थाईलैंड की गुफा का क्‍या है गर्भवती राजुकमारी से कनेक्‍शन, आखिर बच्‍चे वहां कैसे पहुंचे ?

थाईलैंड की एक गुफा में मंगलवार से फंसे 12 बच्‍चों और एक कोच में से 4 बच्‍चों को रविवार को बचा लिया गया । इस गुफा से जुड़े कई रहस्‍य हैं जो अब एक-एक कर सामने आ रहे हैं ।

New Delhi, Jul 10 : थाईलैंड में पिछले एक 2 हफ्तों से एक गुफा में फंसी 13 जानों को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है । रविवार को चार बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है । बाकी बच्चों और उनके साथ फंसे उनके फुटबॉल कोच को निकालने को कोशिश अभी भी जारी है। अपनी टीम के साथ गुफा में ना जाने वाले एक बच्‍चे ने उस दिन का पूरा ब्‍यौरा दिया था ।

गुफा में पहले भी जा चुके हैं टीम मेंबर्स
गुफा में फसी इसी टीम के एक खिलाड़ी का नाम गेम है । 23 जून को वो अपनी टीम के साथ गुफा में नहीं गया था । उसने कासोद अखबार से कहा कि टीम इससे पहले भी तीन बार उस गुफा में जा चुकी है लेकिन ऐसा बारिश के मौसम में कभी नहीं हुआ। गेम के मुताबिक ‘हम लोग गुफा में जाने से पहले तैयारी करते थे। हम लोग के पास टॉर्च होते थे। हम लोग इस बात को सुनिश्चित करते थे कि सभी वहां जाने के लिए फिट तो हैं।’

तबीयत ठीक ना होने के कारण बच गया
गेम ने बताया कि वह उस दिन टीम का हिस्सा इसलिए नहीं बन पाया क्योंकि उसकी तबीयत ठीक नहीं थी। गेम ने कहा, ‘हमलोग ट्रेनिंग के लिए गुफा में जाते थे या फिर किसी टीम सदस्य के बर्थडे के मौके पर। ये किसी बर्थडे प्लान का हिस्सा लग रहा है। हो सकता है किसी की सरप्राइज बर्थडे पार्टी रही हो । आपको बता दें टैम लोंग गुफा 10,316 लंबी है और यह थाईलैंड की चौथी सबसे बड़ी गुफा है।

रेस्‍क्‍यू टीम का बयान
बीबीसी को दिए इंटरव्यू में ब्रिटिश केव रेस्क्यू काउंसिल के बिल वाइटहाउस ने कहा कि गोताखोरों ने आंशिक रूप से बाढ़ग्रस्त और संकरे गलियारे में 15,00 मीटर जाकर पता लगाया था । सात जुलाई को डेलीन्यूज़ वेबसाइट की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक खोज अभियान बच्चों को ऊपर से निकालने पर काम कर रहा है।

गुफा से जुड़े मिथ
थाईलैंड में इस गुफा को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं । गुफा के नाम को लेकर एक लोकप्रिय मान्यता के अनुसार इस गुफा का ‘नाम टैम लोंग खुन नम नांग नोन’ है, जिसका मतलब है पर्वत पर सो रही एक महिला की गुफा । कहानी यह है कि चियांग रूंग शहर की एक राजकुमारी एक घुड़सवार से गर्भवती हो गई थीं । दोनों अपनी जिंदगी को लेकर डरे हुए थे इसलिए दक्षिणी हिस्से में चले गए।

राजकुमारी ने कर ली थी खुदुकुशी
दोनों जब वो पर्वतीय इलाके में पहुंचे तो पति ने राजकुमारी से कहा कि वो कुछ खाने के लिए लाने जा रहा और तब तक वो आराम कर लें। हालांकि इसी दौरान राजकुमारी के पिता ने उसके पति की हत्या कर दी। राजकुमारी ने अपने पति का कई दिनों तक इंतजार किया। जब उन्हें लगा कि अब वो नहीं आएगा तो राजकुमारी ने बालों में लगाने की पिन से खुदकुशी कर ली। राजकुमारी का खून पहाड़ से नीचे गिरा और उसी से एक नदी निकली।

पहले भी हुआ है ऐसा हादसा
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार साल 1986 में एक विदेशी पर्यटक सात दिनों के लिए फंस गया था। हालांकि तब आसानी से निकाल लिया गया था लेकिन तब बाढ़ जैसी स्थिति नहीं थी । अगस्त 2016 में चीनी भाषा के एक टीचर भी इस गुफा में खो गए थे । उनके लिए खोज अभियान भी शुरू किया गया लेकिन वो नहीं मिले थे । हालांकि तीन महीने बाद पास के ही रिसॉर्ट में वो टहलते मिले थे। बच्‍चों की तलाश 24 जून से की जा रही है ।