएफ सहायक कमांडेंट सुरेन्द्र शर्मा के अनुसार उनकी बेटी को गूगल के अलावा अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट और मर्सिडीज जैसी बड़ी कंपनियों से भी नौकरी का ऑफर था, लेकिन फिलहाल उन्होने गूगल को ज्वाइन किया है। बीते सोमवार को ही स्विटजरलैंड में उन्होने अपना पद संभाल लिया है।
कहां से की पढाई ?
मधुमिता शर्मा ने पटना से लगे खगौल स्थित वाल्मी डीएवी से 12वीं तक की पढाई की है, फिर उन्होने जयपुर के आर्य कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (2010-14) से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया। कॉलेज से पास होने के बाद उनका प्लेसमेंट एपीजी बेंगलुरु में हो गया। कुछ साल वहां नौकरी करने के बाद अब उन्हें गूगल से ऑफर मिला, जिसे उन्होने स्वीकार कर लिया।
अब्दुल कमाल से मिली प्रेरणा
मधुमिता शर्मा बताती है कि उन्हें प्रेरणा अपने मम्मी-पापा और देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. अब्दुल कलाम से मिली। उन्हें देखते हुए ही वो आगे बढती रही हैं। तीन भाई-बहनों में मधुमिता बहन से छोटी और भाई से बड़ी हैं। उनकी बड़ी बहन मेडिकल की पढाई कर रही हैं, तो भाई इंजीनियरिंग का छात्र है।
गूगल जैसी कंपनी में काम करने का था सपना
बिहार की बेटी ने बताया कि उन्हें बचपन से ही गूगल जैसी बड़ी और नामी कंपनी में काम करने का सपना था, जो अब पूरा हो गया है, उन्होने बताया कि पढाई के दौरान जब कभी भी वो अपने सपनों की बातें करती, तो उनके दोस्त ये कहकर उन्हें हतोत्साहित करते थे, कि बड़े सपने देखना उन जैसी लड़कियों के वश की बात नहीं है। लेकिन नेगेटिव ना होकर मधुमिता अपनी जिद पर कायम रहीं, आज नतीजा सबके सामने है।
परिवार के लोग बेहद खुश
पिता सुरेन्द्र शर्मा के साथ ही मधुमिता की मां भी बेटी की कामयाबी से बेहद खुश हैं, उन्होने कहा कि बेटी हमेशा चाहती थी, कि वो गूगल जैसी बड़ी कंपनी में काम करें, आखिर उसे सफलता मिल ही गई। मधुमिता सफलता के आस-पड़ोस के लोग भी बेहद खुश हैं, कि उनके बीच की लड़की अब गूगल जैसी कंपनी में काम कर रही है।