ढाबे पर काम करते बीता बचपन, आज इतने करोड़ की कार के लिये खरीदा 15 लाख का नंबर

तनेजा ने बताया कि एक दिन उनकी पर्सनालिटी देख मोहल्ले के कुछ लड़कों ने उन्हें मॉडलिंग की सलाह दी, मॉ़डलिंग में मिस्टर जयपुर, फिर मिस्टर राजस्थान और मेल ऑफ द ईयर के टाइटल जीते।

New Delhi, Jul 10 : जिस शख्स ने 16 साल पहले एक छोटे से ढाबे पर 150 रुपये महीने पर काम किया हो, पंचर की दुकान पर काम किया हो, आज उसने 1.5 करोड़ रुपये की जगुआर कार के लिये आरटीओ में बोली के जरिये 15 लाख रुपये में वीआईपी नंबर खरीदा है। उस शख्स ने ये नंबर आरजे 45 सीजी 0001 नंबर के लिये लगाई है। इतना ही नहीं इस नंबर के लिये 1 लाख 1 हजार रुपये की फीस भी अलग से जमा करा दी है।

बोली में तीन फर्मो ने लिया भाग
आपको बता दें कि इस बोली में तीन फर्मो ने भाग लिया है, आखिरकार जयपुर निवासी राहुल तनेजा नाम के शख्स ने सबसे ऊंची बोली लगाकर ये नंबर हासिल कर लिया। मालूम हो कि राहुल तनेजा इवेंट व वेडिंग मैनेजमेंट लाइव क्रिएशन्स के फाउंडर हैं। डीटीओ अनिल सोनी ने बताया कि ये अब तक प्रदेश का सबसे महंगा नंबर है।

पंचर बनाने से लेकर ढाबे तक पर काम किया
राहुल तनेजा मध्य प्रदेश के मंडला तहसील के छोटे से गांव में बेहद गरीब परिवार में पैदा हुए थे। पांच भाई बहनों में वो सबसे छोटे हैं, शुरुआत में पिता के साथ उन्होने पंचर बनाने का काम किया। कुछ बड़ा करने की चाहत लिये राहुल ने कम उम्र में ही घर छोड़ दिया। दो साल जयपुर में एक ढाबे पर काम किया।

रंग बेच-बेच के रंगी जिंदगी
जयपुर में ही उन्होने सिजनली बिजनेस करना शुरु किया, जैसे दिवाली के समय में फुटपाथ पर पटाखे बेचते थे, होली में रंग और मकर संक्राति के समय पतंगे। घर-घर जाकर सुबह-सुबह अखबार डालते थे, दिन में ढाबे पर नौकरी करते थे और रात में ऑटो चलाते थे। धीरे -धीरे उनके दिन अच्छे होने लगे।

ऐसे बदली किस्मत
तनेजा ने बताया कि एक दिन उनकी पर्सनालिटी देख मोहल्ले के कुछ लड़कों ने उन्हें मॉडलिंग की सलाह दी, मॉ़डलिंग में मिस्टर जयपुर, फिर मिस्टर राजस्थान और मेल ऑफ द ईयर के टाइटल जीते। इसके बाद उन्हें लगातार शो मिलते चले गये। बाद में उन्होने कई इवेंट किये। अब वो वेडिंग्स के इवेंट्स करते हैं। राहुल का शुरु से ही एक नंबर से खास रिश्ता रहा है, उनके मोबाइल और लैंड लाइन के अंतिम सात नंबर और कारों के नंबर भी एक ही है।