रोहित शर्मा अब फाइनल मुकाबलों में सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले कप्तान बन गये हैं। टीम इंडिया के लिये रोहित ने अब तक 9 टी-20 मैचों में कप्तानी की है, जिसमें से 8 मैच में भारतीय टीम जीती है।
New Delhi, Mar 22 : टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के अलावा अपनी कप्तानी से भी प्रभावित कर रहे हैं। रोहित के नाम एक बड़ा रिकॉर्ड दर्ज है, जो शायद ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं होगी। दरअसल टी-20 क्रिकेट के फाइनल में रोहित को कप्तानी करते हुए कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा है। आपको बता दें कि आईपीएल के दौरान रोहित ने तीन बार मुंबई इंडियंस को चैपिंयन बनाया साथ ही हाल में दक्षिण अफ्रीका में खेले गये तीसरे टी-20 में टीम को जीत दिलाकर सीरीज जीता। फिर रविवार को बांग्लादेश को हराकर एक और फाइनल अपने नाम कर लिया।
कप्तानी में शानदार रिकॉर्ड
रोहित शर्मा अब फाइनल मुकाबलों में सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले कप्तान बन गये हैं। टीम इंडिया के लिये रोहित ने अब तक 9 टी-20 मैचों में कप्तानी की है,
जिसमें से 8 मैच में भारतीय टीम जीती है। बतौर कप्तान रोहित का रिकॉर्ड दिन-प्रतिदिन और बेहतर होता चला जा रहा है।
खिलाड़ियों की जमकर तारीफ
श्रीलंका में खेले गये निदाहास ट्रॉफी के फाइनल जीतने के बाद रोहित शर्मा ने अपने खिलाड़ियों की जमकर तारीफ की। उन्होने फाइनल के हीरो दिनेश कार्तिक के अलावा मैन ऑफ द सीरीज वाशिंगटन सुंदर की भी खूब तारीफ की। उन्होने कहा कि मेरा मानना है कि इस टूर्नामेंट में सुंदर की गेंदबाजी हमारे लिये जादूई रही। नयी गेंद से पावर प्ले में उन्होने जो प्रदर्शन किया, वो बेजोड़ था।
पावर प्ले में गेंदबाजी करना कठिन
कप्तान ने युवा स्पिन गेंदबाज की तारीफ करते हुए कहा कि हर कोई पावर प्ले में गेंदबाजी का दबाव नहीं झेल सकता, इसके साथ ही हमें ये भी नहीं भूलना चाहिये, कि किफायती के साथ-साथ सुंदर ने विकेट भी निकाल कर दिये। उन्होने किसी भी बल्लेबाज को पावर प्ले में रन नहीं बनाने दिये। उनकी गेंदबाजी बल्लेबाजों के लिये चुनौतीपूर्ण था।
दिनेश कार्तिक की जमकर तारीफ
वाशिंगटन सुंदर के अलावा कप्तान ने विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक की भी तारीफ की, उन्होने कहा कि उनके पास जिस तरह के शॉट हैं, वो डेथ ओवरों के शानदार बल्लेबाज हैं, इसके साथ ही रोहित ने उन्हें बेहतरीन फिनिशर भी बताया। कप्तान ने कहा कि कार्तिक ने रुबेल के आखिरी गेंद पर जिस तरह का शॉट खेला था, वैसे शॉट वो कभी भी खेल सकते हैं।
फाइनल में बनाया अर्धशतक
आपको बता दें कि रोहित शर्मा ने बांग्लादेश के खिलाफ फाइनल में 42 गेंदों में 56 रनों की पारी खेली थी। उन्होने शुरुआत काफी तेज की थी, लेकिन जल्दी-जल्दी दो विकेट गिर जाने के बाद उन्होने संभल कर खेलना शुरु कर दिया। हालांकि फाइनल में दिनेश कार्तिक की अतिशी पारी सब पर भारी पड़ा। विरोधी कप्तान शाकिब अल हसन ने भी माना कि दिनेश कार्तिक अकेले मैच जीत ले गये।
नाराज थे कार्तिक
मैच के बाद कप्तान ने खुलासा किया था कि दिनेश कार्तिक सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये भेजे जाने से पहले नाराज थे। वो 6ठें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये जाना चाहते थे, लेकिन उनकी जगह ऑलराउंडर विजय शंकर को भेज दिया गया। इस बात को लेकर उन्होने नाराजगी भी जाहिर की थी। हालांकि विजयी पारी खेलने के बाद वो काफी खुश हैं।
रोहित ने समझाया था
कप्तान ने मैच के बाद कहा कि दिनेश 6ठें नंबर पर बल्लेबाजी के लिये जाना चाहते थे। लेकिन जब मैं 13 वें ओवर में आउट होकर लौटा, तो मैंने विजय शंकर को भेज दिया, इस बात से खफा कार्तिक मेरे पास आये, तो मैंने उनसे कहा था कि मैं चाहता हूं, कि आप हमारे लिये मैच खत्म करें, आपकी जरुरत हमें आखिरी 3-4 ओवरों में पड़ेगी। जिसके बाद वो शांत हो गये।
मुस्ताफिजुर के लिये कार्तिक को रोका था
रोहित ने अपने प्लान को उजागर करते हुए कहा कि मुझे लग रहा था कि मुस्ताफिजुर रहीम 18वां या 20वां ओवर फेंकेगे, ऐसी परिस्थिति में कोई अनुभवी बल्लेबाज चाहिये, जो उनका सामना कर सकें। आपको बता दें कि विजय शंकर को पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट में बल्लेबाजी का मौका मिला था। इसी वजह से टीम प्रबंधन ने विजय शंकर को 6ठें और कार्तिक को सातवें नंबर पर भेजा।