न्यूजीलैंड में चला बिहार के इस स्पिन गेंदबाज का जादू, रातों-रात बनें स्टार

Anukul-Roy1

बिहार : कभी समस्तीपुर की गलियों और पटेल मैदान में क्रिकेट की बारीकियां सीखने वाले अनुकूल मध्यम वर्गीय परिवार से नाता रखते हैं।

New Delhi, Jan 17 : बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले लेफ्ट ऑर्म स्पिन गेंदबाज अनुकूल राय रातों-रात स्टार बन गये हैं, उन्होने मंगलवार को अंडर-19 विश्वकप में पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ 14 रन देकर 5 विकेट हासिल किये, जिसके बाद उनकी खूब चर्चा हो रही है, बायें हाथ से स्पिन गेंदबाजी करने के साथ ही वो बल्लेबाजी करने में भी सक्षम हैं, बिहार के रहने वाले अनुकूल झारखंड अंडर-19 टीम से खेलते हैं।

अनुकूल का बैकग्राउंड
अनुकूल साल 2013 में क्रिकेट सीखने के लिये जमशेदपुर पहुंचे थे, और वहां उन्होने सोनारी स्थित झारखंड क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन किया, anukul3घर के लोग उन्हें छन्नू के नाम से बुलाते हैं, अनुकूल राय के पिता का नाम सुधाकर राय है, वो पेशे से एडवोकेट हैं और समस्तीपुर के लोअर कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं, तो अनुकूल की मां हाउस वाइफ हैं।

मध्यम वर्गीय परिवार से नाता
कभी समस्तीपुर की गलियों और पटेल मैदान में क्रिकेट की बारीकियां सीखने वाले अनुकूल मध्यम वर्गीय परिवार से नाता रखते हैं, anukul2हालांकि उनके भीतर क्रिकेट का जुनून भरा हुआ है, यही वजह है कि उन्होने क्रिकेट खेलने के लिये समस्तीपुर से जमशेदपुर का रुख किया, वहां उन्होने झारखंड क्रिकेट एके़डमी ज्वाइन किया था, जहां वो क्रिकेट सीखते थे।

शुरुआती दिनों में पापा ने किया था विरोध
जब अनुकूल राय स्कूलव में थे, तो फिर गांव या जिले में कहीं भी क्रिकेट मैच होता था, वो घर से चोरी-छुपे वहां मैच खेलने पहुंच जाते थे, anukul1शुरुआती दिनों में उनके पापा ने कई बार उन्हें डांट भी लगाई थी, ताकि वो क्रिकेट पर कम और पढाई पर ज्यादा ध्यान दें, लेकिन फिर भी उनका क्रिकेट के प्रति लगाव कम नहीं हुआ। अब जब उनका टीम इंडिया में चयन हो गया है, तो अनुकूल के मम्मी-पापा दोनों बेहद खुश हैं।

गांव में जश्न
अंडर-19 विश्वकप में पांच विकेट लेने की खबर के बाद ही अनुकूल राय के गांव में जश्न का माहौल हो गया, आस-पड़ोस के लोगों ने भी उनके मम्मी-पापा को मिठाई खिलाकर उन्हें बधाई दी, anukulजिससे इस युवा ऑलराउंडर के माता-पिता फूले नहीं समां रहे हैं। अनुकूल की मां ने कहा कि वो क्रिकेट के प्रति बहुत दीवाना था, मना करने पर भी नहीं मानता था।

कोच ने बताई ये बातें
अनुकूल के कोच ब्रजेश कुमार झा ने कहा कि वो हार्ड हिटर के साथ-साथ लेफ्ट आर्म स्पिनर है, उन्होने साल 2005 में क्रिकेट खेलना शुरु किया था, anukul4समस्तीपुर जिले से क्रिकेट खेलते-खेलते वो झारखंड अंडर-19 टीम में खेलने लगा था, जब अनुकूल झारखंड की टीम में खेलने लगे, तब उनके पिता ने उनका एडमिशन पूर्व भारतीय गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद के क्लब में करवा दिया था।

पश्चिमी सिंहभूम टीम से खेल चुके हैं
झारखंड क्रिकेट एकेडमी में प्रशिक्षण लेते हुए अनुकूल राय ने साल 2014 में सरायकेला-खरसावां जिले की अंडर-16 टीम में जगह बनाई थी, anukul5फिर अगले सीजन में वो पश्चिमी सिंहभूम की टीम से जुड़ गये, अनुकूल ने झारखंड के लिये अंडर-16 टीम में दो सालों तक शानदार प्रदर्शन किया, जिसकी बदौलत उन्हें फिर अंडर-19 टीम में मौका मिला। वो झारखंड अंडर-19 टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं।

बल्लेबाजी और गेंदबाजी से किया प्रभावित
झारखंड अंडर-19 टीम से खेलते हुए अनुकूल ने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से सबको खूब प्रभावित किया, anukul7इसी वजह से उन्हें अंडर-19 टीम इंडिया में मौका मिला, जिसका उन्होने भरपूर फायदा उठाया है। पिछले दिनों चोट की वजह से अनुकूल एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट से बाहर रखे थे, इसके बावजूद उनके बेहतरीन रिकॉर्ड को देखते हुए चयनकर्ताओं ने उन पर भरोसा जताया और टीम इंडिया में जगह दे दी।

टीम में जगह बनाने के लिये खूब मेहनत की
अनुकुल राय का कहना है कि अंडर-19 विश्वकप के लिये टीम इंडिया में जगह बनाने के लिये मैंने खूब मेहनत की थी, आज मैं जो कुछ भी हूं, anukul6उसके पीछे झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के साथ-साथ पश्चिमी सिंहभूम जिला क्रिकेट संघ का भी योगदान है, मैं उन्हें नहीं भूला सकता, जिन्होने मुझे अपनी टीम से खेलने का मौका दिया।