SBI ने किया बड़ा बदलाव, जान लीजिए, वरना नहीं कर पाएंगे लेन-देन

sbi

जिन शहरों में SBI की ब्रांचों के नाम और कोड बदले गये हैं, उनमें दिल्ली, मुंबई, बंगलुरु, चंडीगढ, अहमदाबाद, कोलकाता, जयपुर, हैदराबाद, चेन्नई, पटना, भोपाल समेत कुछ अन्य शहर भी शामिल हैं।

New Delhi, Dec 08 : भारतीय स्टेट बैंक यानी एसबीआई ने देशभर की अपनी करीब 1200 शाखाओं के नाम, कोड और आईएफएससी कोड बदल दिये हैं, जिन शहरों में SBI की ब्रांचों के नाम और कोड बदले गये हैं, उनमें दिल्ली, मुंबई, बंगलुरु, चंडीगढ, अहमदाबाद, कोलकाता, जयपुर, हैदराबाद, चेन्नई, पटना, भोपाल समेत कुछ अन्य शहर भी शामिल हैं, एसबीआई ने अपने वेबसाइट पर सभी शाखाओं की पूरी लिस्ट जारी की है, आप वहां से पूरी जानकारी ले सकते हैं।

बतौर ग्राहक ये जानकारी जरुरी
बैंक के उपभोक्ताओं को शाखाओं की जानकारी कई जगहों पर देनी होती है, इसके अलावा आईएफएससी कोड का इस्तेमाल एमईएफटी और आईएमपीएस ट्रांसफर में भी किया जाता है, आईएफएससी कोड के बिना अगर आप चाहेंगे कि पैसे ट्रांसफर हो जाए, तो नहीं होगा। SBI2ऐसे में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहकों को शाखा और आईएफएससी कोड की जानकारी लेनी होगी, ये वेबसाइट पर उपलब्ध है।

क्या है आईएफएससी कोड ?
आपको बता दें कि आईएफएससी भारतीय वित्तीय प्रणाली पर आधारित एक कोड है, हर बैंक शाखा के लिये एक अलग अल्फान्यूमेरिक कोड है, sbi-l-reutersजिससे हर शाखा की एक यूनिक पहचान होती है, देश के सभी बैंकों की तरह ही SBI की भी एक अलग आईएफएससी कोड संख्या है, आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया देश के हर बैंक को आईएफएससी कोड उपलब्ध कराता है।

पुरानी ब्रांच को नई शाखा में जोड़ा गया
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक लिस्ट जारी की है, जिसमें कई पुरानी ब्रांच को नई शाखाओं में जोड़ दिया गया है, आपको बता दें कि पिछले दिनों पांच सहयोगी बैंकों का एसबीआई में मर्जर हुआ था, sbi-759इसी वजह से भारतीय स्टेट बैंक ने ये फैसला लिया है, ताकि लोगों का भरोसा उन पर कायम रहे, और वो ग्राहकों की उम्मीदों पर खड़ा उतर सके।

ऐसे कर सकते हैं पता
अगर आप भी एसबीआई कस्टमर हैं, तो फिर आप अपने नजदीकी एसबीआई ब्रांच में जाकर पता कर सकते हैं, कि उनका आईएसएससी कोड क्या है, ajmer sbiइसके अलावा आप सीधे एसबीआई की वेबसाइट पर जाकर अपने पुराने ब्रांच के नाम से ढूढ सकते हैं कि आपके ब्रांच का नया शाखा और आईएफएससी कोड क्या है, ताकि आपको पैसे के लेन-देन में किसी तरह की असुविधा का सामना ना करना पड़े।

पांच बैंकों का विलय
आपको बता दें कि इसी साल स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में पांच सहयोगी बैंकों का विलय किया गया था, इन बैंकों का एसबीआई में विलय होने के बाद ग्राहकों के लिये चेक बुक समेत दूसरी कई जरूरी चीजें भी बदल गई थी,SBI Logo इसके साथ ही कई शाखाओं में अन्य बातों की भी शिकायतें थी, जिसके बाद सबको ध्यान में रखते हुए एसबीआई ने ये फैसला लिया है।

बल्क डिपॉजिट रेट बढाया
हाल ही में एसबीआई ने बल्क डिपॉजिट रेट 1 फीसदी बढा दिया है, बैंक की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार अगर आप 1 करोड़ या फिर उससे ज्यादा की रुपये की टर्म डिपॉजिट करते हैं, तो आपको 1 फीसदी ज्यादा ब्याज मिलेगा, Moneyआपको बता दें कि एसबीआई ने 1 साल से भी ज्यादा समय बाद बल्क डिपॉजिट की दरों में बदलाव किया है, 2 साल से कम की घरेलू बल्क टर्म डिपॉजिट पर 4.25 फीसदी के मुकाबले 5.25 फीसदी के ब्याज दिया जाएगा।

कई नियमों में किया बदलाव
पिछले कुछ महीनों में एसबीआई ने कई बड़े नियमों में बदलाव किया है, हाल ही में बैंक ने सभी क्षेत्रों के लिये अलग-अलग मिनिमम बैलेंस तय कर दिया, sbi graminताकि उससे कम बैलेंस होने पर जुर्माना वसूला जा सके, दरअसल मेट्रो सिटी में पहले ये राशि पांच हजार रुपये थी, इससे कम बैलेंस होने पर पेनल्टी लगाया जाता था, अब ये राशि घटाकर तीन हजार रुपये कर दिये गये हैं।

पेनल्टी के नियमों में बदलाव
एसबीआई ने पेनल्टी के नियमों में कई बदलाव किये हैं, दरअसल कुछ लोग लगातार शिकायत कर रहे थे, कि अकाउंट में पैसे ना होने की वजह से उन पर पेनल्टी लगाया जाता है, SBI Metroजिससे बाद वित्त मंत्रालय ने एसबीआई को सुझाव दिया था कि वो इस पर विचार करें, अब बैंक ने ग्रामीण इलाकों के लिये ये राशि सिर्फ पंद्रह सौ रुपये कर दिये हैं, उससे कम पैसे होने पर पेनल्टी लगाई जाएगी।