अब इस क्रिकेटर की पूरी दुनिया में है चर्चा, कभी स्कूल जाने के भी पैसे नहीं थे

kamlesh

हम आपको ऐसे क्रिकेटर के बारे में बताने वाले हैं, जिसकी चर्चा दुनिया कर रही है, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब इनके पास फीस के पैसे नहीं होते थे।

New Delhi, Jan 16: भारत में क्रिकेट को धर्म माना जाता है, क्रिकेटर हीरो की तरह माने जाते हैं, अगर लगातार शानदार प्रदर्शन करें तो इन खिलाड़ियों की फैन फॉलोइंग बॉलीवुड के सुपरस्टारों के बराबर हो जाती ही। फिलहाल अंडर 19 वर्ल्ड कप चल रहा है, इस टूर्नामेंट में टीम इंडिया मजबूत दावेदार है. राहुल द्रविड़ की कोचिंग ने युवा खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, इन्ही में से एक खिलाड़ी ऐसा भी है जिसकी चर्चा दुनिया भर में हो रही है। ये खिलाड़ी गेंदबाज है और अपनी रफ्तार से सभी को चौंका रहा है।

कभी स्कूल जाने के पैसे नहीं थे
हम बात कर रहे हैं अंडर 19 वर्ल्ड कप में भारत की तरफ से खेल रहे तेज गेंदबाज कमलेश नगरकोटी के बारे में, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले मैच में कमलेश ने शानदार बॉलिंग करते हुए तीन विकेट झटके थे, खास बात थी उनकी रफ्तार, वो लगातार 144 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंद फेंक रहे थे. आज भले ही इनकी चर्चा हो रही है, लेकिन कभी इनके पास स्कूल की फीस भरने लायक पैसे भी नहीं थे।

गली क्रिकेट से हुई शुरूआत
कमलेश नगरकोटी ने अपने बारे में बताते हुए कहा कि उनकी क्रिकेट खेलने की शुरूआत गली मोहल्ले में खेलने से हुई थी, मूलतः उत्तराखंड के कमलेश फिलहाल राजस्थान में रहते हैं। एक दिन गली मोहल्ले में खेलते हुए उनको कोच सुरेंद्र राठौर ने देखा. वो उनकी रफ्तार से प्रभावित हुए, और कमलेश के घरवालों से बात की। घरवालों से कहा कि कमलेश अच्छा खेलता है, वो बहुत आगे जा सकता है।

बॉलिंग एक्शन में थी दिक्कत
कमलेश नगरकोटी के बॉलिंग एक्शन में दिक्कत थी, कोच सुरेंद्र राठौर ने इश बात को पकड़ लिया था। उन्होंने लगातार कमलेश के बॉलिंग एक्शन पर काम किया, जिसके बाद कमलेश की रफ्तार भी बढ़ती गई। जिस समय कमलेश कोचिंग ले रहे थे, उस समय उनकी उम्र केवल 12 साल की थी, वो 7वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे। उनके परिवार ने हमेशा उनको सपोर्ट किया, जिसके कारण वो आज इस मुकाम तक पहुंचे हैं।

पढ़ाई पर असर
शानदार खेल के दम पर कमलेश नगरकोटी ने अंडर 19 टीम इंडिया में जगह बनाई, जिसके कारण उनकी पढ़ाई पर असर भी पड़ा, वो फिलहाल फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहे हैं. परिवार के समर्थन से वो एक अच्छा क्रिकेटर बनने की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। लगातार खेलते रहने के कारण वो पढ़ाई पर उतना ध्यान नहीं दे पाते हैं।

परिवार बहुत अमीर नहीं था
कमलेश बताते हैं कि उनका फैमिली बैकग्राउंड बहुत अच्छा नहीं था, उनको काफी संघर्ष का सामना करना पड़ा है, स्कूल के दिनों में फीस भरने तक के पैसे नहीं होते थे, वो संस्कार वैली स्कूल में पढ़ना चाहते थे, लेकिन वहां की फीस महंगी थी, जिसके कारण वो वहां नहीं पढ़ पाए। उस समय उनके स्कूल के टीचर्स और कोच ने काफी सपोर्ट किया।

इस तरह बनाई टीम में जगह
कमलेश नगरकोटी ने अपने खेल पर ध्यान दिया, वो क्रिकेटर ही बनना चाहते थे, इसलिए उनके सामने कोई और विकल्प नहीं था।  कोचिंग के साथ साथ उन्होंने बाड़मेर की तरफ से खेलना शुरू किया, धीरे धीरे कमलेश के बारे में चर्चा होने लगी, उसके बाद उनका सेलेक्शन अंडर 19 टीम के लिए हो गया। अब उनकी जिंदगी पूरी तरह से बदल गई है।

अब ऐसी है लाइफ
काफी संघर्ष के बाद कमलेश नगरकोटी ने अपनी मेहनत के बलबूते ये जगह पाई है, आज वो एक जाना माना नाम हैं, उनकी गेंदबाजी और रफ्तार की चर्चा सौरव गांगुली और वीरेंद्र सहवाग तक कर चुके हैं। वो मैच के कारण ज्यादातर जयपुर के बाहर रहते हैं, लेकिन जब भी जयपुर आते हैं तो अपनी क्रिकेट अकेडमी जरूर जाते हैं। वो कई मशहूर हस्तियों के साथ देखे जाते हैं, कई सीरीज भी खेल चुके हैं। कहा जा रहा है कि जल्द ही इस क्रिकेटर का सेलेक्शन सीनियर टीम के लिए हो सकता है।