महंगाई से त्रस्त आम आदमी को जल्द ही थोड़ा राहत मिलने के आसार मिल रहे हैं । सरकार ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने की कवायद शुरू कर दी हैं ।
New Delhi, Apr 12 : बढ़ती महंगाई आसमान छू रही है ओर इस महंगाई के दौर से कदमताल करते हुए आम आदमी जीतोड़ मेहनत में जुटा हुआ है । फिर भी आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपय्या वाला हिसाब ही बना हुआ है । बहरहाल आम आदमी की इन मुश्किलों को सरकार आने वाले दिनों में कुछ कम कर सकती है । जल्द ही पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कुछ कमी लाने का सरकार मन बना चुकी है । इसके लिए तेल कंपनियों को निर्देश दिए गए हें कि वो जल्द ही पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी लाए और आम आदमी को राहत पहुंचाए ।
एक रुपए तक की कमी
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के चलते सरकार ने आम आदमी की सुध दी है । सरकार ने तेल कंपनियों को साफ निर्देश दिए हैं कि ग्राहकों पर पड़ने वाले बोझ को थोड़ा कम किया जाए । सरकार लगातार बढ़ते दोमों के चलते आलोचना से घिरी हुई थी । सरकार ने तेल कंपनियों को पेअ्रोल – डीजल की कीमतों में एक रूपए तक की गिरावट करने के लिए कहा है । जो कंपनियां खुद सहन करेंगी । हालांकि सरकार के इस निर्देश के बाद शेयर बाजार में लिसट कंपनियों के शेयर में भारी उतार आया है ।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
सरकार के इस कदम पर एक्सपर्ट्स के मुताबिक कि क्रूड कीमतों को लेकर सरकार की नीति स्पष्ट लग रही है । सरकार ने तेल कंपनियों को ग्राहकों पर बोझ नहीं डालने के लिए कहा है । इस विषय पर सरकार और ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के बीच लगातार बातचीत चल रही है । ये अच्छी बात है कि फिलहाल क्रूड ऑयल के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं होने वाली ।
बढ़ते दामों पर चिंता
उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए वर्तमान सरकार पिछले काफी समय से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों से बात कर रही है । उम्मीद है कि आने वाले समय में सरकार उन्हें अपना मार्जिन कम करने के निर्देश दे । क्रूड ऑरूल के बढ़ते दोमों की वजह से सरकार का इसमें दखल देना जरूरी हो गया था । हाल ही में तेल मंत्रालय ने भी पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों पर चिंता जाहिर की थी । मामले में वित्त मंत्रालय से भी अपील की गई थी कि एक्साइज ड्यूटी को घटाया जाए ।
सभी क्षेत्रों में महंगाई बढ़ने का खतरा
पेट्रोल-डीजल के दामों की वजह से हर क्षेत्र प्रभावित होता है । सभी जगह महंगाई बढ़ने का खतरा बना रहता है । इससे सरकार के फिस्कल डेफिसिट और करेंट अकाउंट डेफिसिट में भी बढ़ोतरी हो रही है जिससे इकॉनमी प्रभावित हो रही है । पेट्रोल और डीजल के दाम अग रोजाना तय किए जाते हैं जिसकी वजह से सरकार के लिए काफी मुश्किल होने लगी है । मुंबई में पेट्रोल 81.80 रुपए और दिल्ली में पेट्रोल के दाम 74 रुपए के स्तर पर पहुंच चुके हैं जो पिछले 5 सालों में बहुत ज्यादा है ।
क्रूड ऑयल की कीमतों में भी बढ़ोतरी
सरकार के आंकड़ें देखें तो क्रूड ऑयल के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है । बीते साल जून में ब्रेंट क्रूड न्यूनतम स्तर 44 डॉलर प्रति बैरल पर था, जो बढ़कर मौजूदा समय में लगभग 70 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है । बीते कुछ महीनों के दौरान ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमतों में हो रही लगातार वृद्धि से महंगाई बढ़ने का खतरा मंडराने लगा है ।
दाम गिराने को लेकर कोई निर्देश नहीं
सरकार की ओर से दिए निर्देशों पर फिलहाल कंपनिया अमल की बात नहीं कह रही हैं । IOC, HPCL जैसी बड़ी कंपनियों के मुताबिक उन्हें ऐसे कोई निर्देश मिले ही नहीं है । अगर सरकार की ओर से ऐसा कोई लेटर आता भी हे तो पहले उस पर विचार किया जाएगा । दाम बढ़ाना उनकी भी मजबूरी है, बाजार में हालात ही ऐसे हैं । लेकिन सरकार की चिंता भी समझी जा सकती है ।
बढ़े हैं दाम
पिछले 10 महीनों में पेट्रोल-डीजल के दामों में सिर्फ बढ़ोतरी ही हो रही है । दाम घटने के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है । पिछले साल जून से डीजल और पेट्रोल के दाम रोजाना तय होते हैं । जून 2017 में पेट्रोल की कीमत 66.91 रुपए थी और डीजल की कीमत 55.94 रुपए । जून 2017 से लेकर 2 अप्रैल 2018 तक पेट्रोल 06.82 रुपए और डीजल 08.75 रुपए तक महंगा हो चुका है । कीमत घटी नहीं, सिर्फ बढ़ी ही हैं ।