जिस कोचिंग सेंटर से 66 बच्चों ने सफलता पाई, वहां छापा पड़ा तो दंग रह गए लोग

एक कोचिंग सेंटर में 66 बच्चों का सलेक्शन जेई के लिए हुआ था। जब इस कोचिंग इंस्टूट्यूट पर छापा पड़ा तो हर कोई दंग रह गया। जानिए इसके बारे मेंं।

New Delhi, Mar 08: एक कोचिंग सेटंर जहां से हाल ही में 66 बच्चों का सलेक्शन जेई के लिए हुआ था। जब उस पर छापा मारा गया तो हर कोई हैरान रह गया। दरअसल ये जेई परीक्षा पहले से ही विवादों के घेरे में थी। इसलिए शक की सुई और भी ज्यादा तेज हो गई थी।  जब जिलाधिकारी ने अपनी टीम के साथ इस कोचिंग संस्थान पर छापा मारा तो कई अनियमितताएं पाईं गई।

एक शक और सीधा छापा
दरअसल अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से ऊर्जा निगम और पिटकुल में जेई भर्ती की परीक्षा करवाई गई थी। ये परीक्षा अब सवालों के घेरे में आ गई है। रुड़की के एक कोचिंग सेंटर में जिलाधिकारी दीपक रावत ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान पूरे कोचिंग इंस्टीट्यूट में हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी ने बताया कि जांच में कई अनियमितताएं पाई गई हैं।

कहां से निकले ये 66 बच्चे ?
इसके साथ ही बताया जा रहा है कि इस कोचिंग इंस्टीट्यूट के संचालकों के तीन मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं। रुड़की के जीनियस एजुकेशन प्वाइंट इंस्टिट्यूट पर ये छापा मारा गया है। बीते 5 नवम्बर को इस कोचिंग इंस्टीट्यूट  के 66 बच्चों का सलेक्शन जेई में हुआ था। इसके बाद से अधीनस्त सेवा चयन आयोग को कुछ शक हुआ तो जांच के आदेश दिए गए।

कैसे पास हो गए 66 बच्चे ?
जांच के आदेश उस अधिकारी को दिए गए, जो अपनी तेज -तर्रार छवि के लिए देशभर में मशहूर हैं। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने दीपक रावत को इस मामले में जांच के आदेश दिए। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए डीएम ने बताया कि एक छोटे से कोचिंग सेंटर से इतनी बड़ी संख्या में बच्चों का सलेक्शन होना शक और सवाल खड़े करता है।

200 पोस्ट और एक संस्थान से 66 बच्चे ?
इस वजह से इस कोचिंग इंस्टीट्यूट पर ये कार्रवाई की गई। हैरानी की बात तो ये है कि जिलाधिकारी ने कोचिंग संचालकों से रिकॉर्ड्स, डाटा मांगां, लेकिन कोचिंग इंस्टीट्यूट वाले कोई भी दस्तावेज नहीं दिखा पाए। डीेम हैरान रह गए कि आखिर कैसे इस कोचिंग इंस्टीट्यूट से 66 बच्चों के सेलेक्शन हुआ ? डीएम ने बताया कि कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ाई से सम्बंधित कोई भी सामग्री नहीं है।

एक्शन में जिलाधिकारी
इसके बाद भी 66 बच्चों का सरकारी नौकरियों में चयन होना कई सवाल खड़े कर रहा है। औचक निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कोचिंग इंस्टीट्यूट के संचालकों को कड़ी फटकार लगाई। संचालकों के फोन जब्त कर लिए गए। जानकारी तो ये भी मिल रही है कि कोचिंग के बच्चों का सलेक्शन होने पर इंस्टीट्यूट द्वारा रुड़की के एक होटल में प्रोग्राम भी करवाया गया था।

देश में फेमस हैं ये जिलाधिकारी
वैसे जिस जिलाधिकारी को इस केस की जिम्मेदारी सौंपी गई है, हर कोई जानता है कि वो मामले की तह तक जाते हैं और तब तक चैन की सांस नहीं लेते। ऐसे में ये जरूर माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में डीएंम दीपक रावत कोई बड़ा खुलासा कर सकते हैं। आगे जो भी जानकारी मिलेगी, उसकी डीटेल्स हम आप तक पहुंचाते रहेंगे।