ये बन सकते हैं दक्षिण के ‘योगी आदित्यनाथ’, बीजेपी इन पर खेल सकती है बड़ा दांव

हैदराबाद में जोर-शोर से परिपूर्णानंद की आगवानी का इंतजाम आरएसएस, वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया था, बीजेपी कार्यकर्ता भी इस इंतजाम में सहयोगी थे।

New Delhi, Sep 07 : दक्षिण भारत के राज्य आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी के लिये एक संत-राजनेता उम्मीद की किरण बनकर उभर रहे हैं, ये नेता हैं स्वामी परिपूर्णानंद, जिन्हें बीजेपी दक्षिण के योगी आदित्यनाथ बनाने में लगी हुई है। रिपोर्ट्स के अनुसार स्वामी परिपूर्णानंद आंध्र प्रदेश के काकीनाडा स्थित श्रीपीठम मठ के महंत हैं, उनके भाषण तेज-तर्रार और काफी हद तक भड़काउ भी होते हैं, इसी के दम पर वो तेजी से अपनी पहचान और कट्टर हिंदू समुदाय में पैठ बना रहे हैं।

हैदराबाद घुसने पर बैन
आपको बता दें कि जुलाई 2018 में तेलंगाना पुलिस ने इनके हैदराबाद घुसने पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन फिर अगस्त में आंध्र-तेलंगाना हाईकोर्ट ने पुलिस के इस आदेश को रद्द कर दिया, जिसके बाद इसी मंगलवार (4 सितंबर ) को परिपूर्णानंद ढोल-बाजों के साथ हैदराबाद पहुंचे थे, उनके साथ हजारों लोगों की भीड़ चल रही थी।

आरएसएस ने किया था इंतजाम
द इकॉनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार हैदराबाद में जोर-शोर से परिपूर्णानंद की आगवानी का इंतजाम आरएसएस, वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया था, बीजेपी कार्यकर्ता भी इस इंतजाम में सहयोगी थे। इन संगठनों द्वारा आगवानी का इंतजाम किये जाने के बाद से कयास लगाये जा रहे हैं, कि स्वामी परिपूर्णानंद राजनीति में प्रवेश कर सकते हैं।

अनुसूचित जनजाति में अच्छी पकड़
धाराप्रवाह तेलुगु के साथ हिंदी बोलने वाले परिपूर्णानंद की आंध्र और तेलंगाना के अनुसूचित जनजाति समुदाय में अच्छी पकड़ मानी जाती है, साथ ही हिंदू समुदाय भी उनके प्रति अच्छी श्रद्धा रखती है। जिसके वजह से कहा जा रहा है कि अगर बीजेपी उन्हें उम्मीदवार बनाती है, तो वो चुनाव जीत भी सकते हैं और पार्टी को वहां खड़ा भी कर सकते हैं।

पार्टी खड़ी कर सकते हैं
आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बीजेपी का कुछ खास जनाधार नहीं है, बीजेपी नेताओं का मानना है कि तेलंगाना में खासकर ज्यादा जनसांख्यिक घनत्व (करीब 20 फीसदी मुस्लिम आबादी) को देखते हुए हिंदूओं को गोलबंद करना बेहद जरुरी है, ऐसे में स्वामी परिपूर्णानंद बेहद उपयोगी साबित हो सकते हैं, सूत्रों का दावा है कि बीजेपी उन्हें हैदराबाद से लगी कारवां या चंद्रायनगुट्टा विधानसभी सीट से टिकट दे सकती है, इसके साथ ही अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में उन्हें सिकंदराबाद या मलकाजगिरि से चुनाव लड़ाया जा सकता है।