दुनिया की सबसे खतरनाक जासूस, दिलकश सूरत कारनामे थे खौफनाक, 50 हजार सैनिकों की ऐसे ली थी जान   

हॉलैंड में जन्‍मी मार्गेथा की शादी एक फौजी से हुई, लेकिन वो रिश्‍ता बहुत ही बुरा रहा, मार्गेथा ने अपने नवजात शिशु को भी खो दिया ।

New Delhi, Sep 26 : जासूस आजकल कहानियों में ही सुनने को मिलते हैं, असल जिंदगी में भी जासूस होते हैं जो हमारी सेनाओं, देश के लिए जासूसी का काम करते हैं । कुछ लोग निजी जिंदगी में भी जासूस से काम लेते हैं । लेकिन इस दुनिया की सबसे खतरनाक जासूस मानी गई है एक महिला । खूबसूरती ऐसी कि अच्‍छे – अच्‍छों के पसीने छूट जाएं । इसे लोग डबल एजेंट माता हारी भी कहते हैं । इस महिला जासूस का रूप रंग बेहद आकर्षक था, इस जासूस की कहानी इतनी रोचक थी कि इस पर फिल्‍म भी बनाई गई ।

कामुक नृत्‍यांगना थी
दरअसल ‘माता हारी’ का असली नाम मार्गेथा गीरत्रुइदा मैकलियोड था । ये एक एक कामुक नृत्यांगना थीं, जिसे पहले विश्व युद्ध के दौरान जासूसी के आरोप में गोली मार दी गई । इस कथित जासूस  माता हारी की ज़िंदगी पर साल 1931 में एक फिल्‍म भी बनाई गई । हॉलीवुड में बनी इस फ़िल्म में ग्रेटा गर्बो मुख्य भूमिका में थीं । हॉलैंड में जन्‍मी मार्गेथा की शादी एक फौजी से हुई, लेकिन वो रिश्‍ता बहुत ही बुरा रहा, मार्गेथा ने अपने नवजात शिशु को भी खो दिया ।

ऐसे बनीं जासूस
साल 1905 में मार्गेथा ने खुद अपने पैरों पर खड़े होने की ठानी । खुद को नया रंग रूप दिया, और ‘माता हारी’ नाम से इटली के मिलान स्थित ला स्काला और पेरिस के ओपेरा में एक कामुक नृत्यांगना बनकर उभरीं । बहुत जल्‍द ही वो अपने नाम से जानी जाने लगी । अपने काम के चलते उसके लिए सफर करना आसान था । इसी वजह से जर्मनी ने माता हारी को पैसे के बदले जानकारियां साझी करनी शुरू करने का प्रस्‍ताव दिया । माता हारी ने इसे स्‍वीकार किया ओर वो जासूस बन गई ।

फ्रांस सेना ने मारी गोली
माता हारी ने इतनी चतुराई से जर्मनी के लिए काम किया कि कोई उसका सच कुछ समय तक जान ही नहीं पाया । उसने कभी खुद किसी को नहीं मारा लेकिन उसकी जासूसी के चलते 50 हज़ार फ्रांसिसी सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया गया । इस घटना के बाद माता हारी बाद फ़्रांस के लिए संदिग्‍ध बन गई । सेना ने माता हारी के खिलाफ कुछ और सुबूत जुटाए जिसके बाद उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया ।

पेरिस से गिरफ्तारी, 1917 में मारी गई गोली
फरवरी 1917 में माता हारी को पेरिस से अरेस्‍ट कर लिया गया । अकटूबर महीने में उसे गोली मार दी गई । माता हारी की मोत को 100 साल हो चुके हैं और उनकी मौत पर, उनके किए अपराध पर आज भी बहस जारी है । माता हारी को उनके देश में धोखा देने वाली के रूप में देखा जाता है । लेकिन उनकी दिलकश खूबसूरती के सब आज भी कायल हैं । ऐसी जासूस सदियों में ना हुई और ना ही होगी ।