तेज गेंदबाज ने पुराने दिन याद करते हुए कहा कि जब मैं पहले ट्रेन में चलता था, तो लोग अक्सर मुझसे पूछते थे, कि मैं कब मुंबई और टीम इंडिया के लिये खेलूंगा।
New Delhi, Mar 04 : दक्षिण अफ्रीका में शानदार प्रदर्शन करने वाले टीम इंडिया के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। इन तस्वीरों में वो लोकल ट्रेन में सफर करते नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर इस सप्ताह की शुरुआत में एमिरेट्स फ्लाइट से देश लौटे, मुंबई पहुंचने के बाद वो सीधा एयरपोर्ट से अंधेरी रेलवे स्टेशन गये, फिर वहां से उन्होने पालघर जाने के लिये लोकल ट्रेन ली।
शार्दुल ठाकुर ने क्या कहा ?
लोकल ट्रेन में सफर को लेकर एक अंग्रेजी चैनल से बात करते हुए तेज गेंदबाज ने कहा कि साथी यात्रियों को अच्छा लगता है, जब उनके साथ सफर करने वाला लड़का टीम इंडिया के लिये खेलता है। दक्षिण अफ्रीका से फ्लाइट की बिजनेस क्लास से सीधा लोकल ट्रेन में सफर कर रहा हूं, बस मैं अब जल्दी से घर पहुंचना चाहता हूं।
लोग पहचान नहीं रहे थे
आगे बोलते हुए शार्दुल ठाकुर ने कहा कि जो लोग मुझे ट्रेन में सफर करते देख रहे थे, वो सोच रहे थे, कि क्या मैं सच में शार्दुल ठाकुर हूं या नहीं। कुछ कॉलेज के स्टूडेंट्स ने मेरी तस्वीर गूगल पर पहले सर्च की, फिर निश्चिंत होने के बाद उन्होने मुझ से सेल्फी के लिये पूछा, तो मैंने उनसे कहा कि पालघर पहुंचने के बाद सेल्फी लेते हैं।
हैरत में थे अन्य यात्री
शार्दुल ठाकुर ने कहा कि मेरे साथ ट्रेन के कंपार्टमेंट में यात्रा कर रहे कई यात्री हैरान थे, कि टीम इंडिया में खेलने वाला क्रिकेटर उनके साथ सफर कर रहा है, मुझे अपने पुराने दिन याद आ रहे थे। जब मैं रोजाना ट्रेन में सफर करता था। मैं आज भी जमीन से जुड़ा हुआ हूं, मुझे कुछ भी थाली में सजा हुआ नहीं मिला है, मैंने इसे हासिल करने के लिये कड़ी मेहनत की है।
लोग ताना मारते थे
तेज गेंदबाज ने पुराने दिन याद करते हुए कहा कि जब मैं पहले ट्रेन में चलता था, तो लोग अक्सर मुझसे पूछते थे, कि मैं कब मुंबई और टीम इंडिया के लिये खेलूंगा, कुछ लोग ताना भी मारते थे, कहते थे कि इतनी दूर से आकर कोई थोड़े इंडिया के लिये खेल लेगा, इसलिये टाइम पास करना बंद कर दूं, मैं तब सिर्फ उनकी बातें सुनता था, लेकिन मैं जानता था कि मुझे क्या करना है, मैंने अपनी जिंदगी क्रिकेट को समर्पित कर दी है।
बचपन से क्रिकेट का शौक
शार्दुल को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था, वो जब 13 साल के थे, तब सुबह 3.30 बजे उठकर क्रिकेट सीखने के लिये पालघर से मुंबई के चर्चगेट स्टेशन जाया करते थे। उन्होने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू नवंबर 2012 में किया था। हालांकि उनकी शुरुआत काफी खराब रही थी, उन्होने शुरुआती 4 मैचों में सिर्फ 4 विकेट ही हासिल कर सके थे।
रणजी ट्रॉफी 2013-14 में किया शानदार प्रदर्शन
अगले साल यानी साल 2013-14 रणजी ट्रॉफी में उन्होने शानदार प्रदर्शन किया था, उन्होने इस सीजन में 6 मैचों में 26.25 के शानदार औसत से 27 विकेट हासिल किये थे। जिसमें से उन्होने एक पारी में 5 विकेट भी हासिल किये थे। इसके अगले साल 2014-15 में उनका प्रदर्शन और बेहतर हो गया। इस सीजन में उन्होने 10 मैचों में 20.81 के औसत से 48 विकेट झटके। इस सीजन में वो संयुक्त रुप से टॉप विकेट टेकर गेंदबाज रहे।
इंडिया ए में चयन
रणजी ट्रॉफी में अच्छे प्रदर्शन का उन्हें ईनाम मिला, उनका चयन ऑस्ट्रेलिया ए और दक्षिण अफ्रीका ए टीम के खिलाफ होने वाले चार दिवसीय मैच के लिये इंडिया ए टीम में हो गया। इसी साल उन्होने् बोर्ड प्रेसिडेंट इलेवन टीम की ओर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ प्रैक्टिस मैच खेला।
सचिन की सलाह से बदल गई लाइफ
साल 2012 में जब उन्होने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया था, तब उनकी बॉलिंग से ज्यादा चर्चा उनके वजन की थी, तब शार्दुल 83 किलो के थे। उसी दौरान उनकी मुलाकात सचिन तेंदुलकर से हुई, उन्होने तेज गेंदबाज को समझाते हुए कहा कि अगर क्रिकेट में करियर बनाना चाहते हैं, तो सबसे पहले अपने फिटनेस पर ध्यान दें। जिसके बाद शार्दुल ने अपना वजन कम करना शुरु किया, जिससे उनके खेल में भी बदलाव आया।