ये लड़की कभी ISIS की पहली महिला आतंकी थी, अब ऐसी हो गई है जिंदगी

isis tania

हम आपको बता रहे हैं तानिया के बारे में, जो कभी आतंकी संगठन ISIS की पहली महिला आतंकियों में से एक थी, अब उसकी जिंदगी ऐसी हो गई है।

New Delhi, Nov 06: आतंक पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ा खतरा है, इस बात को सभी लोग जानते और मानते हैं। आतंक के खिलाफ दुनिया के कई देश एकजुट हो रहे हैं। कई आतंकी संगठनों को कमजोर कर दिया गया है। उनका खात्मा करने की कोशिश लगातार जारी है। सबसे खतनाक आतंकी संगठन ISIS को कहा जाता है। इराक और सीरिया में जड़ें जमाए इस आतंकी संगठन को भी लगभग खत्म कर दिया गया है। आईएस के आतंकी अब वापस सामान्य जिंदगी जीने की कोशिश कर रहे हैं। जैसे जैसे आईएस का प्रभाव कम हो रहा है वैैसे वैसे आतंकी भी सामान्य जिंदगी में लौटने की कोशिश कर रहे हैं। हम आपको आईएस की पहली महिला आतंकियों में से एक के बारे में बताएंगे। किस तरह से इस लड़की की जिंदगी बदल गई है।

आईएसआईएस की खूंखार महिला आतंकी
हम जिस लड़की की बात कर रहे हैं वो फिलहाल अमेरिका में रह रही हैष एक समय ये आइएस की खूंखार आतंकी हुआ करती थी। इनका नाम तानिया है। तानिया ने हाल ही में अपनी जिंदगी के बारे में एक इंटरव्यू में बताया, वो किस तरह से आईएस में शामिल हुई, कहां से उनके अंदर दूसरे धर्मों के प्रति गुस्सा पनपना शुरू हुआ। वो कैसे आईएस के संपर्क में आई।

बचपन से नस्लीय भेदभाव
तानिया ब्रिटिश-बांग्लादेशी माता पिता की पांचवी संतान हैं। फिलहाल 33 साल की तानिया अमेरिका में रह रही हैं। तानिया बताती हैं कि छोटी उम्र से ही उनको नस्लीय भेदभाव का शिकार होना पड़ रहा था। स्कूल में बच्चे उनके रंग के कारण उन पर ताना मारते थे। इन सारी घटनाओं के कारण तानिया के मन में दूसरे धर्म के लोगों के प्रति गुस्सा भरने लगा। वो हमेशा कुंठित रहने लगीं।

वर्ल्ड ट्रेड सेंटर हमले ने बदले जिंदगी
तानिया के मन में जो नफरत की आग भड़क रही थी उसे हवा देने का काम किया 11 सितंबर 2001 को अमेरिका पर हुए आतंकी हमले ने। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले के बाद से ही अमेरिका में तानिया जैसे लोगों को काफी परेशान किया जाने लगा था। पुलिस हमेशा शक की निगाह से देखती थी। स्कूल में बच्चे भी उसे लगातार परेशान करते थे। इन सबने तानिया के मन में नफरत को अलग ही स्तर पर पहुंचा दिया था।

इराक पर अमेरिका का हमला
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकी हमले के कुछ साल बाद अमेरिका ने इराक पर हमला कर दिया। इस हमले का विरोध अमेरिका में भी हो रहा था। एक दिन इसी विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ में किसी ने तानिया को एक पर्चा दिया। उस पर्चे में एक मुस्लिम डेटिंग वेबसाइट का एड्रेस दिया गया था। इस वेबसाइट से वो जॉन ज्योर्गेलास नाम के एक शख्स से मिलीं। जो डलास का रहने वाला थ और कनवर्टेड मुस्लिम था।

आतंकी जॉन से कर ली शादी
तानिया याद करते हुए बताती हैं कि वो और जॉन हमेशा ही जिहाद और आतंक की बातें किया करते थे। उन्हें ये बातें इतनी पसंद आती थीं कि कई दिनों तक मिलने के बाद उन्हें एक-दूसरे से प्यार हो गया था। साल 2004 में तानिया और जॉन ने इंग्लैंड में शादी कर ली थी। उस समय तानिया तीन बच्चों के साथ प्रेग्नेंट थीं। आतंकी से शादी के बाद तानिया ने सीरिया जाकर ISIS में शामिल होने की योजना बनाई।

बच्चों को भी आतंकी बनाना चाहती थी
तानिया अपने पति जॉन के साथ सीरिया भाग गई. वो अपने साथ अपने बच्चों को भी ले गई थीं। तानिया कहती हैं कि वो अपने बच्चों को भी खूंखार आतंकी बनाना चाहती थी। सीरिया में जिस जगह तानिया और उनके बच्चों को रखा गया उस जगह पर ना तो खिड़की थी और ना ही साफ पानी की सुविधा थी। जिसके कारण तानिया और उनके बच्चों की तबियत खराब होने लगी। तानिया ने अपने पति जॉन से कहा कि वो वापस जाना चाहती हैं।

इस तरह हुई घर वापसी
तानिया की वापसी की बात सुनकर जॉन ने कुछ नहीं कहा, ऐसा कहा जाता है कि ISIS को छोड़कर जाने वालों को कड़ी सजा दी जाती है। लेकिन जॉन ने तानिया और अपने बच्चों को बिना कोई सजा दिए ही लौटने की इजाजत दे दी थी। जॉन के परिवारवालों की मदद से तानिया बच्चों के साथ अमेरिका लौटने में सफल हुईं।  अभी तक जॉन के बारे में पता नहीं चल पाया है कि वो कहां है। कहा जाता है कि वो सीरिया में आईएस का बड़ा कमांडर बन चुका है।

भटकों सो सुधारना लक्ष्य
अब एक बार फिर से तानिया सामान्य जिंदगी जी रही हैं। उन्होंने फिर से एक डेटिंग साइट पर अपनी डीटेल डाली, उनकी मुलाकात क्रेग नाम के शख्स से हुई, जिसके साथ वो अब खुश हैं। तानिया का कहना है कि वो सामान्य जिंदगी जीना चाहती हैं। अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहती हैं। तानिया ने कहा कि वो अपनी तरह भटके हुए लोगों को सुधारने के लिए एक प्रोग्राम शुरू करना चाहती हैं।