मां-बाप दोनों रहे भारतीय टीम का हिस्सा, अब बेटा अंडर-19 विश्वकप में कर रहा कमाल

अंगकृष को खेल विरासत में मिली है, उनकी मां और पिता दोनों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया है, अंगकृष अब इस विरासत को आगे बढा रहे हैं।

New Delhi, Jan 30 : वेस्टइंडीज में चल रहे अंडर-19 विश्वकप में भारत की ओर से अंगकृष रघुवंशी कमाल कर रहे हैं, उनकी बल्लेबाजी देधकर उन्हें हिटमैन कहा जाने लगा है, घर से दूर रहकर उन्होने अपने खेल को कोच की मदद से भले ही निखारा हो, लेकिन खेल के लिये जुनून उन्हें विरासत में मिली है, वो अब इसे आगे बढा रहे हैं, अंगकृष ने इस टूर्नामेंट में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 79 रन ठोके, फिर युगांडा के खिलाफ 144 रन जड़ दिये, अब क्वार्टर फाइनल में बांग्लादेश के खिलाफ भी 44 रन बनाने के अलावा 4 रन देकर 1 विकेट भी लिया, वो इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं।

विरासत में खेल
अंगकृष को खेल विरासत में मिली है, उनकी मां और पिता दोनों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया है, अंगकृष अब इस विरासत को आगे बढा रहे हैं, विस्फोटक बल्लेबाज की मां मलिका ने बास्केटबॉल में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जबकि पिता अवनीश ने टेनिस में देश का नाम रोशन किया है।

क्रिकेट को चुना
बचपन से ही खेल के माहौल में पले-बढे अंगकृष का रुझान भी इसी तरफ हो गया, हालांकि उन्होने मां और पिता के खेल को चुनने के बजाय क्रिकेट को चुना, उनके भाई कृषांग ने पिता की राह पकड़ी, तथा टेनिस कोर्ट में उतरने का फैसला लिया, अंगकृष का जन्म 5 जून 2005 को दिल्ली में हुआ था।

क्रिकेट के लिये पिता ने मुंबई भेज दिया
क्रिकेट की तरफ उनकी दिलचस्पी तो बचपन से थी, लेकिन बतौर करियर इस खेल को अपनाने के लिये अंगकृष को पिता ने मुंबई भेज दिया, जहां 11 साल की उम्र में उन्होने पूर्व भारतीय क्रिकेटर अभिषेक नायर से कोचिंग ली, उन्होने 15 साल की उम्र में ही वीनू मांकड़ ट्रॉफी में 4 मैचों में 2 अर्धशतक समेत कुल 214 रन बना लिये थे, उनके इस प्रदर्शन ने सभी का ध्यान खींचा था, अंगकृष के चाचा साहिल कुकरेजा मुंबई टीम के सलामी बल्लेबाज रह चुके हैं।

https://youtu.be/FcYUyUj8kN4