इंजीनियरिंग छोड़ बनीं डीएसपी, मोनिका यादव ने किया ऐसा काम कि बन गई यूपी में नंबर वन

Monika Yadav

27 साल की युवा पीपीएस अधिकारी मोनिका यादव को सितंबर 2017 में जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज होने वाली शिकायतों को निपटाने के मामले में पूरे यूपी में पहला स्थान मिला था।

New Delhi, Jan 05 : यूपी पुलिस में कई ऐसे ऑफिसर्स हैं, जो अपनी विशेष कार्यशैली को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं, कोई पुलिस अधिकारी किसी केस को सुलझा कर तो कोई अपनी यूनिक स्टाइल की वजह से चर्चा का केन्द्र बने रहते हैं, इन्हीं अधिकारियों में से एक हैं, कन्नौज जिले के तिर्वा क्षेत्र की डीएसपी मोनिका यादव, आपको बता दें कि ये महिला डीएसपी अपने क्षेत्र के लोगों की शिकायतों को फटाफट निपटाने के लिये जानी जाती है।

पूरे प्रदेश में प्रथम स्थान
27 साल की युवा पीपीएस अधिकारी को सितंबर 2017 में जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज होने वाली शिकायतों को निपटाने के मामले में पूरे यूपी में पहला स्थान मिला था, DSP Monika Yadav5मालूम हो कि मोनिका यादव ने एक महीने के भीतर 130 शिकायतों का निपटारा किया था, उन दिनों वो मीडिया की सुर्खियों में छाई रही थीं, लेकिन एक बार फिर से मोनिका यादव एक डांस प्रोग्राम की वजह से चर्चा में हैं।

वायरल वीडियो की वजह से चर्चा में
कन्नौज जिले में एक डांस कार्यक्रम का वीडियो वायरल हो रहा है, वैसे तो ये सांस्कृतिक कार्यक्रम था, जिसका उद्धघाटन एसडीएम शालिनी प्रभाकर और डीएसपी मोनिका यादव ने किया था, DSP Monika Yadav4लेकिन इस कार्यक्रम के आयोजकों ने बाद में बार बालाओं से ठुमके भी लगवा दिये, हालांकि ये डांस कार्यक्रम तब शुरु हुआ, ये दोनों महिला अधिकारी वहां से जा चुकी थी।

साफ-सुथरी छवि
इस डांस कार्यक्रम को लेकर चाहे जो सवाल उठ रहे हों, लेकिन डीएसपी मोनिका यादव की अगर पिछले 6 महीने की वर्किग हिस्ट्री देखेंगे, तो आपको लगेगा, DSP Monika Yadav1कि उनके जैसे डेडिकेटेड अधिकारियों को यूपी पुलिस को काफी जरुरत है, स्कूलिंग से लेकर डीएसपी बनने तक के सफर में मोनिका काफी ब्राइट कैंडिडेट मानी जाती रही है।

संभल में हुई पढाई
यूपी के संभल जिले में पैदा हुई और पली-बढी मोनिका यादव की स्कूलिंग यहीं हुआ है, उन्होने बताया कि बचपन से वो एक औसत छात्रा रही हैं, DSP Monika Yadav2वो विज्ञान की छात्रा थीं, 12वीं पास करने के बाद उन्होने गाजियाबाद के एक इंजीनियरिंग कॉलेज से इंफॉरमेशन टेक्नोलॉजी में बीटेक किया, फिर यूपीएससी की तैयारी करने के लिये दिल्ली आ गई।

सोशल वर्क में इंटरेस्ट
इंजीनियरिंग करने के बाद भी मोनिका ने बताया कि वो शुरु से ही सोशल वर्क में काफी इंटरेस्टेड थी, वो समाज हित के काम से जुड़ना चाहती थी, Monika-Yadavखासकर वो पुलिस विभाग के काम से काफी इंस्पायर्ड थी, इसी वजह से बीटेक करने के बाद उन्होने सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी शुरु की, पहले ही अटेम्पट में उन्होने यूपीपीसीएस का एग्जाम क्रेक कर दिया।

दिल्ली में रहकर तैयारी
डीएसपी मोनिका यादव ने बताया कि इंजीनियरिंग करने के बाद उन्होने सिविल सर्विसेज एग्जाम की तैयारी शुरु की, उनका बचपन से ही सपना था कि DSP Monika Yadav11वो समाज के कामों से जुड़े, इसी वजह से वो इसे प्रोफेशन बनाना चाहती थी, सिविल सर्विसेज के एग्जाम की तैयारी के लिये उन्होने दिल्ली को चुना। साल 2014 में उन्होने पहली प्रयास में ही यूपीपीसीएस एग्जाम क्लियर कर लिया।

पहली पोस्टिंग
मोनिका यादव का चयन साल 2014 में हुआ, उन्हें ट्रेनी के तौर पर पोस्टिंग गाजियाबाद और मेरठ में दिया गया, फिर डीएसपी के तौर पर उनकी पहली पोस्टिंग कन्नौज जिले में हुई। DSP Monika Yadav3पदभार संभालते ही उन्होने काम करना शुरु किया और महज कुछ महीने के भीतर ही उन्होने कन्नौज में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति अच्छी कर दी।

पर्सनल लाइफ
मोनिका के पिता पेशे से बिजनेसमैन हैं और उनकी मां हाउसवाइफ हैं, घर में उनकी एक छोटी बहन और छोटा भाई भी है, वो तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं। DSP Monika Yadavअपने दोनों भाई-बहन के लिये वो इंस्पिरेशन है। घर के लोग अपनी बड़ी बेटी को खूब प्यार करते हैं। मोनिका ने कहा कि मेरे परिवार में मुझे खूब सपोर्ट किया, अगर जिस मुकाम पर भी पहुंची हूं, उसमें परिवार के लोगों का हाथ है। फिलहाल मोनिका अपने परिवार से दूर कन्नौज के तिर्वा में रहती है।