महिला पुलिसकर्मियों से बेड पर सोने की फरमाइश करता था यह अफसर, परेशान होकर की शिकायत, अब होगी DSP पर कार्रवाई

बिहार से आई है एक परेशान करने वाली खबर । पुलिस महकमे के एक अफसर पर आरोप है कि उसने छुट्टी देने के बहाने महिला पुलिसकर्मियों के साथ ओछी हरकत की ।

New Delhi, Nov 10 : इन दिनों पूरे देश में मी टू अभियान चल रहा है । सबसे ज्‍यादा मामले चकाचौंध वाली ग्‍लैमर इंडस्‍ट्री से निकलकर आए हैं, लेकिन ऐसा नहीं है कि दूसरे क्षेत्र इससे बचे हुए हैं । बिहार से एक हैरान और परेशान करने वाली खबर आई है । जिसके मुताबिक बिहार पुलिस के एक अधिकारी पर आरोप है कि छुट्टी देने के नाम पर वो महिलाओं के साथ ओछी हरकत करता था । उन पर प्रेशर देकर गंदी-गंदी वीडियो मंगाता था ।

मामले में सौंपी गई रिपोर्ट
जानकारी के अनुसार इस मामले में जोनल आईजी ने पुलिस मुख्यालय को अपनी रिपोर्ट विभाग को सौंप दी है । इस मामले में डीएसपी मो. मसेलहउद्दीन पर कार्रवाई होना तय है । जांच टीम के अनुसार जांच के दौरान कई खामियां उजागर हुई हैं । जोनल आईजी नैयर हसनैन खान को 17 पन्ने की रिपोर्ट सौंपी गई है। विद्रोही महिला पुलिस कर्मियों ने डीएसपी पर ऐसे आरोप लगाए हैं कि सुनकर किसी को भी सिहरन हो जाए ।

करते थे गंदी डिमांड
महिला पुलिसकर्मियों ने मामले में सामने आकर डीएसपी के बारे में खुलकर बताया । महिला आयोग के सामने पटना पुलिस लाइन की विद्रोही महिला पुलिस कर्मियों का दर्द छलक उठा । महिला पुलिसकर्मियों ने रो-रोकर अपना दुखड़ा सुनाया । सभी ने एकसुर में डीएसपी मो मसलेहद्दीन के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाए । महिला कर्मियों के अनुसार डीएसपी सर छुट्टी देने के बदले हमें बिस्तर पर सोने को कहते थे ।
जानवरों जैसा बर्ताव
महिला पुलिस कर्मिरूों के अनुसार पुलिस लाइन में महिलाओं के साथ जानवरों जैसा बर्ताव होता है । उन्हें बिना किसी नोटिस के बर्खास्त कर दिया गया है। उनसे पूछा भी नहीं जाता कि पूरा मामला क्या है । उनसे उनकी उनकी समस्याओं के बारे में भी नहीं पूछा गया और कार्रवाई से पहले भी कोइ र्सवाल नहीं किए गए, ना कोई स्पष्टीकरण ही देने दिया गया । सीधे बर्खास्त कर दिया गया।

महिला आयोग से गुहार
महिला पुलिस कर्मियों ने महिला आयोग से गुहार लगाई है ।  आयोग की अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी । लड़कियों के साथ क्या अन्याय हुआ इसकी भी छानबीन होगी । मामले में बर्खास्त पुलिसकर्मियों का कहना है कि उनसे गलती हुई है । उन्हें इस तरह से तोड़फोड़ नहीं करना चाहिए था । लेकिन इसके सिवा वो करते भी क्‍या । 3 महीने से बर्दाश्त करते-करते उनके सब्र का पैमाना लबरेज हो गया था।

हुआ था हंगामा
दरअसल 2 नवंबर को डेंगू से ट्रेनी महिला पुलिस जवान सविता का देहांत होने के बाद पुलिस लाइन में जमकर हंगामा हुआ था । महिला जवानों ने जमकर तोड़फोड़ की थी । एसपी और डीएसपी की पिटाई भी हुई । मामले को लेकर बिहार पुलिस ने 5 नवंबर को बड़ी कार्रवाई की थी । जिसमें 167 रंगरूटों के साथ ही 175 पुलिसक्रर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया, इनमें 77 महिला जवान भी शामिल थीं ।