रोहित शर्मा ने श्रीलंका के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में 2.60 के औसत से सिर्फ 13 रन बनाये थे, वो आलोचकों के निशाने पर थे, भारतीय चयनकर्ताओं ने भी उन्हें टीम से बाहर करने का मन बना लिया था।
New Delhi, Dec 15 : टीम इंडिया के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा ने मोहाली में श्रीलंकाई गेंदबाजी की धज्जियां उड़ा दी, वो जिस तरह से सिक्स पर सिक्स जड़ रहे हैं, उसे देख भारतीय फैन्स खुशी से पागल हो रहे थे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रोहित शर्मा को हिटमैन किसने बनाया, दरअसल बात जुलाई 2012 की है, रोहित ने श्रीलंका के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज में 2.60 के औसत से सिर्फ 13 रन बनाये थे, वो आलोचकों के निशाने पर थे, भारतीय चयनकर्ताओं ने भी उन्हें टीम से बाहर करने का मन बना लिया था, लेकिन उस दौर में तत्कालीन कप्तान रोहित के लिये ढाल बनकर खड़े हो गये थे।
शुरुआती दौर में विफल रहे हिटमैन
उस दौर में टीम इंडिया के पारी की शुरुआत गौतम गंभीर और वीरेन्द्र सहवाग करते थे, रोहित शर्मा तब चौथे या फिर पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते थे, लेकिन वो उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर रहे थे। श्रीलंका सीरीज के बाद कप्तान धोनी की जिद की वजह से ही उन्हें पाक के खिलाफ भी मौका दिया गया, लेकिन इस मुकाबले में भी रोहित फेल रहे और सिर्फ 4 रन ही बना पाए।
सहवाग के बाहर होने के बाद मिला मौका
रोहित शर्मा के लिये धोनी कृष्ण की भूमिका निभा रहे थे, उसी दौर में सहवाग खराब फॉर्म की वजह से टीम इंडिया से बाहर हो गये, जिसके बाद धोनी ने रोहित से ओपनिंग करानी शुरु की, हालांकि शुरुआती दिनों में सलामी बल्लेबाज के रुप में भी रोहित कुछ खास नहीं कर सके, लेकिन उन पर माही का भरोसा कम नहीं हुआ, नतीजा ये रहा कि रोहित शर्मा आज विश्व के सबसे अच्छे सलामी बल्लेबाज के तौर पर गिने जाते हैं।
साल 2013 रहा टर्निंग प्वाइंट
साल 2013 के शुरुआत में ही इंग्लैंड की टीम ने भारत का दौरा किया था, धोनी ने इस सीरीज में रोहित शर्मा से ओपनिंग करवाई, आपको बता दें कि करीब दो साल पहले जनवरी 2011 में भी दक्षिण अफ्रीका का खिलाफ उनसे ओपनिंग करवाई गई थी, लेकिन वो बुरी तरह से विफल रहे थे, तीन पारियों में ( 23, 1 और 5) रन ही बना पाए थे। लेकिन 2013 में उन्होने मोहाली में इंग्लैंड के खिलाफ 93 गेंदों में 83 रनों की शानदार पारी खेली, हालांकि अगले मैच में फिर सिर्फ 4 रन बनाकर ही लौट गये।
चैपियंस ट्रॉफी में फिर मौका
इंग्लैंड के साथ सीरीज के बाद रोहित शर्मा को चैपियंस ट्रॉफी में भी मौका दिया गया। इस टूर्नामेंट में उन्होने 35.40 के औसत से 117 रन बनाये, जिसके बाद से उन्हें सीमित ओवरों में टीम इंडिया का सलामी बल्लेबाज घोषित कर दिया। एकदिवसीय क्रिकेट में तो उनका बल्ला कोहराम मचा रखा है, आपको बता दें कि अब तक उन्होने 16 शतक लगाये हैं, जिसमें से बतौर सलामी बल्लेबाज 14 शतक हैं।
तीन दोहरे शतक
अब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट इतिहास में एकदिवसीय मैचों में कुल 7 दोहरे शतक लगे हैं, जिनमें से तीन अकेले रोहित शर्मा ने लगाये हैं, वो दुनिया के इकलौते क्रिकेटर हैं, जिसने एकदिवसीय क्रिकेट में एक से ज्यादा दोहरा शतक जमाया है, इसके साथ ही उनके नाम सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर का विश्व रिकॉर्ड भी है, उन्होने ईडेन गार्डन पर अकेले 264 रन ठोंक दिये थे, इस स्कोर को अभी तक दूसरा कोई बल्लेबाज नहीं पार कर सका है।
सफल सलामी बल्लेबाज
रोहित शर्मा टीम इंडिया के सफल सलामी बल्लेबाज माने जाते हैं, इस बात की गवाही आंकड़े भी देते हैं, बतौर सलामी बल्लेबाज उन्होने अब तक 89 मैचों में 56.32 के शानदार औसत से 4450 रन बनाये है, इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 91.56 का रहा है, ओपनिंग करते हुए उन्होने 14 शतक भी जडे हैं, जिसमें से तीन दोहरे शतक हैं, जबकि अब तक उन्होने कुल 173 एकदिवसीय मैचों में 45.51 के औसत से कुल 6471 रन बनाये हैं।
विलक्षण प्रतिभा
आज की तारीख में किसी को भी शायद ये मानने से इंकार नहीं होगा, कि उनके अंदर विलक्षण प्रतिभा है, वो भारतीय क्रिकेट को ऊंचाइयों पर ले जाएंगे, रोहित शर्मा को तराशने में धोनी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, इसी वजह से हिटमैन हर बड़ी और खास पारी के बाद थैक्यू माही भाई कहना नहीं भूलते हैं।
सचिन ने भी की थी तारीफ
मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी रोहित के फैन हैं, कल भी उन्होने ट्वीट कर हिटमैन को इस विशेष पारी की बधाई दी और कहा कि आपकी बल्लेबाजी देखने में मजा आता है। आपको बता दें कि कई साल पहले ही जब टीम में रोहित आये ही थे, तब एक इंटरव्यू में उनसे पूछा गया था कि क्या आपको लगता है कि आपके रिकॉर्ड्स कोई तोड़ पाएगा, तो उन्होने रोहित शर्मा और विराट कोहली का नाम लिया था।