जिस सिंघम की तेज़ निगाहों से कोई नहीं बच सकता, उसकी भी जेब कट गई !

जिस जिलाधिकारी के बारे में कहा जाता है कि वो बेईमानों के लिए सिंघम से कम नहीं, उनकी ही एक मंच पर जेब कट गई। जानिए ये दिलचस्प किस्सा।

New Delhi, Feb 17: उत्तर प्रदेश की सीमा से सटा है हरिद्वार जिले का नारसन इलाका। हरिद्वार के जिलाधिकारी दीपक रावत के बारे में हर कोई जानता है। अपनी तेज तर्रार निगाहों और सख्त एक्शन की वजह से उनकी गिनती देश के निर्भीक जिलाधिकारियों में होती है। लोग उन्हें सिंघम भी कहते हैं। लेकिन इस जिलाधिकारी की एक प्रोग्राम के दौरान ही किसी ने जेब काट ली। जानिए ये खबर

नारसन में हो रही थी सभा
बताया जा रहा है कि नारसन में एक सभा की जा रही थी। इस सभा में खुद जिलाधिकारी दीपक रावत भी मौजूद थे। हैरानी की बात तो ये है कि जेबकतरे ने जिले के सबसे बड़े अधिकारी को भी नहीं छोड़ा। मौका लगते ही जेबकतरे ने भरी सभा से प्रदेश के सबसे तेज तर्रार अफसरों में शुमार दीपक रावत की ही जेब काट दी। इसके बाद क्या हुआ ये भी जानिए।

बाद में पकड़ा गया चोर
बताया जा रहा है कि थोड़ी देर बाद डीएम दीपक को इस बात का पता चला। इसके बात तो सभा में ही हड़कंप मच गया। चोर काफी शातिर था, जो पहले तो किसी की भी पकड़ में नहीं आ पाया। बाद में काफी जद्दोजहद की गई, सीसीटीवी फुटेज खंगाली गई। मौके पर मौजूद पुलिस ने काफी हाथ पांव मारे और इसके बाद ही चोर पकड़ में आ पाया।

ये है पूरा किस्सा
दरअसल हरिद्वार के नारसन ब्लॉक में ब्लॉक डेवलपमेंट कमेटी की एक बैठक थी। इस बैठक में ग्राम प्रधानों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को भी बुलाया गया था। इन सबके बीच जिलाधिकारी दीपक भी मीटिंग में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस दौरान जिलाधिकारी ने अपना पर्स निकाला और सामने मेज पर रख दिया। इसके बाद कुछ अलग ही हुआ।

पर्स भूल गए थे जिलाधिकारी
बताया जा रहा है कि इसके बाद जिलाधिकारी को अचानक कुछ काम पड़ा तो वो नहां निकल गए और पर्स नहीं भूल गए। इस बीच रास्ते में उन्हें पर्स की जरूरत महसूस हुई तो वो हैरान रह गए। पर्स जेब में नहीं था। इसके बाद उन्हें याद आया कि उन्होंने पर्स मेज में रखा था। उन्होंन तुरंत इस बारे में ब्लॉक कर्मचारियों को जानकारी दी तो हड़कंप मच गया।

सीसीटीवी में दिखा युवक
जब सीसीटीवी फुटेज देखी गई तो मामला कुछ और ही नजर आया । सीसीटीवी फुटेज में एक युवक पर्स ले जाते हुए दिखा। काफी जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि युवक टिकौला गांव का रहने वाला है। इसके बाद नारसन पुलिस के साथ साथ ब्लाक की टीम आरोपी के घर पहुंची। मौके से आरोपी के पास से पर्स बरामद कर लिया गया।

डीएम ने बताई खास बात
जिलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि उनके पर्स में 25 हजार रुपये थे। हालांकि जब पर्स वापस मिला तो 5 हजार रुपये ही मिले। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने बताया कि आरोपी बीडीसी बैठक में बैठने के लिए अधिकृत नहीं था। उन्होंने कहा कि आखिर वो युवक इस बैठक में कैसे आया, इस बात की जांच की जाएगी। फिलहाल केस दर्ज कराने के आदेश दिए गए हैं। यानी साफ है कि सिंघम का भी पर्स उड़ गया।