5 साल नौकरी करने के बावजूद सैलरी 10 हजार तक नहीं पहुंची, नौकरी छोड़ ऐसे कमा रहे लाखों रुपये

आदेश के अनुसार नौकरी के दौरान ही उसने देखा कि बाजार में औषधीय पौधे सतावर की जबदस्त डिमांड है।

New Delhi, Aug 06 : यूपी के मेरठ के रहने वाले आदेश कुमार हर महीने लाखों रुपये कमा रहे हैं, लेकिन इससे पहले उन्होने करीब पांच साल तक प्राइवेट नौकरी की, जिसमें उन्हें 10 हजार रुपये भी नहीं मिलते थे। लेकिन नौकरी छोड़ने के बाद उनकी किस्मत ऐसी पलटी, की अब वो हर महीने एक लाख रुपये कमा रहे हैं, दरअसल उन्होने औषधीय पौधे सतावर की खेती शुरु की।

नौकरी में नहीं मिलते थे 10 हजार रुपये भी
मेरठ के दयालपुर के रहने वाले शख्स आदेश कुमार ने बताया कि वो एग्रीकल्चर में पोस्टग्रेजुएट हैं, पीजी करने के बाद उन्होने एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी शुरु की, जहां उनकी सैलरी 7 हजार रुपये से शुरु हुई, करीब पांच साल तक उन्होने इस कंपनी में नौकरी की, लेकिन इन पांच सालों में उनकी सैलरी बढकर भी 10 हजार रुपये तक नहीं पहुंच पाई।

एक पौधे ने बदल दी जिंदगी
आदेश के अनुसार नौकरी के दौरान ही उसने देखा कि बाजार में औषधीय पौधे सतावर की जबदस्त डिमांड है, आपको बता दें कि सतावर का इस्तेमाल विभिन्न दवाइयों को बनाने में किया जाता है, इस दौरान उन्हें सरकार द्वारा दी जा रही ट्रेनिंग के बारे में पता चला, उन्होने नौकरी छोड़ मुरादाबाद के एग्री क्लिनिक, एग्री बिजनेस से ट्रेनिंग लेकर एक ट्रेंड एग्रीपेन्योर बन गये।

18 महीने में फसल तैयार
सतावर को ए ग्रेड का औषधीय पौधा माना जाता है, इसकी फसल करीब 18 महीने में तैयार होती है, सतावर की जड़ से दवाएं तैयार होती है, इससे 18 महीने बाद गीली जड़ प्राप्त होती है, फिर इसे सुखाया जाता है, तो इसका वजन घटकर एक तिहाई हो जाता है, अगर आप 10 क्विंतल जड़ प्राप्त करते हैं, तो सुखाने के बाद ये केवल तीन क्विंतल ही रह जाती है, फसल का दाम जड़ों की क्वालिटी पर निर्भर करती है, सतावर की खेती से अच्छी खासी इनकम होती है।

लोन लेकर की शुरुआत
आदेश कुमार ने बताया कि ट्रेनिंग पूरे होने के बाद उन्होने एक सरकारी बैंक से पांच लाख रुपये लोन लिया और सतावर की खेती शुरु की। बाजार से सतावर के बीज खरीदे और खेत में बुआई कर दी, आदेश कुमार के अनुसार एक एकड़ में 20-30 क्विंटल की पैदावर होती है, और बाजार में एक क्विंतल की कीमत 50 से 60 हजार रुपये है।

6 साल में 1.5 करोड़ का बिजनेस
आदेश कुमार ने बताया कि अब वो अपने इलाके के किसानों को सतावर की खेती के बारे में बताते हैं, उन्हें प्रशिक्षण देते हैं, वो किसानों को उपज को कमीशन पर बाजार में बेचते हैं, इसके लिये उन्होने नेशनल ऑर्गेनिक्स फर्म की शुरुआत की है, इसके अलावा बायो फर्टिलाइजर का भी निर्माण करते हैं, जिससे अच्छा-खासा इनकम हो जाता है।

सालाना 10 लाख से ज्यादा की कमाई
सरकार की मदद से आदेश कुमार अपने गांव में एक कृषि सेवा केन्द्र चलाते हैं, उनका कहना है कि ये एक सरकारी मान्यता प्राप्त संस्था है, वो गांव-गांव घूमकर किसानों के खेतों की मिट्टी की जांच करते हैं, किसानों को इसकी रिपोर्ट भी हाथों-हाथ दे देते हैं, और इसके लिये वो 100 रुपये चार्ज लेते हैं। दिनभर में वो 10 से 15 सैंपल की जांच कर लेते हैं, आदेश बताते हैं कि वो अपने बिजनेस से सलाना 10 लाख रुपये की कमाई कर लेते हैं।