अंडर-19 टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ के मुताबिक ये जर्सी वो किसी अंधविश्वास की वजह से नहीं बल्कि एक खास कारण से पहनते हैं।
New Delhi, Feb 08 : हाल में न्यूजीलैंड में खेले गये अंडर-19 विश्व कप को टीम इंडिया ने जीतकर इतिहास रच दिया है, भारतीय टीम ने ये टूर्नामेंट पृथ्वी शॉ के कप्तानी में जीता, मुंबई पहुंचने के बाद युवा कप्तान ने ट्वीट के जरिये कोच राहुल द्रविड़ का शुक्रिया अदा किया। इस पूरे टूर्नामेंट में शॉ 100 नंबर की जर्सी के साथ खेले, जिसके बाद से कहा जा रहा था, कि वो अंधविश्वासी हैं, हालांकि अब उन्होने अपनी इस जर्सी का राज खोला है।
क्यों पहनते हैं 100 नंबर की जर्सी ?
अंडर-19 टीम के कप्तान के मुताबिक ये जर्सी वो किसी अंधविश्वास की वजह से नहीं बल्कि एक खास कारण से पहनते हैं, जूनियर टीम के कप्तान का कहना है कि सौ नंबर उनके सरनेम शॉ से काफी मिलता-जुलता है, इसी वजह से उन्होने 100 नंबर की जर्सी का चयन किया था। हालांकि ये जर्सी नंबर उनके लिये काफी लकी रहा, बल्लेबाजी के साथ-साथ उनकी कप्तानी में टीम विश्व विजेता बनी।
जिम्मेदार बनाती है कप्तानी
18 वर्षीय पृथ्वी शॉ ने टीम की कप्तानी को लेकर कहा कि ये मुझे मैदान के अंदर और बाहर दोनों ही जगह जिम्मेदार बनाती है, जब आप मैदान पर होते हैं, टीम को लीड करते हैं, तो आपको ज्यादा फोकस करना पड़ता है, मालूम हो कि अंडर-19 से पहले पृथ्वी ने स्कूल टीम और स्टेट टीम के भी कप्तान रह चुके हैं।
विश्वकप में शानदार प्रदर्शन
पृथ्वी शॉ ने विश्व कप में कप्तानी के साथ-साथ बल्ले से भी छाये रहे, उन्होने इस टूर्नामेंट में खेले 6 मैचों में 65.25 के शानदार औसत से 261 रन बनाये, आपको बता दें कि इस टूर्नामेंट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले वो दूसरे बल्लेबाज रहे, उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 94 रन रहा।
फाइनल में ऑस्ट्रेलिया को मात
अंडर-19 विश्व कप में टीम इंडिया ने 3 फरवरी को ऑस्ट्रेलिया को हराया था, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कंगारु टीम सिर्फ 216 रन ही बना सकी, फिर बाद में टीम इंडिया ने ये स्कोर 2 विकेट के नुकसान पर आसानी से हासिल कर लिया। फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया की ओर से सलामी बल्लेबाज मनजोत कालरा ने शतक लगाया था।
सेमीफाइनल में पाक को धोया था
फाइनल से पहले सेमीफाइनल में भारत और पाकिस्तान का हाई वोल्टेज मुकाबला हुआ था, हालांकि भारतीय शेरों के आगे पाक टीम ने घुटने टेक दिये थे और महज 69 रन पर पूरी टीम ऑलआउट हो गई थी। टीम इंडिया ने ये मुकाबला 203 रनों से जीता था। सेमीफाइनल में बल्लेबाज शुबमन गिल ने शानदार शतक ठोंका था।
विश्व कप जीतने वाले चौथे कप्तान
आपको बता दें कि अंडर-19 में टीम इंडिया 4 बार विश्व कप जीत चुकी है, सबसे पहले साल 2000 में मोहम्मद कैफ की कप्तानी में टीम ने ये टूर्नामेंट जीता था, तब युवराज सिंह भी उस टीम के सदस्य थे, फिर 2008 में विराट कोहली की कप्तानी में टीम ने ये ट्रॉफी जीती, फिर 2012 में उन्मुक्त चंद की कप्तानी में भी ये टूर्नामेंट जीत चुकी है। अब तक इस टूर्नामेंट को भारत के अलावा किसी और देश ने 4 बार नहीं जीता है।
क्रिकेट का भविष्य
पृथ्वी शॉ को टीम इंडिया का भविष्य कहा जा रहा है, आपको बता दें कि बल्लेबाजी के कई बड़े रिकॉर्ड्स उन्होने सिर्फ 18 साल की उम्र में ही अपने नाम कर लिया है। पिछले साल न्यूजीलैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी, तो प्रैक्टिस मुकाबले में इंडिया ए की तरफ से खेलते हुए शॉ ने शानदार अर्धशतक लगाया था, तब न्यूजीलैंड के गेंदबाज ने इस युवा बल्लेबाज की तारीफ करते हुए कहा था कि इनका भविष्य उज्जवल है, वो जल्दी ही टीम इंडिया में भी खेलेंगे।
सचिन ने भी की थी तारीफ
आपको बता दें कि सिर्फ 18 साल की उम्र में पृथ्वी सचिन के कई रिकॉर्ड्स के पास पहुंच गये हैं, पिछले दिनों एक इंटरव्यू में मास्टर-ब्लास्टर ने उनकी तारीफ करते हुए कहा था कि उन्हें बल्लेबाजी करते देखना सुखद है, वो कमाल के बल्लेबाज हैं।