चुनावी साल में मोदी सरकार का तोहफा, मिडिल क्लास का दिल जीतने वाला फैसला

पांच साल के फिक्स्ड डिपॉजिट की सावधि जमा 7.8 फीसदी, आवर्ती जमा 7.3 फीसदी और सीनियर सिटिजन बचत योजना की ब्याज दरें बढाकर 8.7 फीसदी कर दी है।

New Delhi, Sep 20 : अगले साल अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने हैं, चुनाव के दिन नजदीक आने के साथ ही मिडिल क्लास और लोअर मिडिल क्लास को रिझाने के लिये मोदी सरकार ने उन्हें बड़ी सौगात दी है। सरकार ने कई छोटी-छोटी बचत योजनाओं पर बड़ी राहत दी है। सरकार के इस फैसले से छोटी-छोटी बचत करने वाले मध्यम वर्ग के लोगों को बड़ा फायदा होगा।

वित्त मंत्रालय ने जारी की अधिसूचना
फाइनेंस मिनिस्ट्री ने पब्लिक प्रोविडेंट फंड, सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र, एनएससी और कम अवधि वाले फिक्स डिपॉजिट स्कीम्स में निवेश करने वाले छोटे निवेशकों की झोली भरने का काम किया है, सरकार के इस फैसले से मिडिल क्लास और लोअर मिडिल क्लास को ज्यादा फायदा होगा।

बढाया गया ब्याज दर
मौजूद फाइनेंशियल ईयर की तीसरी तिमाही 1 अक्टूबर से 31 दिसंबर में उऩ योजनाओं में इनवेस्ट कर पर अब .4 फीसदी ज्यादा ब्याज मिलेगा। वित्त मंत्रालय ने इसकी नोटिफिकेशन जारी कर दी है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि फाइनेंशियल ईयर 2018-19 की तीसरी तिमाही के लिये अलग-अलग छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बदलाव किया गया है।

मिडिल क्लास को फायदा
पांच साल के फिक्स्ड डिपॉजिट की सावधि जमा 7.8 फीसदी, आवर्ती जमा 7.3 फीसदी और सीनियर सिटिजन बचत योजना की ब्याज दरें बढाकर 8.7 फीसदी कर दी है। हालांकि बचत जमा के लिये ब्याज दर अभी भी चार फीसदी बरकरार है। पीपीएफ और एनएससी पर मौजूदा 7.6 फीसदी की जगह अब 8 फीसदी की दर से ब्याज दर मिलेगा।

किस स्कीम पर कितना ब्याज ?
पीपीएफ- 7.6 फीसदी से बढकर 8 फीसदी हुआ
एनएससी – 7.6 फीसदी से बढकर 8 फीसदी हुआ
सुकन्या समृद्धि योजना – 8.1 फीसदी से बढकर 8.5 फीसदी हुआ
किसान विकास पत्र 7.3 फीसदी से बढकर 7.7 फीसदी हुआ।