धोनी ने इस मैच में 65 रनों की शानदार पारी खेली, जिसके बाद रोहित शर्मा ने उनकी जमकर तारीफ की, उन्होने कहा कि माही ने कई बार ऐसी परिस्थिति का सामना किया है।
New Delhi, Dec 12 : धर्मशाला वनडे में श्रीलंका के खिलाफ तेज गेंदबाजी के अनुकूल पिच पर अजिंक्य रहाणे के तकनीक की कमी खली, लेकिन टीम इंडिया के कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल करना मुश्किल था, क्योंकि टीम मैनेजमेंट उन्हें एकदिवसीय प्रारुप में विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज समझता है, आपको बता दें कि धर्मशाला में महेन्द्र सिंह धोनी को छोड़ कोई भी भारतीय बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सका, जिसकी वजह से टीम 112 रनों पर ऑलआउट हो गई।
रहाणे को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार 4 मैचों में अर्धशतक ठोंकने वाले रहाणे को धर्मशाला में प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया, श्रेयस अय्यर ने तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए अपना एकदिवसीय डेब्यू किया, जबकि मनीष पांडे पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिये आए। दरअसल क्रिकेट एक्सपर्ट्स के अनुसार अजिंक्य को प्लेइंग इलेवन में जगह मिलनी चाहिये थे, वो नंबर तीन या फिर नंबर पांच पर भी बल्लेबाजी कर सकते थे।
रोहित शर्मा ने क्या कहा ?
कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि मुझे लगता है कि हमने श्रीलंका दौरे में ही स्पष्ट कर दिया था कि वो विशेषज्ञ सलामी बल्लेबाज हैं, हम लगातार उनकी बल्लेबाजी क्रम को बदलते रहना नहीं चाहते, अगर किसी भी बल्लेबाज का क्रम लगातार बदलता रहता है, तो इससे उनके खेल पर भी असर पड़ता है, हम उन्हें सलामी बल्लेबाज मानते हैं, इसी वजह से उन्हें बाहर बैठना पड़ा।
युवा खिलाड़ियों को मौका
इसके साथ ही कार्यवाहक कप्तान ने ये भी कहा कि हम समझते हैं कि पिछले कुछ सीरीज में उन्होने रन बनाए हैं, लेकिन विदेशी दौरे पर जाने से पहले हम मनीष पांडे, केदार जाधव और श्रेयस अय्यर जैसे युवा बल्लेबाजों को पर्याप्त मैच देना चाहते हैं, ताकि उनका आत्मविश्वास बढे, इसके साथ ही ये भी महत्वपूर्ण है कि वो खिलाड़ी भी मौके का फायदा उठाए।
रोहित ने धोनी की तारीफ की
धर्मशाला में टीम इंडिया 38.2 ओवर में 112 रन पर ढेर हो गई, इसके बाद श्रीलंकाई टीम ने 20.4 ओवर में ही तीन विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया, धोनी ने इस मैच में 65 रनों की शानदार पारी खेली, जिसके बाद रोहित शर्मा ने उनकी जमकर तारीफ की, उन्होने कहा कि माही ने कई बार ऐसी परिस्थिति का सामना किया है, वो बार-बार खुद को साबित करते हैं, पहली बात तो ये कि मुझे ये समझ नहीं आता कि ये बात क्यों होती है, वो हमारी प्लानिंग का हिस्सा हैं या नहीं, लेकिन जैसे ही वो रन बनाते हैं, सारी बातें बदल जाती है।
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर क्या कहा ?
कार्यवाहक कप्तान रोहित शर्मा से दक्षिण अफ्रीका दौरे को लेकर भी सवाल किये गये, उनसे पूछा गया कि अफ्रीका में होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले भारतीय बल्लेबाजी का फ्लॉप शो होना क्या टीम के लिये चिंता की बात है, तो उन्होने कहा कि ये एकदिवसीय टीम है, मुझे नहीं लगता कि दोनों की तुलना हो सकती है, श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता टेस्ट की पहली पारी में भी हमें संघर्ष करना पड़ा था, इन हालात में कोई भी टीम संघर्ष करेगी, लेकिन अगली ही पारी में हमने वापसी की।
श्रीलंका के गेंदबाजों की तारीफ
भारतीय बल्लेबाजों के फ्लॉप होने के बाद रोहित शर्मा ने बल्लेबाजों का बचाव करते हुए कहा कि श्रीलंका के गेंदबाजों ने हालात का फायदा उठाया, ऐसे हालात में एक या दो ही बल्लेबाज रन बनाते हैं, सभी बल्लेबाज रन नहीं बनाते, मुझे लगता है कि हमारे बल्लेबाजों ने खराब शॉट नहीं खेले बल्कि श्रीलंका के गेंदबाजों ने सही लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी की और हम पर दबाव बनाये रखा।
ये नहीं हार की वजह
जसप्रीत बुमराह की गेंद पर उपुल थरंगा सस्ते में ही आउट हो गये थे, लेकिन वो गेंद नोबॉल थी, रोहित से पूछा गया कि क्या वो हार की वजह थी, तो कप्तान ने कहा कि टीम इंडिया की हार का कारण ये नहीं था, क्योंकि अगर वो आउट हो भी जाता, तो भी हमारे पास पर्याप्त रन नहीं थे, कि हम उनका मुकाबला कर सकते। हमने बल्ले से मैच गंवा दिया, गेंद से नहीं। किसी भी एक खिलाड़ी को निशाना बनाना अनुचित होगा, खासकर गेंदबाज को, क्योंकि बल्लेबाजी में हम सामूहिक रुप से विफल रहे।
112 पर टीम ऑलआउट
टीम इंडिया धर्मशाला में एक-एक रन के लिये जूझ रही है, उनके सात बल्लेबाज सिर्फ 29 रन पर पवेलियन लौट चुके थे, ऐसा लग रहा था कि टीम शायद 50 का आंकड़ा भी पार ना कर पाए, लेकिन धोनी ने संयम दिखाते हुए बल्लेबाजी की और 65 रनों की पारी खेली, जिसके बाद टीम 112 के स्कोर तक पहुंच पाई।