शिवजी के इस मंदिर से जुड़ी है पीएम मोदी की अटूट श्रद्धा, यहां हर साल शीश नवाते हैं

भगवान शिवजी के इस मंदिर से पीएम मोदी की भी अटूट आस्था है। इस ज्योतिर्लिंग में पीएम बनने के बाद से मोदी लगभग हर साल गए हैं। आइए इस बारे में जानिए

New Delhi, Mar 14: भारत में कुल मिलाकर 12 ज्योतिर्लिंग हैं। इन द्वादश ज्योतिर्लिंगों में देवभूमि में बसे बाबा केदारनाथ अलग ही महत्व रखते हैं। पहाड़ों के बीच बर्फ की चादर ओड़े बाबा केदार के अद्भुत रूप को देखने के लिए हर साल लाखों की संख्या में सैलानी आते हैं। देश के पीएम मोदी के लिए भी केदारनाथ बड़ी आस्था और श्रद्धा का केंद्र है। इस बीच एक और खास बात है।

केदार पर अटूट आस्था
ये बात हर कोई जानता है कि बीते साल जब केदार के कपाट खुले थे, तो इस दौरान मोदी खुद वहां मौजूद थे। इसके बाद केदार के कपाट बंद हुए तो नरेंद्र मोदी एक बार फिर इस धाम में पहुंचे। इसके बाद उन्होंने वहां से कई घोषणाएं भी की थी। नई केदारपुरी तैयार हो रही है और इसके देश का पहला स्मार्ट टैंपल भी बनाया जा रहा है। काम लगातार जोरों पर है।

इस महीने के आखिर में आएंगे
अब खबर है कि पीएम नरेंद्र मोदी इस महीने के आखिर तक केदारधाम का दौरा कर सकते हैं। इसके लिए बकायदा डीएम मंगेश घिल्डियाल को निर्देश भी दिए गए हैं। हाल ही में केदारनाथ में यात्रा व्यवस्था और पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लेने मुख्य सचिव उत्पल कुमार पहुंचे थे। उन्होंने तमाम तैयारियों के बारे में जिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं।

29 अप्रैल को कपाट खुलेंगे
29 अप्रैल को केदारधाम के कपाट खुलने हैं। बताया जा रहा है कि मोदी इससे पहले ही अपने ड्रीम प्रोजक्ट के कार्यों और व्यवस्थाओं का जायजा लेने खुद वहां पहुंच रहे हैं। बताया जा रहा है कि इस बार मोदी केदार में बह रही नदियों पर बन रहे घाटों का जायजा लेंगे। बताया तो ये भी जा रहा है कि प्रधानमंत्री केदारनाथ में चल रहे कामों से बेहद खुश हैं।

देश का पहला स्मार्ट टैंपल होगा
खबर है कि केदारनाथ को स्मार्ट सिटी की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। ये इच्छा खुद मोदी ने जताई है। उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से पीएम मोदी की बातचीत हुई थी और इस दौरान उन्होंने ये इच्छा उनके सामने जताई है। एक वेबसाइट ने इस खबर को प्रमुखता से जगह दी है। नई केदारपुरी के लिए आजकल लगातार काम किया जा रहा है।

इस जुलाई तक हर काम पूरा
इस जून या जुलाई तक यहां काम भी पूरा हो जाएगी। अब केदार को स्मार्ट टैंपल बनाने से मतलब है कि यहां सभी तरह की सुविधाएं होंगी। सूचनाएं और सुरक्षा को हाईटेक किया जाएगा। इसके अलावा पेयजल और बिजली की व्यवस्था कंप्यूटराइज्ड रहेगी। इसके अलावा, रास्ते में इलेक्ट्रिक पोल लगे होंगे, इन्हीं में अनाउंसमेंट सिस्टम लगा होगा।

ऐसी होंगी खूबियां
जिस तरह से वैष्णो देवी के रास्ते में अनाउंसमेंट सिस्टम है। मौसम के अलावा भीड़ आदि की भी इसके जरिए दी जाएगी। तीर्थ यात्रियों को इलेक्ट्रॉनिक गाइडेंस सिस्टम उपलब्ध कराए जाएंगे। इसमें केदारपुरी के एक-एक स्थान की जानकारी होगी। ईयरफोन के जरिए यात्रियों को इसकी जानकारी मिलती रहेगी। यहां बनने वाली सड़क में भी स्पीकर लगे होंगे। इसके अलावा लेजर-शो के जरिए यहां की शान को दिखाया जाएगा।